लखनऊ :
डाक्टर से 20 लाख की रंगदारी मांगने वाला साथी संग गिरफ्तार।
मां और पत्नी के इलाज से नाखुश होकर रची थी रंगदारी की साजिश।।
दो टूक : कृष्णा नगर क्षेत्र के सर्राफा बाजार में संचालित एक निजी अस्पताल के मालिक को एक रिक्शा चालक के माध्यम से धमकी भरा पत्र भेज बीस लाख रुपए की रंगदारी मांगने वाले दो रेलवे कर्मचारियों को कृष्णा नगर पुलिस ने गिरफ्तार कर घटना का अनावरण किया है।
विस्तार :
DCP साउथ निपुण अग्रवाल ने जानकारी देते हुए बताया कि थाना कृष्णा नगर क्षेत्र में संचालित निजी अस्पताल के संचालक डॉ देवेश रजानी से बीते 26 अगस्त की रात्रि एक गुमनाम पत्र भेज बीस लाख रुपए रंगदारी की मांग की गई थी और पैसा बताए गए स्थल पर न पहुंचाने पर जान से हाथ धोने की धमकी की बात कही गई थी यह पत्र उनके अस्पताल एक रिक्शा चालक के माध्यम से भेजा गया था जो अस्पताल के गार्ड को देकर चला गया था इस धमकी भरे खत की शिकायत पर कृष्णा नगर थाने में मुकदमा दर्ज कर रंगदारी मांगने वालो की तलाश स्थानीय पुलिस समेत क्राइम टीम व सर्विलांस टीम कर रही थी। टीम की मदद से सूचना तंत्र और सर्विलांस द्वारा सोमवार को फिरौती मांगने वाले दो आरोपियों को गिरफ्तार किया गया है यह दोनों आरोपी रेलवे कर्मी है और लखनऊ के आलमबाग रेलवे वर्कशॉप में टेक्नीशियन पद पर कार्यरत है। जिन्होंने पूछताछ में अपना नाम उमेश कुमार मौर्या पुत्र श्याम लाल निवासी हालपता बरहा रेलवे कालोनी थाना आलमबाग मूल निवासी गदियन मोहल्ला कछौना थाना कछौना जनपद हरदोई एवं सुजीत कुमार लोधी पुत्र स्व मुन्ना लाल निवासी बड़ा बरहा थाना आलमबाग लखनऊ का बताया है। मुकेश मौर्या ही मुख्य साजिशकर्ता है जो गला दबाकर हत्या के आरोप में चार साल जेल में रहा और वर्ष 2019 में जमानत पर रिहा हुआ है। उमेश कुमार मौर्या ने एमसीसी हास्पिटल में इलाज के लिये अपनी माँ व पत्नी को भर्ती कराया था, जिसमें अस्पताल के डाक्टर देवेश रजानी से इलाज सही न करने व पेमेन्ट ज्यादा लेने की बात को लेकर मार्च माह में कहासुनी हुई थी। इसी बात को लेकर वह अस्पताल संचालक से खुन्नश रखने लगे और अपने सहकर्मी सुजीत के साथ मिलकर डॉक्टर से लाखों रुपए निकलवाने के लिए साजिश रचने लगा था इसी साजिश के तहत एक धमकी भरा नोट बना बीस लाख रुपए की मांग करते हुए लिफाफे पर डॉ का नाम पता लिख एक रिक्शा चालक को इमरजेंसी बता उसके द्वारा धमकी भरा पत्र डॉक्टर के अस्पताल भेजा था ।दोनों रेलवेकर्मियों के खिलाफ कार्यवाही करते हुए जेल भेज दिया गया है।