लखनऊ :
CRPF का फर्जी इस्पेक्टर हुआ गिरफ्तार भेजा गया जेल।।
◆सीआरपीएफ मे भर्ती कराने के नाम करता था ठगी का कारोबार।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना काकोरी पुलिस टीम ने सीआरपीएफ का एक फर्जी इंस्पेक्टर को गिरफ्तार कर उसके पास से एक आई कार्ड ,तीन मोहरे, इंक पैड व वर्दी CRP (3 स्टार) व 02 पेन, एक कैरी बैग,एक कार वाहन संख्या UP 32 NM-8308 बरामद किया। गिरफ्तार फर्जी इस्पेक्टर एक ढाबा वाले की लड़की को सीआरपीएफ मे भर्ती कराने की वजह मे तीन लाख रुपए ले लिया था। जबकि लड़की नाबालिग थी सीआरपीएफ मे भर्ती हो ही नही सकती। फिर मामला पहुचा थाने पुलिस ने फर्जी इस्पेक्टर को धरदवोचा।
विस्तार :
पुलिस के मुताबिक थाना काकोरी क्षेत्र रेवरी गॉश निवासी रामकुमार ऊर्फ बब्लू आगार एक्प्रेस-वे पर ढाबा का संचालन करते है। इन्होंने दिनांक 18.10.2025 को
स्थानीय थाना काकोरी मे लिखित तहरीर देकर सी०आर०पी०एफ० में भर्ती कराने का झांसा देकर पैसे मांगना व कूट रचित एडमिट कार्ड देते हुए धोखाधड़ी करने का आरोप लगाते हुए जालसाज आलोक कुमार के खिलाफ थाने मे मु0अ0सं0-407/25 धारा 318 (4)/338/336(3)/340 (2) बीएनएस मे पंजीकृत कराया था।
पुलिस टीम काकोरी ने मामले की छानबीन के दौरान जालसाज आलोक कुमार पुत्र रामकुमार निवासी ग्राम बोडेपुर पोस्ट किन्हूपुर थाना खंडासा जनपद अयोध्या उ०प्र० को रेवरी टोल प्लाजा के पास से दिनांक-18.10.2025 को समय करीब 23.00 बजे गिरफ्तार कर लिया।
आलोक कुमार से कढाई से पूछताछ की गयी तो बताया कि मैं लोगो से सी०आर०पी०एफ० में इंस्पेक्टर बताता हूँ और वर्दी वाली फोटो भेजता हूँ जिससे लोग विश्वास करते है फिर मेरे द्वारा लोगो को सी०आर०पी०एफ० में भर्ती कराने को कहा जाता है और उन लोगो से भर्ती कराने के बदले पैसे माँगते है। पास मे रखी इन्ही मोहरो का प्रयोग करके मेरे द्वारा फर्जी एडमिट कार्ड बनाये जाते है।
जमा तलाशी के दौरान जालसाज के पास से एक कार वाहन संख्या UP 32 NM 8308 को चेक किया गया तो कार की डिग्गी से 01 जोडी वर्दी पेन्ट शर्ट जिसमें 03 स्टार व CRP लिखा हुआ नेम प्लेट, 03 अदद मोहरे जिनमें मिनिस्ट्री ऑफ डिफेन्स रक्षा मंत्रालय भारत सरकार, हैड कमाण्डेट सेन्ट्रल रिजर्व पुलिस फोर्स गवर्मेंट ऑफ इण्डिया, के०रि०पु० बल भारत सरकार, लिखा हुआ एवं इंक पैड व लाल व हरे रंग के पेन बरामद किये गये। गिरफ्तार के विरूद्ध विधिक कार्यवाही करते हुए न्यायिक अभिरक्षा में भेजा गया।
◆अपने ही जाल मे फंस गया जाल साज।
बताते चले कि ढाबा संचालक रामकुमार ऊर्फ बब्लू का आगार एक्प्रेस-वे पर ढाबा है। जहाँ अक्सर आलोक कुमार का सख्स रुकता था बातचीत होते परिचय हो गया। आलोक कुमार अपने आपको सीआरपीएफ का इस्पेक्टर बताता था और सीआरपीएफ मे भर्ती कराने की बात भी करता था।जिसके झांसे मे आकर रामकुमार ने अपनी बेटी मुस्कान और भांजे रोहित को सीआरपीएफ मे भर्ती कराने की बात तैय हुई और डाक्यूमेंट ले गया। कुछ दिन के दोनो का सलेक्शन लेटर रामकुमार के मोबाइल पर भेज कर पैसा मांगने लगा।
रामकुमार ने प्राप्त उस लेटर के बारे मे लोगों से जानकारी करनी शुरु की तो पता चला कि बिटिया नाबालिग है वह कैसे भर्ती हो सकती है बस यहीं मामला फर्जी होने की आशंका पर स्थानीय पुलिस को सूचना दी। काकोरी पुलिस ने मामले को गम्भीरता से लेते हुए आरोपी जालसाज को गिरफ्तार कर लिया।