बुधवार, 15 अक्टूबर 2025

अम्बेडकर नगर :परशुराम ने बड़ी गलती की जिसे इतिहास कभी क्षमा नहीं करेगा : रामभद्राचार्य।।||Ambedkar Nagar:Parashuram made a grave mistake that history will never forgive: Rambhadracharya.||

शेयर करें:
अम्बेडकर नगर :
परशुराम ने बड़ी गलती की जिसे इतिहास कभी क्षमा नहीं करेगा : रामभद्राचार्य।।
।। ज्ञानेन्द्र विक्रम सिंह रवि।।
दो टूक : किसी को भी जो उच्च पद पर आसीन हो उसे कभी पक्षपात नहीं करना चाहिए। परशुराम ने पक्षपात किया था।  परशुराम ने बड़ी गलती की है जिसे इतिहास कभी क्षमा नहीं करेगा। जब तक सृष्टि रहेगी राम की पूजा सच्चे इंसान और भगवान के रूप में होगी।साथ ही परशुराम से हमेशा सवाल होता रहेगा और परशुराम निरुत्तर ही सिद्ध होंगे। यह बातें चित्रकूट तुलसी पीठाधीश्वर स्वामी रामभद्राचार्य ने कहीं। 
 वह विजेथुआ महोत्सव के छठवें दिन वाल्मीकि रामायण कथा सुना रहे थे। उन्होंने कहा कि राम ने परशुराम से प्रश्न किया कि आपने अनेक निर्दोष राजाओं को मारा लेकिन जिसने रातों दिन यज्ञ करने वालों की हत्या की हो जिसने ब्राह्मणों के यज्ञोपवीत से कुयें भर दिए हों ऐसे रावण को आपने क्यों नहीं मारा , क्या इसलिए क्योंकि आप पक्षपाती हैं । राम के इस प्रश्न का उत्तर परशुराम नहीं दे सके उन्हें अनुभव हुआ कि उनसे गलती हुई है।
कहा कि कोई छोटा बड़ा नहीं है। जो रामकृष्ण के प्रेमी हैं जो हिन्दू धर्म में विश्वास करते हैं उन सब से मैं प्रेम करता हूं। जाति रहे लेकिन जातिवाद नहीं होना चाहिये। आज सत्य सुनने वाले बहुत कम हो गये हैं,सब चाटुकारिता में ही लिप्त हैं। जिसकी दृष्टि नीचे हो जाती है सारी सृष्टि उसके नीचे हो जाती है। जिसकी दृष्टि ऊपर होती है सारी सृष्टि उसके ऊपर चढ़ जाती है। वाल्मीकि रामायण में कथा है कि राम ने परशुराम से धनुष ले लिया और धनुष पर बाण चढ़ाकर पूछा कि इसे कहां छोड़ूं। परशुराम ने कहा कि आप मेरे सारे लोकों को समाप्त कर दीजिए। राम ने ऐसा ही किया।राम इतने प्रतापी हैं कि शंकर के धनुष को सीता स्वयंवर में खेल खेल में ऐसे तोड़ दिया जैसे हाथी का बच्चा नरम गन्ने को तोड़ देता है।
 आयोजन मंडल के सदस्य रत्नेश तिवारी ने सपत्नीक व्यासपीठ का पूजन किया। तुलसी पीठ के उत्तराधिकारी रामचन्द्र दास ने गुरु अर्चन किया। इस अवसर पर राज्य महिला आयोग की सदस्य नीलम प्रभात, पूर्व डीआईजी कृपा शंकर सिंह, डॉ राम आसरे तिवारी , पूर्व मुख्यमंत्री के पुत्र प्रमोद मिश्र मुन्ना ,डॉ सुरेन्द्र प्रताप तिवारी, राम विनय सिंह, अमरीश मिश्र, डॉ हरिश्चन्द्र श्रीवास्तव,प्रधान मनोज तिवारी, राहुल पाण्डेय, सर्वेश मिश्र, रीतेश दूबे आदि उपस्थित रहे।