लखनऊ :
रिकवरी एजेंट का प्रेम प्रसंग में हुई थी हत्या,पुलिस ने किया खुलासा।
कम्पनी के मालिक समेत दो गिरफ्तार पुलिस ने किया खुलासा।
दो टूक : लखनऊ के बंथरा थाना क्षेत्र के दादूपुर में सोमवार रात रिकवरी एजेंट कुनाल शुक्ला (26) की हत्या प्रेम प्रसंग व पैसों के लेनदेन को लेकर की गई थी। पुलिस ने इस मामले में मृतक के मालिक विवेक सिंह और उसके साथी वसीम अली खान को गिरफ्तार कर बुधवार को इसका खुलासा कर दिया। पुलिस ने घटना में इस्तेमाल किए गए लोहे के सब्बल को बरामद कर दोनों आरोपियों को जेल भेज दिया है।
विस्तार :
DCP साउथ निपुण अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया किया थाना बन्थरा क्षेत्र स्वस्तिक एसोसिएट कम्पनी के आफिस मे रिकवरी एजेंट कुनाल शुक्ला की हुई हत्या मामले मे पुलिस मिली तहरीर के आधार पर एफआईआर दर्ज कर पुलिस टीमों ने सघन छानबीन के दौरान घटना मे सामिल कम्पनी मालिक विवेक सिंह और वसीम अली खान
गिरफ्तार कर लिया गया। पूछताछ के उपरांत विधिक कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया गया।पूछताछ मे पता चला कि विवेक को शक था कि उसकी पत्नी से नजदीकियां है और पैसे का हेराफेरी करनी की भी आशंका थी।
◆बताते चलें कि फैजाबाद (अयोध्या) के धनुआपुर निवासी अशोक शुक्ला रोडवेज में चालक हैं। उनका 26 वर्षीय बेटा कुनाल शुक्ला करीब चार वर्षों से बंथरा के दादूपुर स्थित न्यू डेस्टिन सिटी कॉलोनी में मां सुधा, बड़े भाई सौरभ और भाभी के साथ रहता था। पास ही दादूपुर निवासी विवेक सिंह ने गाड़ियों की रिकवरी के लिए स्वास्तिक एसोसिएट नाम से ऑफिस बना रखा है। विवेक के अंडर में कुनाल गाड़ियों की रिकवरी का काम करने के साथ ज्यादातर इसी ऑफिस में रुकता और सोता था। रोज की तरह मंगलवार सुबह बंथरा निवासी महिला संगम थारू ऑफिस की सफाई करने पहुंची तो आफिस खुला होने के साथ अन्दर कमरे में फर्श पर खून बिखरा पड़ा मिला। साथ ही दीवार और छत पर खून के छींटे लगी होने के अलावा कुनाल का शव दीवान पर पड़ा और उसका चेहरा बुरी तरह कुचला था। जबकि ऑफिस में लगे सीसीटीवी कैमरे और डीवीआर गायब थे। यह सब देख संगम घबरा गई और उसने इसकी सूचना विवेक को दी। विवेक ने पुलिस और मृतक के परिजनों को घटना की जानकारी दी। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया। उस दौरान मृतक की मां सुधा ने विवेक पर हत्या का आरोप लगाया जबकि मृतक के भाई सौरभ ने अज्ञात हमलावरों के खिलाफ रिपोर्ट दर्ज कराई।
घटना के खुलासे के लिए DCP साउथ ने चार टीमें बनाईं थी।
बंथरा प्रभारी निरीक्षक राणा राजेश सिंह के मुताबिक जांच शुरू की गई तो विवेक और उसका साथी वसीम संदिग्ध मिले दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गयी तो मामले सामने आ गया। पूछताछ में दोनों ने अपना जुर्म कबूल कर लिया।
पूछताछ में मूल रूप से गाजीपुर जिले के करीमुद्दीनपुर व वर्तमान में सरोजनीनगर के गौरी में रहने वाले वसीम ने बताया कि विवेक सिंह ने मकान बनवाने और रुपये देने का लालच देकर उसे हत्या की साजिश में शामिल किया।
पूछताछ में वसीम ने बताया कि 8 सितंबर की रात विवेक के कहने पर उसने कुनाल की हत्या कर दी ।
घटनाक्रम के अनुसार विवेक ने पहले कुनाल को शराब पिलाकर सुलाया और रात करीब साढ़े नौ बजे वसीम को फोन कर इशारा किया कि मौसम साफ है खर्राटा मारकर सो रहा है। इसके बाद वसीम ऑफिस पहुंचा और सोते हुए कुनाल के चेहरे पर लोहे के सब्बल से कई वार कर दिए। जिससे कुनाल की मौके पर मौत हो गई। घटना को अंजाम देने के बाद वसीम मृतक का मोबाइल लेकर कुछ दूर स्थित गिट्टी प्लांट पर पहुंचा। वहाँ विवेक पहले से मौजूद था। वसीम ने वहाँ पहुँच कर खून से सने कपड़े धोए और उन्हें पॉलिथीन में रखकर जंगल में बनी लैट्रिन में छिपा दिए, जबकि सब्बल पास की बाउंड्रीवाल के अन्दर फेंक दिया। साथ ही पकड़े जाने के डर से कुनाल का मोबाइल नाले में फेंक दिया।
वहीं विवेक ने पुलिस को बताया कि कुनाल उसकी पत्नी से बातचीत करता था जिससे उसकी बदनामी हो रही थी। साथ ही पैसों के लेन-देन का भी विवाद था। इसी कारण उसने वसीम के साथ मिलकर कुनाल को रास्ते से हटाने की योजना बनाई। विवेक पहले भी 2012 में सरोजनीनगर क्षेत्र में हत्या के मामले में जेल जा चुका है। फिलहाल पुलिस ने वसीम की निशानदेही पर सब्बल, कपड़े और अन्य साक्ष्य बरामद कर दोनों आरोपियों को गिरफ्तार कर बुधवार को जेल भेज दिया है।