शुक्रवार, 31 अक्टूबर 2025

गौतमबुद्धनगर: ग्रेटर नोएडा: फास्टैग विवाद में किसान से टोलकर्मियों की मारपीट, बीकेयू कार्यकर्ताओं का हंगामा, दो हिरासत में!!

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गौतमबुद्धनगर: ग्रेटर नोएडा: फास्टैग विवाद में किसान से टोलकर्मियों की मारपीट, बीकेयू कार्यकर्ताओं का हंगामा, दो हिरासत में!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: गौतमबुद्ध नगर, 31 अक्टूबर 2025 | 

ग्रेटर नोएडा के थाना जेवर क्षेत्र स्थित यमुना एक्सप्रेसवे टोल प्लाजा पर गुरुवार देर शाम उस समय हंगामा खड़ा हो गया, जब फास्टैग भुगतान को लेकर किसान और टोलकर्मियों के बीच विवाद इतना बढ़ गया कि बात हाथापाई तक पहुंच गई। आरोप है कि टोलकर्मियों और सुरक्षा कर्मचारियों ने किसान के साथ मारपीट की, जिसके बाद मौके पर भारतीय किसान यूनियन (बीकेयू) टिकैत के कार्यकर्ता बड़ी संख्या में पहुंच गए और धरने पर बैठ गए।

धरने के दौरान किसानों ने टोल वसूली के खिलाफ नारेबाजी की और आरोप लगाया कि उनकी जमीन यमुना एक्सप्रेसवे के लिए अधिग्रहित की गई थी, बावजूद इसके उनसे टोल वसूला जा रहा है। पुलिस के हस्तक्षेप और कार्रवाई के आश्वासन के बाद देर रात धरना समाप्त कराया गया।

फास्टैग ब्लैकलिस्ट को लेकर शुरू हुआ विवाद

जानकारी के अनुसार, खेरली भाव गांव निवासी किसान विकास मलिक गुरुवार शाम अपनी कार से जेवर टोल पार कर घर लौट रहे थे। टोल प्लाजा पर मौजूद कर्मचारी ने विकास को बताया कि उनका फास्टैग ब्लैकलिस्टेड है और उन्हें नकद भुगतान करना होगा। किसान ने इस पर आपत्ति जताई और कहा कि उनके फास्टैग में पर्याप्त बैलेंस है।

किसान का आरोप है कि उन्होंने जब नकद भुगतान से इनकार किया, तो टोलकर्मी ने कार पीछे करने को कहा और बहस शुरू हो गई। इसी बीच एक सुरक्षा कर्मी भी मौके पर आ गया और गाली-गलौज करने लगा। विरोध करने पर टोलकर्मियों ने किसान को घसीटा और मारपीट की। इस घटना के दौरान अन्य कर्मचारी भी शामिल हो गए, जिससे टोल पर अफरातफरी मच गई।

किसानों का जमावड़ा, नारेबाजी और ट्रैफिक जाम

घटना की जानकारी मिलते ही बीकेयू टिकैत के जिलाध्यक्ष रॉबिन नागर, प्रवक्ता सुनील प्रधान और अन्य किसान नेता मौके पर पहुंच गए। उन्होंने टोल प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए धरना शुरू कर दिया। किसानों का कहना था कि “एक्सप्रेसवे के लिए हमारी जमीन अधिग्रहित की गई थी, लेकिन अब हमसे ही टोल वसूला जा रहा है। ऊपर से टोलकर्मी किसानों के साथ अभद्र व्यवहार करते हैं, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।”

धरना प्रदर्शन के चलते टोल पर वाहनों की लंबी कतारें लग गईं। स्थिति की जानकारी मिलने पर जेवर कोतवाली पुलिस मौके पर पहुंची और स्थिति को संभाला। थाना प्रभारी संजय कुमार सिंह ने मौके पर मौजूद टीम के साथ सीसीटीवी फुटेज खंगाले, जिसके आधार पर एक टोलकर्मी और एक सुरक्षा कर्मचारी को हिरासत में लिया गया।

पुलिस का बयान और आगे की कार्रवाई

थाना प्रभारी जेवर संजय कुमार सिंह ने बताया कि “टोल भुगतान को लेकर मामूली विवाद था, जो बढ़कर हाथापाई तक पहुंच गया। दोनों पक्षों के बीच आपसी समझौता हो गया है। सीसीटीवी फुटेज की जांच की जा रही है, दोषियों पर कार्रवाई की जाएगी।”

वहीं, टोल प्रशासन की ओर से भी इस पूरे प्रकरण की आंतरिक जांच शुरू कर दी गई है। अधिकारियों ने कहा कि टोल प्लाजा पर कार्यरत कर्मचारियों के आचरण की समीक्षा की जा रही है ताकि भविष्य में ऐसी घटनाएं दोबारा न हों।

स्थानीयों में रोष, पारदर्शिता की मांग

घटना के बाद क्षेत्र के ग्रामीणों और किसानों में आक्रोश देखा गया। उनका कहना है कि टोल कर्मियों की मनमानी और अभद्रता की घटनाएं आम हो चली हैं। स्थानीय लोगों ने प्रशासन से मांग की कि किसानों से जुड़े मुद्दों को गंभीरता से लिया जाए और टोल संचालन व्यवस्था में पारदर्शिता लाई जाए।