अम्बेडकर नगर :
महिलाओं की सुरक्षा व सशक्तिकरण पर डीएम एसपी ने की खुली चर्चा।।
।। ए के चतुर्वेदी।।
दो टूक : अंबेडकरनगर जनपद में नारी सुरक्षा, नारी सम्मान और नारी सशक्तिकरण को नई दिशा देने के उद्देश्य से आज कलेक्ट्रेट सभागार में मिशन शक्ति फेज-5.0 जागरूकता अभियान के तहत महिला सुरक्षा संबंधी जनपदीय कॉन्फ्रेंस का आयोजन किया गया। कार्यक्रम की अध्यक्षता जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला और पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर. शंकर ने संयुक्त रूप से की।कॉन्फ्रेंस में जनपद के विभिन्न सरकारी व निजी चिकित्सालयों, शिक्षण संस्थानों, औद्योगिक प्रतिष्ठानों तथा अन्य कार्यालयों में कार्यरत महिला अधिकारियों व कर्मचारियों ने बढ़-चढ़कर हिस्सा लिया। बैठक का मुख्य उद्देश्य कार्यस्थलों पर महिलाओं को होने वाली समस्याओं की पहचान कर उनका समाधान सुनिश्चित करना रहा।बैठक के दौरान महिलाओं ने निःसंकोच अपने अनुभव साझा किए—जिनमें कार्यस्थल पर उत्पीड़न, सुरक्षा व्यवस्था की कमी, स्वास्थ्य सुविधाओं की दिक्कतें तथा अन्य सामाजिक चुनौतियां प्रमुख रहीं। इस पर जिलाधिकारी व पुलिस अधीक्षक ने गंभीरता से विचार कर संबंधित अधिकारियों को त्वरित व दीर्घकालिक समाधान हेतु स्पष्ट दिशा-निर्देश दिए।इस अवसर पर मिशन शक्ति अभियान के तहत महिलाओं को हेल्पलाइन नंबर (1076, 1090, 181, 112), UP पुलिस ऐप और सरकारी योजनाओं की जानकारी दी गई। साथ ही आत्मरक्षा प्रशिक्षण, साइबर सुरक्षा और कानूनी अधिकारों पर विशेष सत्र आयोजित किए गए, जिससे प्रतिभागियों में आत्मविश्वास की भावना और सशक्तिकरण की चेतना बढ़ी।जिलाधिकारी अनुपम शुक्ला ने कहा कि “मिशन शक्ति अभियान मुख्यमंत्री जी के नेतृत्व में महिलाओं के उत्थान का क्रांतिकारी कदम है। जनपद के हर कोने में इस अभियान को प्रभावी ढंग से पहुंचाया जाएगा और महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित की जाएगी।”
वहीं पुलिस अधीक्षक अभिजीत आर. शंकर ने बताया कि “प्रत्येक थाने पर मिशन शक्ति केंद्र टीम सक्रिय की जा रही है, साथ ही महिला शौचालयों का निर्माण कराया गया है ताकि कार्यस्थलों पर सुरक्षा व सुविधा दोनों सुनिश्चित हो।”कार्यक्रम में मुख्य विकास अधिकारी, जिला कार्यक्रम अधिकारी, जिला प्रोबेशन अधिकारी, मिशन शक्ति प्रभारी म0उ0नि0 शिवांगी त्रिपाठी सहित जनपद की अनेक महिला कर्मचारी उपस्थित रहीं। म0उ0नि0 शिवांगी त्रिपाठी की अगुवाई में समस्त विभागों की महिलाएं महिला कॉन्फ्रेंस में आई और बढ़ चढ़कर हिस्सा लिया।
अंत में अधिकारियों ने बताया कि ऐसे और कार्यक्रम जनपद स्तर पर आयोजित किए जाएंगे ताकि महिलाएं और बालिकाएं सुरक्षित व सशक्त भारत निर्माण में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकें।