मऊ :
छात्र-छात्राओं ने रैली निकाल कर नारी शक्ति जागरूकता का दिया संदेश।।
।।देवेन्द्र कुशवाहा।।
दो टूक : मऊ पुलिस अधीक्षक इलामारन निर्देशन में मिशन शक्ति फेज-5.0 के अर्न्तगत क्षेत्राधिकारी नगर अंजनी कुमार पाण्डेय व थाना दक्षिण टोला द्वारा द स्कॉलर पब्लिक स्कूल की छात्र-छात्राओं, अध्यापक गण एवं मय थाना फोर्स व क्षेत्र के संभ्रांत व्यक्तियों के द्वारा जागरूकता रैली निकाल कर किया गया जागरुकता आभियान
उत्तर प्रदेश सरकार द्वारा महिलाओं एवं बालिकाओं की सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को बढ़ावा देने के उद्देश्य से संचालित मिशन शक्ति फेज-5.0 अभियान के अंतर्गत आज दिनांक 16 अक्टूबर को क्षेत्राधिकारी नगर अंजनी कुमार पाण्डेय, थाना दक्षिण टोला व द स्कॉलर पब्लिक स्कूल की छात्र-छात्राओं, अध्यापक गण एवं मय थाना फोर्स व क्षेत्र के संभ्रांत व्यक्तियों द्वारा जागरूकता रैली का आयोजन किया गया। यह रैली मिशन शक्ति फेज-5.0 उत्तर प्रदेश सरकार का एक प्रमुख अभियान है, जिसका उद्देश्य नारी सुरक्षा, सम्मान और स्वावलंबन को सुनिश्चित करना है। इस अभियान के तहत महिलाओं और बालिकाओं को उनके अधिकारों, सुरक्षा हेल्पलाइन नंबरों, साइबर अपराध से बचाव, और विभिन्न कानूनों के प्रति जागरूक करना है। साइकिल रैली का आयोजन द्वारा इस अभियान को जन-जन तक पहुँचाने और समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और सुरक्षा की भावना को मजबूत करने के लिए किया गया। यह रैली नारी सुरक्षा और सशक्तिकरण का संदेश देने के साथ-साथ समाज में महिलाओं के प्रति सम्मान और जागरूकता को बढ़ावा देने के लिए आयोजित की गई।
मिशन शक्ति टीम द्वारा महिला सुरक्षा हेतु हेल्पलाइन नंबरों की जानकारी दी गई-
रैली के दौरान महिलाओं और बालिकाओं को विभिन्न सुरक्षा उपायों, हेल्पलाइन नंबरों (जैसे 1090, 112, 181,1076,1098, 102, 108), और साइबर अपराध से बचाव के तरीकों के बारे में जागरूक किया। साथ ही, महिलाओं को आत्मरक्षा और कानूनी अधिकारों के प्रति प्रेरित किया गया।
"मिशन शक्ति फेज-5.0 के तहत हमारा उद्देश्य न केवल महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना है, बल्कि उन्हें सशक्त और आत्मनिर्भर बनाने के लिए समाज में जागरूकता फैलाना भी है। यह रैली स्कूल की छात्राओं कि शक्ति और साहस का प्रतीक है, जो समाज को यह संदेश देती है कि महिलाएँ हर क्षेत्र में सक्षम और सशक्त हैं।मिशन शक्ति फेज-5.0 के तहत मऊ पुलिस द्वारा एंटी-रोमियो दस्तों का गठन कर संदिग्ध व्यक्तियों की चेकिंग की जायेगी तथा स्कूलों/कॉलेजों/ गांवों में चौपाल लगाकर महिलाओं/ बालिकाओं को जागरुक किया जायेगा। इस दौरान सभी संबधित अधिकारी/ कर्मचारीगण उपस्थित रहे।