मंगलवार, 16 दिसंबर 2025

गौतमबुद्धनगर: फर्जी लूट की साजिश का पर्दाफाश, कंपनी का कैश हड़पने वाले 5 गिरफ्तार!!

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गौतमबुद्धनगर: फर्जी लूट की साजिश का पर्दाफाश, कंपनी का कैश हड़पने वाले 5 गिरफ्तार!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: नोएडा | पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर

कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस ने एक सुनियोजित फर्जी लूट की साजिश का पर्दाफाश करते हुए कंपनी का पैसा गबन करने वाले 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार किया है। थाना सेक्टर-63 पुलिस द्वारा की गई इस सराहनीय कार्रवाई में 02 लाख रुपये नकद, 02 मोबाइल फोन और एक लाइटर पिस्टल बरामद की गई है। सफल अनावरण पर डीसीपी सेंट्रल नोएडा द्वारा पुलिस टीम को ₹25,000 के नकद पुरस्कार से सम्मानित किया गया।

ऐसे रची गई फर्जी लूट की कहानी
पुलिस जांच में सामने आया कि Asteroid Shelters Homes Pvt. Ltd. कंपनी का चालक ओमपाल, अपने साथियों के साथ मिलकर कंपनी के कैश को हड़पने की साजिश में शामिल था। 12 दिसंबर 2025 को कंपनी का चालक ओमपाल और कैशियर नवल किशोर दिल्ली के लक्ष्मी नगर से 02 लाख रुपये नकद लेकर नोएडा लौट रहे थे। सेक्टर-62 अंडरपास के पास ओमपाल के पूर्व नियोजित प्लान के तहत उसके साथियों ने एक किराये की कार से रास्ता रोककर लूट का नाटक किया और लाइटर पिस्टल दिखाकर कैश व मोबाइल ले जाने का ड्रामा रचा।

ओमपाल ने कैशियर को भी यह विश्वास दिला दिया कि वे दोनों लूट के शिकार हुए हैं, जिससे किसी को उस पर शक न हो। इसी आधार पर थाना सेक्टर-63 में लूट का मुकदमा दर्ज कराया गया।

पुलिस की सूझबूझ से खुला राज
वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देशन में गठित पुलिस टीम ने तकनीकी साक्ष्यों और गोपनीय सूचना के आधार पर जांच की, जिसमें यह स्पष्ट हुआ कि लूट की कोई वास्तविक घटना नहीं हुई थी, बल्कि कंपनी का पैसा आपसी मिलीभगत से गबन किया गया। 16 दिसंबर 2025 को बहलोलपुर अंडरपास के पास ग्रीन बेल्ट से 05 अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया गया।

गिरफ्तार अभियुक्त
पुलिस ने इस मामले में कंपनी चालक ओमपाल सहित वीर प्रताप, सोनू गुर्जर, अभिलाष राय और अंकित सतनामी को गिरफ्तार किया है। पूछताछ में खुलासा हुआ कि सभी अभियुक्त आपस में पहले से परिचित थे और 3 दिसंबर 2025 को गौर सिटी, ग्रेटर नोएडा में बैठक कर पूरी योजना बनाई गई थी।

कानूनी कार्रवाई
विवेचना के दौरान लूट की घटना झूठी पाए जाने पर मुकदमे में गबन से संबंधित धाराएं बढ़ाई गई हैं और आगे की कानूनी कार्रवाई प्रचलित है।

पुलिस की इस कार्रवाई से न केवल फर्जी लूट की साजिश बेनकाब हुई, बल्कि कंपनी के गबन किए गए पैसे की भी पूरी बरामदगी संभव हो सकी, जिसे पुलिस की बड़ी सफलता माना जा रहा है।।