गौतमबुद्धनगर: IGRS मामलों में लापरवाही: नोएडा प्राधिकरण के 8 अफसरों का वेतन रोका!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!दो टूक:: नोएडा !!
जन शिकायतों के निस्तारण में पारदर्शिता और जवाबदेही को लेकर चल रहे अभियान के बीच नोएडा प्राधिकरण प्रशासन पर बड़ा संकट तब टूट पड़ा जब IGRS (इंटीग्रेटेड ग्रेवियांस रिड्रेसल सिस्टम) मामलों को लेकर लापरवाही बरतने पर 8 वरिष्ठ अधिकारियों को सख्त कार्रवाई का सामना करना पड़ा। मुख्य कार्यपालक अधिकारी (CEO) लोकेश एम ने इन अधिकारियों की जिम्मेदारी तय करते हुए उनका वेतन अगले आदेश तक रोकने के निर्देश जारी कर दिए।
सूत्रों के अनुसार, CEO ने हाल ही में समीक्षा बैठक में पाया कि कई अधिकारी IGRS जनशिकायतों के निस्तारण में लगातार उदासीन बने हुए हैं और 12 से अधिक मामलों को लंबित रखते हुए ‘डिफॉल्टर’ की श्रेणी में पहुंच गए हैं। जबकि समस्या समाधान के लिए उन्हें कई बार निर्देशित और चेतावनी भी दी गई थी।
IGRS उन शिकायतों के लिए बेहद अहम प्रणाली है जिसमें नागरिक सरकारी विभागों से जुड़ी समस्याओं को सीधे दर्ज करते हैं और समयबद्ध निस्तारण अपेक्षित होता है। नोएडा प्राधिकरण में इन मामलों का लगातार जमा होना जनता तक बेहतर सेवाएं पहुंचाने में बाधा और प्रशासनिक कमजोरी का संकेत माना गया।
CEO लोकेश एम ने स्पष्ट कहा कि जनहित के मामलों में किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी और अब ऐसी हर कार्रवाई की जिम्मेदारी तय होगी। उन्होंने चेताया कि भविष्य में इसी तरह की चूक पाए जाने पर और कड़े कदम उठाए जाएंगे।
वेतन रोके गए अधिकारियों के नाम इस प्रकार हैं:
- क्रांति शेखर
- अरविंद कुमार
- ए.के. अरोड़ा
- एस.पी. सिंह
- आर.पी. सिंह
- मीणा भार्गव
- प्रिया सिंह
- संजीव कुमार बेदी
इस फैसले के बाद नोएडा प्राधिकरण में हड़कंप मचा हुआ है और माना जा रहा है कि आने वाले दिनों में IGRS मामलों के समाधान की रफ्तार तेज देखने को मिलेगी।
