गौतमबुद्धनगर: नोएडा में रिक्रूट पुलिसकर्मियों के लिए विशेष मेंटल हेल्थ अवेयरनेस प्रोग्राम, विशेषज्ञों ने दिए तनाव-मुक्त सेवा के मंत्र!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक:: पुलिस कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर में शनिवार को रिजर्व पुलिस लाइन्स, सूरजपुर में प्रशिक्षण प्राप्त कर रहे रिक्रूट आरक्षियों के लिए मानसिक स्वास्थ्य एवं समग्र कल्याण को केंद्र में रखकर एक विशेष मेंटल हेल्थ अवेयरनेस एवं मोटिवेशनल प्रोग्राम आयोजित किया गया। यह कार्यक्रम पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन एवं पर्यवेक्षण में आयोजित हुआ।
यह सत्र फोर्टिस हॉस्पिटल के सौजन्य से 08 नवम्बर 2025 को आयोजित किया गया, जिसमें मानसिक स्वास्थ्य, कार्यस्थल के तनाव प्रबंधन, सकारात्मक सोच और जीवन में संतुलन बनाए रखने जैसे विषयों पर विशेषज्ञों ने विस्तृत मार्गदर्शन दिया।
कार्यक्रम में फोर्टिस हॉस्पिटल के निदेशक डॉ. सिद्धार्थ निगम तथा वरिष्ठ मनोचिकित्सक डॉ. मनु तिवारी ने रिक्रूट आरक्षियों को संबोधित करते हुए बताया कि पुलिस सेवा जैसी कठिन और चुनौतीपूर्ण नौकरी में मानसिक संतुलन, आत्मनियंत्रण और सकारात्मक दृष्टिकोण अत्यंत आवश्यक हैं। उन्होंने वर्क-लाइफ बैलेंस के लिए सरल दिनचर्या, व्यवहारिक उपाय, स्ट्रेस मैनेजमेंट तकनीकें और माइंडफुलनेस एक्सरसाइज पर विशेष रूप से चर्चा की। विशेषज्ञों ने प्रशिक्षुओं को प्रैक्टिकल एक्सरसाइज कराकर तनाव कम करने के आसान एवं प्रभावी तरीके भी समझाए।
सत्र के दूसरे चरण में सहजयोग केन्द्र के प्रशिक्षकों और आचार्यों द्वारा ध्यान व सहजयोग पर कार्यशाला आयोजित की गई। प्रशिक्षकों ने बताया कि नियमित मेडिटेशन से शांति, एकाग्रता, आत्मविश्वास और भावनात्मक स्थिरता बढ़ती है, जो एक सफल पुलिसकर्मी के लिए अनिवार्य गुण हैं। प्रशिक्षुओं को सहजयोग की प्रक्रिया, ध्यान की पद्धतियों और मानसिक स्थिरता प्राप्त करने के व्यावहारिक उपाय बताए गए।
इस मौके पर अपर पुलिस आयुक्त (मुख्यालय) अजय कुमार, डीसीपी लाइन शैलेन्द्र कुमार सिंह, एसीपी लाइन हेमन्त उपाध्याय, आरआई सुरेश राय, आरटीसी प्रभारी सहित पुलिस लाइन्स के कई अधिकारी एवं स्टाफ मौजूद रहे। कार्यक्रम में बड़ी संख्या में रिक्रूट आरक्षियों ने उत्साहपूर्वक भाग लिया।
ऐसे कार्यक्रमों का उद्देश्य पुलिस बल के बीच मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देना, तनाव-मुक्त कार्यसंस्कृति विकसित करना और सेवाभाव को और अधिक संवेदनशील तथा प्रभावी बनाना है, ताकि पुलिसकर्मी समाज की सेवा में श्रेष्ठतम प्रदर्शन कर सकें।
