सोमवार, 8 दिसंबर 2025

लखनऊ : किसान को अगवाह कर की हत्या जलाया शव,पांच गिरफ्तार।||Lucknow: Farmer kidnapped, murdered, body burned; five arrested.||

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लखनऊ : 
किसान को अगवाह कर की हत्या जलाया शव,पांच गिरफ्तार।।
करोड़ो कीमत की जमीन हाथ से जाता देख उन्नाव ले जाकर कर दिया मर्डर।।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना निगोहां क्षेत्र दखिना गांव से लापता किसान शिव प्रकाश उर्फ कबीर के मामले में पुलिस ने सनसनी खेज खुलासा किया। प्रापर्टी डिलरों ने जमीन विवाद के चलते षड्यंत्र के तहत किसान का अपहरण कर हत्या कर दी और शव पड़ोसी जनपद उन्नाव के बीघापुर थाना क्षेत्र में शव को जला कर ठिकाने भी लगा दिया था। पुलिस टीम ने अपहरण हत्या एवं शव जलाने वाले पांच शातिरों को गिरफ्तार कर विधिक कार्रवाई करते हुए जेल भेज दिया। हत्या में प्रयुक्त दो चार पहिया वाहन बरामद करते हुए सीज कर दिया।। अपर पुलिस उपायुक्त दक्षिणी द्वारा गिरफ्तारी करने वाली पुलिस टीम को 25,000 रूपये का पुरस्कार देने की घोषणा की है।।
विस्तार : 
पुलिस ने जानकारी देते हुए बताया कि
पिछले माह दिनांक 19.11.2025 को  सुरेन्द्र कुमार  निवासी दखिना शेखपुर थाना निगोहां ने स्थानीय थाना निगोहां में सूचना दी की उनका मित्र कबीर उर्फ शिव प्रकाश पुत्र स्व० सुखलाल उम्र करीब 42 वर्ष निवासी उपरोक्त दिनांक 15.11.2025 से बिना बताये घर से चले गये जो अभी तक वापस नही आए और न ही उनका कोई कुछ पता चल सका है। सूचना के आधार पर थाना निगोहां पुलिस ने गुमशुदगी दर्ज कर आस-पास के जनपदों से खोजबीन शुरु की तो ज्ञात हुआ कि जनपद उन्नाव के थाना बीघापुर क्षेत्र में एक अज्ञात पुरुष का अधजला शव बरामद होना बताया। उक्त अज्ञात शव के फोटोग्राफ्स देखने के उपरान्त परिजनों द्वारा उक्त अज्ञात की शिनाख्त गुमशुदा कबीर उर्फ शिव प्रकाश के रुप में की गयी।
पुलिस टीम ने छानबीन शुरु की गई और कड़ी से कड़ी जोडने पर पता चला कि गुमशुदा कबीर की माता स्व० सत्यवती के नाम करीब 44 बिस्वा जमीन थी जो कि रायबरेली लखनऊ हाईवे के किनारे स्थित है जो काफी कीमती है। गुमशुदा दो भाई है बड़ा भाई शिव सहाय गौतम और छोटा मृतक कबीर उर्फ शिव प्रकाश हैं।
करोड़ो की जमीन बनी जान की दुश्मन।
पुलिस के अनुसार गुमशुदा कबीर की माता स्व० सत्यवती से गुमशुदा के बड़े भाई शिव सहाय ने पॉवर ऑफ़ अटॉर्नी लेकर उक्त जमीन को थाना नगराम क्षेत्र के रहने वाले सुजीत कुमार श्रीवास्तव पुत्र आनंद स्वरूप तथा आशीष कुमार यादव पुत्र महेश्वर पाल सिंह यादव के माध्यम से सतगुरु पुत्र गुरु चरण निवासी ग्राम समेसी थाना नगराम जनपद लखनऊ के नाम संपूर्ण जमीन की माह जुलाई वर्ष 2019 में रजिस्ट्री कर दी तथा रजिस्ट्री के तुरंत बाद सुजीत कुमार श्रीवास्तव तथा आशीष यादव ने सतगुरु से उक्त जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेंट अपने नाम करवा लिया तथा उसके बाद पुनः उस जमीन को यथार्थ ग्रुप के श्रवण कुमार के नाम पर पैसे लेकर रजिस्ट्री कर दी थी। जिसके बाद गुमशुदा कबीर ने उक्त प्रकरण के संबंध में मा० न्यायालय में मुकदमा दायर कर दिया तथा अपने बड़े भाई शिव सहाय और सतगुरु को मुकदमे में पार्टी बनाया है तथा मुकदमा मा० न्यायालय में विचाराधीन है, जिसकी पैरवी स्वयं गुमशुदा कर रहा था।
घटना का खुलासा करने के लिए गठित पुलिस टीम द्वारा त्वरित कार्यवाही करते हुए घटना कारित करने वाले पांच शातिरों सुजीत कुमार श्रीवास्तव, पिन्टू, विनोद, लल्लू, उर्फ नीरजकश्यप, राजू ऊर्फ राजकुमार को गिरफ्तार किया गया। प्रकरण में अन्य बिन्दुओं पर गहनता से जाँच की जा रही है।
हाथ से जमीन जाती देख रचा हत्या का षडयंत्र।
पुलिस के मुताबिक गिरफ्तार सुजीत कुमार श्रीवास्तव ने वर्ष 2019 में योजनाबद्ध तरीके से मृतक कबीर उर्फ शिव प्रकाश के भाई शिव सहाय की जमीन जो रायबरेली-लखनऊ राजमार्ग पर ग्राम दखिना थाना क्षेत्र निगोहा में स्थित है को अपने दोस्त सतगुरु पुत्र गुरु चरन के नाम बैनामा कराई थी। इसे संदेह था कि सतगुरू उक्त जमीन को अन्य किसी को ना बेंच दे तो इसने अपने मित्र सतगुरु से उक्त जमीन का रजिस्टर्ड एग्रीमेन्ट अपने तथा अपने साथी आशीष कुमार यादव के नाम करवा लिया था ताकि ये लोग उक्त जमीन की खरीद फरोख्त करके प्रतिफल प्राप्त कर सकें।
●प्रापर्टी जालसाज की योजना फेल।
पुलिस के अनुसार शिव सहाय की माता सत्यवती ने उक्त जमीन की वरासत मृतक कबीर उर्फ शिव प्रकाश के नाम कर दी थी। इन लोगों की योजना के बारे में मृतक कबीर उर्फ शिव प्रकाश को पता चल गया था। जिसके बाद कबीर उर्फ शिवप्रकाश ने अपने बडे भाई शिवसहाय और सतगुरु के विरुद्ध उक्त जमीन का मुकदमा मा० न्यायालय में दायर कर दिया कबीर जिसकी लगातार पैरवी कर रहा था। इन लोगों ने उक्त जमीन को अच्छा दाम लेकर यथार्थ ग्रुप के श्रवण कुमार के रजिस्ट्री कर दी थी। यथार्थ ग्रुप का रास्ता इसी जमीन से निकल रहा था। इन्हे डर था कि कहीं कबीर मुकदमा न जीत जाए और यथार्थ ग्रुप वालों से जो पैसा लिया था वो वापस न करना पड़े।
मुकदमे में हार की डर से कर दी किसान की हत्या।
पुलिस के अनुसार न्यायालय के मुकदमे में हार न हो जिस कारण हत्या आरोपी सुजीत द्वारा योजनाबद्ध तरीके से आपराधिक षडयन्त्र के तहत अपने दोस्तों के साथ मिलकर मृतक कबीर उर्फ शिव प्रकाश को अगवा कर उसकी हत्या कर साक्ष्य मिटाने के उद्देश्य से शव को पेट्रोल डालकर जला कर थाना क्षेत्र वीघापुर जनपद उन्नाव में फेंक दिया गया।
कार से अपहरण कर उन्नाव ले जाकर हत्या कर शव पेट्रोल से जलाया।
