सोमवार, 10 नवंबर 2025

गोण्डा- जनपद स्तरीय मिलेट्स मेला एवं मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता का विधायक व सीडीओ ने किया शुभारंभ, मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता में विजेता प्रतिभागियों को किया गया सम्मानित

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गोण्डा- जिला पंचायत सभागार गोंडा में उप्र मिलेट्स पुनरुद्धार कार्यक्रम के तहत जिलास्तरीय मिलेट्स मेला एवं मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। इसका उद्घाटन विधायक गौरा प्रभात वर्मा एवं सीडीओ अंकिता जैन ने किया। विधायक ने श्रीअन्न के महत्व के विषय में चर्चा करते हुए बताया कि इससे बने उत्पाद पौष्टिकता से भरपूर होते हैं अत इन्हें आहार में शामिल किए जाने की जरूरत है। सीडीओ ने अपने उद्बोधन में कृषकों का आह्वान किया कि वे मिलेट्स के फसलों की खेती करके अपने आय में वृद्धि करें क्योंकि मिलेट्स प्रसंस्करण के लिए अनुकूल होते हैं और इससे विभिन्न प्रकार के व्यंजन और अन्य उत्पाद तैयार किया जा सकते हैं जो की पौष्टिक होने के साथ ही साथ आय का अतिरिक्त स्रोत हो सकते हैं। 
उप कृषि निदेशक पीके ठाकुर ने अपने उद्बोधन में मिलेट्स पुनरोद्धार कार्यक्रम की उपलब्धियों पर चर्चा करते हुए बताया कि इस योजना के अंतर्गत कृषको को श्रीअन्न के बीज उपलब्ध कराए गए हैं जिससे जनपद में मिलेट्स का रकबा बढ़ाने में मदद मिली है। अब कृषक भी इसके प्रति जागरूक हो रहे हैं और वे इसकी खेती की तरफ उन्मुख हो रहे हैं। कृषि विज्ञान केंद्र मनकापुर के वैज्ञानिक डॉ रामलखन सिंह ने अपने उद्बोधन में मिलेट्स के फसलों के उत्पादन तकनीक पर विस्तार से चर्चा की। कृषि विज्ञान केंद्र गोपालग्राम की वैज्ञानिक डॉ ममता त्रिपाठी ने मिलेट्स के पोषकीय महत्व के विषय में कृषकों को अवगत कराया। 
मिलेट्स रेसिपी प्रतियोगिता में तीन प्रतिभागियों द्वारा प्रथम तथा तीन प्रतिभागियों द्वारा द्वितीय पुरस्कार प्राप्त किया गया। विजेता प्रतिभागियों को प्रमाण पत्र एवं शाल प्रदान कर सम्मानित किया गया। अंत में उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी शिवशंकर चौधरी ने सभी को धन्यवाद ज्ञापित करते हुए कार्यक्रम के समापन की घोषणा की। इस अवसर पर विभिन्न विभागों एवं प्रतिष्ठानों द्वारा अपने स्टाल भी लगाए गए जहां पहुंचकर कृषकों ने उपयोगी जानकारी प्राप्त की। कार्यक्रम में उप संभागीय कृषि प्रसार अधिकारी शिवशंकर चौधरी, भूमि संरक्षण अधिकारी पारसराम, उपनिदेशक रेशम, जिला कृषि अधिकारी सहित संबंधित विभागों के अधिकारियों, कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों एवं कृषकों ने प्रतिभाग किया।