सोमवार, 22 दिसंबर 2025

अम्बेडकरनगर : छात्रों ने समझा गन्ने से चीनी बनने की प्रक्रिया।||Ambedkar Nagar:Students learned about the process of making sugar from sugarcane.||

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अम्बेडकरनगर : 
छात्रों ने समझा गन्ने से चीनी बनने की प्रक्रिया।
बीइओ के साथ बच्चों ने जाना गन्ना से चीनी बनने का राज।।
।।पूनम तिवारी।।
दो टूक : राष्ट्रीय आविष्कार अभियान (RAA) के तहत ब्लॉक संसाधन केंद्र कटेहरी पर आयोजित क्विज प्रतियोगिता के पश्चात टॉप 100 में आने वाले बच्चों का "एक्सपोजर विजिट कार्यक्रम" खण्डशिक्षा अधिकारी कटेहरी सुश्री प्रिया पाठक के नेतृत्व में चीनी मिल मिझौडा औद्योगिक ईकाई पर सम्पन्न हुआ। 
  खण्ड शिक्षा अधिकारी कटेहरी प्रिय पाठक ने बताया कि एक्सपोजर विजिट विद्यार्थियों के लिए विज्ञान और तकनीक को व्यावहारिक रूप से समझने का एक बेहतरीन अवसर रहा।
​इस शैक्षणिक भ्रमण का मुख्य उद्देश्य छात्रों को यह दिखाना था कि गन्ने से चीनी बनने की प्रक्रिया में विज्ञान के कौन-कौन से सिद्धांत काम करते हैं।यहाँ भ्रमण से जुड़ी कुछ महत्वपूर्ण जानकारियाँ और प्रक्रिया के बिंदु बच्चो ने सीखे जो 
​भ्रमण के मुख्य आकर्षण केंद्र रहे।
उन्होंने बताया कि ​चीनी मिल की कार्यप्रणाली को समझने के लिए छात्रों ने इन चरणों को समझा:-
*​गन्ना तौल और अनलोडिंग* मिल में गन्ने के आगमन और वजन की प्रक्रिया।
​केन क्रशिंग (पेराई): बड़े रोलर्स द्वारा गन्ने का रस निकालने की यांत्रिक प्रक्रिया।
​शुद्धिकरण : रस में से अशुद्धियों को दूर करने के लिए चूना  और सल्फर डाइऑक्साइड का उपयोग।
​वाष्पीकरण : रस को गर्म करके उसे गाढ़ा (सीरप) बनाना।
​क्रिस्टलीकरण : गाढ़े रस से चीनी के दाने बनाना।
​सेंट्रीफ्यूजेशन: चीनी के दानों को शीरे से अलग करना।
​पैकेजिंग और भंडारण: तैयार चीनी की ग्रेडिंग और बोरियों में पैकिंग।
​विज्ञान और तकनीक का जुड़ाव
​विद्यार्थी इस विजिट के दौरान निम्नलिखित विषयों को बेहतर समझ सकते हैं:
​ऊष्मा गतिकी  बॉयलरों में भाप का बनना और उसका उपयोग।
​रसायन विज्ञान: pH मान का नियंत्रण और रसायनों द्वारा शुद्धिकरण।
​अपशिष्ट प्रबंधन: गन्ने की खोई का उपयोग बिजली बनाने के लिए ईंधन के रूप में करना।
​पर्यावरण सुरक्षा: इफ्लुएंट ट्रीटमेंट प्लांट (ETP) के माध्यम से जल शोधन।
​विजिट के लिए महत्वपूर्ण सुझाव
​सुरक्षा पहले: मिल एक औद्योगिक क्षेत्र है, इसलिए सभी छात्र अनुशासन में रहें और मशीनों से निश्चित दूरी बनाए रखें।
 छात्र हर प्रक्रिया के मुख्य बिंदुओं को नोट किए ताकि वापस जाकर रिपोर्ट तैयार कर सकें।साथ ही बच्चों ने मिल के इंजीनियरों/गाइड से मशीनों की क्षमता और प्रक्रिया के बारे में सवाल पूछे।
चीनी मिल की तरफ से जितेंद्र सिंह एच आर प्रमुख,नीरज सिह एच आर विभाग एवं भुवन प्रताप सिंह सुरक्षाधिकारी का सराहनीय सहयोग रहा।इस अवसर पर विकास खण्ड के एआरपी,नोडल संकुल तथा विज्ञान विषय के विभिन्न शिक्षक शिक्षकायें मौजूद रहे।