पुलिस पूछताछ सुजीत कुमार श्रीवास्तव ने  बताया कि इनके द्वारा अपने मित्रों के साथ योजनाबद्ध तरीके से कई कीपैड मोबाइल फोन एवं कई सिम कार्ड खरीदे मोबाइल शाप नगराम से खरीदे हुए कीपैड मोबाइल सिम डालकर मोबाइल का इस्तेमाल में ही करता था तथा चाइना कंपनी का एक अन्य मोबाइल जो मैने लखनऊ से खरीदा था दिलीप को दे दिया था। मैं और दिलीप योजना बनाने के लिए इन्ही दोनों नम्बरों से आपस में बात करते थे तथा समय-समय पर दिलीप दोनों नम्बरों से कबीर उर्फ शिव प्रकाश से बात करता था। दिलीप ने बातचीत करके धीरे-धीरे कबीर उर्फ शिव प्रकाश से नजदीकियां बढा ली थी।
दिनांक 15.11.2025 की शाम को कबीर उर्फ शिव प्रकाश को धोखे से बुलाने के लिये दिलीप ने मेरे द्वारा प्रयोग किये जा रहे मोबाइल से कबीर के मोबाइल पर काल की थी जिससे कबीर को यह आभास न हो कि दूसरा कोई व्यक्ति बात कर रहा है। दिलीप ने फोन से बात करके कबीर उर्फ शिवप्रकाश को लालपुर टावर के पास बुलाया जहां हम लोग पहले से योजनाबद्द तरीके से कार संख्या UP32PA0272 में मैं तथा मेरा साथी राजू तथा दूसरी कार संख्या UP32LA7854 जिसे दिलीप चला रहा था उसमें विनोद, पिन्टू, लालू उर्फ नीरज सवार थे। थोड़ी ही देर में कबीर उर्फ शिवप्रकाश मौके पर आ गया। दिलीप तथा पिन्टू नें मिलकर कबीर उर्फ शिवप्रकाश को बात करते हुए बहला फुसलाकर बातों में उलझाते हुए गाड़ी में बैठने के लिए कहा तो कबीर उर्फ शिवप्रकाश बैठने के लिए तैयार नहीं हुआ तो मैंने जबरन कबीर उर्फ शिव प्रकाश को गाड़ी में बैठाने के लिए इशारा किया तो दिलीप और पिन्टू नें कबीर उर्फ शिव प्रकाश को अपनी गाड़ी में खींचकर बैठा लिया और योजनाबद्ध तरीके से सुदौली मोड़ से भवरेश्वर मंदिर को जाने वाले रास्ते पर मुड़ गये ताकि कैमरे की नजर में न आ पायें इसलिए लिंक मार्ग का सहारा लिया। कुछ देर में हम लोग गाड़ी में ही लालगंज डलमऊ पहुँच गए तथा पूर्व में बनाई गई योजना के मुताबिक शिवप्रकाश उर्फ कबीर को हम सब लोगों ने मिलकर गाड़ी के अंदर ही गला दबाकर मार दिया और हम सभी लोग योजनाबद्ध तरीके से लाश को ठिकाने लगाने के लिए सुनसान जगह की तलाश करते हुए डलमऊ लालगंज से घूमते घामते बीघापुर जनपद उन्नाव पहुंच गए। जहां पर सुनसान जगह देखकर कबीर उर्फ शिवप्रकाश के शव को हाइवे मार्ग के किनारे बनी खाई में फेंक दिया और पेट्रोल डालकर शव को बोतल सहित जला दिया ताकि कबीर उर्फ शिवप्रकाश के शव की शिनाख्त न हो सके। जिसके बाद वहां से छिपते छिपाते लिंक मार्ग पकड़कर वापस आते समय हम लोगों ने रास्ते में ही कबीर उर्फ शिवप्रकाश के मोबाइल में पड़े सिम को निकालकर रास्ते में ही अज्ञात स्थान पर सिम तोड़कर मोबाइल व सिम फेंक दिया था तथा हम लोगों नें घटना में प्रयोग किए गये दोनों मोबाइल से सिम निकालकर अज्ञात स्थान पर रास्ते में हीं सिम तोड़कर सिम व मोबाइल फेंक दिया था और वापस अपने अपने घर आ गये थे।
इनके एक साथ दिलीप रावत पुत्र मत्थन उर्फ पूर्णमासी निवासी बिलिया मोहल्ला नगराम लखनऊ फरार चल रहा गिरफ्तार करने के लिए पुलिस टीमे लगी हुई है।