गोण्डा- उर्वरक आवंटन के सापेक्ष समयबद्ध प्रेषण में लापरवाही/शिथिलता की शिकायतें प्राप्त होने के फलस्वरूप, जिलाधिकारी श्रीमती प्रियंका निरंजन ने बीते 14 अगस्त को (प्रादेशिक कोऑपरेटिव फेडरेशन) पीसीएफ बफर गोदाम मुण्डेरवा माफी का औचक निरीक्षण किया था। इस दौरान खाद के वितरण व भंडारण में गंभीर अनियमितताएँ तथा प्रबंधन स्तर पर घोर लापरवाही पाई गई थी। निरीक्षण में लेखाकार/जिला प्रबंधक पीसीएफ गोण्डा नृपेन्द कुमार की कार्यप्रणाली में स्पष्ट रूप से उदासीनता व शिथिलता देखी गई, जिसके कारण किसानों को समय पर खाद उपलब्ध नहीं हो सका। यह स्थिति न केवल शासन की योजनाओं के क्रियान्वयन में बाधक है, बल्कि कृषक हितों के प्रतिकूल भी है।
जांच अधिकारी द्वारा प्रस्तुत निरीक्षण रिपोर्ट के आधार पर शासन स्तर से त्वरित कार्यवाही करते हुए नृपेन्द कुमार को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर दिया गया है। निलंबन अवधि में उन्हें पीसीएफ मुख्यालय से सम्बद्ध किया गया है। साथ ही, प्रकरण की सम्यक जांच हेतु क्षेत्रीय प्रबंधक अयोध्या को जांच अधिकारी नामित किया गया है।
जिलाधिकारी ने कहा कि शासन की मंशा के अनुरूप किसानों को समय पर खाद की उपलब्धता सुनिश्चित कराना प्रशासन की सर्वोच्च प्राथमिकता है। ऐसे किसी भी कार्मिक अथवा अधिकारी द्वारा कर्तव्यों के प्रति लापरवाही बरतना असहनीय है और संबंधित के विरुद्ध कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही सुनिश्चित की जाएगी। जिले के समस्त संबंधित विभागों को निर्देशित किया गया है कि वे अपने कार्यों में पूर्ण निष्ठा एवं पारदर्शिता के साथ कार्य करें, अन्यथा उनके विरुद्ध भी दंडात्मक कार्यवाही अमल में लाई जाएगी।