शनिवार, 8 नवंबर 2025

गौतमबुद्धनगर: फर्जी बैंक खातों का नेटवर्क ध्वस्त—नोएडा पुलिस ने 4 सदस्यीय गिरोह को दबोचा, साइबर अपराधियों को बेचते थे खातों के ‘किट’!!

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गौतमबुद्धनगर: फर्जी बैंक खातों का नेटवर्क ध्वस्त—नोएडा पुलिस ने 4 सदस्यीय गिरोह को दबोचा, साइबर अपराधियों को बेचते थे खातों के ‘किट’!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: नोएडा। थाना फेस-3 पुलिस ने बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी दस्तावेज़ों के आधार पर बैंक खाते खोलकर उन्हें साइबर अपराधियों को बेचने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। पुलिस ने 4 आरोपियों को एम-Block के पास ग्रीन बेल्ट, सेक्टर-66 से सेक्टर-63 की ओर जाने वाले रास्ते से गिरफ्तार किया। इनके कब्जे से मोबाइल फोन, डेबिट कार्ड, चेकबुक और एक कार बरामद की गई। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ मुकदमा संख्या 483/2025 धारा 318/338/336/420(2) बीएनएस एवं 66D आईटी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है।

पुलिस के अनुसार यह गिरोह साइबर क्रिमिनल्स को बैंक खातों का पूरा सेट—चेकबुक, डेबिट कार्ड और सिम—मुहैया कराता था, जिनका उपयोग डिजिटल अरेस्ट, ठगी और अन्य ऑनलाइन अपराधों में किया जाता था। एक खाते की लिमिट 50 लाख से लेकर 5 करोड़ रुपये तक होती थी, जिसके आधार पर इन्हें भारी रकम मिलती थी।

कैसे चलता था फर्जी खातों का काला खेल

  • गिरोह का मास्टरमाइंड मोनू यादव, रोहित यादव नाम के शख्स को फर्जी खाते ‘किट’ के रूप में सप्लाई करता था। प्रति खाते की डील 60,000 रुपये तय थी।
  • मोनू, वरुण प्रताप सिंह, सार्थक गुप्ता और अर्थव दीक्षित से बैंक अकाउंट, सिम और डेबिट कार्ड इकट्ठा कर आगे बेचता था। जब तक खाता चलता रहता, गिरोह को प्रतिदिन 50,000 रुपये तक मिलते थे।
  • ये खाते फर्जी दस्तावेज़ों से खुलवाए जाते थे और सीधे साइबर अपराधियों को बेचे जाते थे, जो डिजिटल अरेस्ट और ऑनलाइन ठगी में इनका उपयोग करते थे।
  • पूछताछ में पता चला कि गिरोह ऑनलाइन गेमिंग और सट्टेबाजी के लिंक भेजकर आम लोगों से पैसा अपने फर्जी खातों में ट्रांसफर करवाता था। इसके लिए कोटक बैंक के ऐसे करंट अकाउंट का उपयोग होता था जिसकी लिमिट 1 करोड़ रुपये दैनिक थी।
  • गिरोह सबूत मिटाने के लिए व्हाट्सऐप वॉयस कॉल और Disappearing Chats का उपयोग करता था।
  • मोनू यादव के मोबाइल से पहले बेचे गए तीन और फर्जी खातों का डेटा भी मिला है।

गिरफ्तार आरोपी

  1. वरुण प्रताप सिंह, उम्र 35 वर्ष, शिक्षा – B.A., निवासी मैनपुरी
  2. सार्थक गुप्ता, उम्र 20 वर्ष, शिक्षा – 10वीं पास, निवासी मैनपुरी
  3. अर्थव दीक्षित, उम्र 19 वर्ष, शिक्षा – 12वीं पास, निवासी मैनपुरी
  4. मोनू यादव, उम्र 25 वर्ष, शिक्षा – B.Sc., निवासी मैनपुरी

बरामदगी

  • 04 मोबाइल फोन
  • 07 डेबिट कार्ड
  • 01 चेकबुक
  • सफेद रंग की बलेनो कार (UP 84 AM 2186)

थाना फेस-3 पुलिस अब गिरोह से जुड़े फरार अभियुक्तों की तलाश में जुटी है। पुलिस टीम की यह कार्रवाई साइबर अपराध को रोकने की दिशा में बड़ी सफलता मानी जा रही है।।