आजमगढ़ :
सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा,सिस्टम का खेल निराला,जिम्मेदारों ने लगाई फर्जी रिपोर्ट।
दो टूक : शासन के निर्देशानुसार सरकारी भूमि पर अवैध कब्जा सूचना के बाद त्वरित कार्रवाई करते हुए कब्जा मुक्त करना है और भूमि को कब्जे मे लेते हुए वहाँ सरकारी जमीन का बोर्ड लगा देना चाहिए।लेकिन राजस्व कर्मचारी इसके विपरीत कार्य करते हुए सुविधा शुल्क लेकर अधिकारियों को भ्रामक रिपोर्ट भेजकर गुमराह करते रहते है। वही इस काम मे पुलिस भी पीछे नही है वहां तो शिकायत कर्ता पर ही कार्यवाही करते हुए भ्रामक रिपोर्ट लगा अपने आका को गुमराह करते है। शासन प्रशासन इन नीचे के कर्मचारियों का कटपुतली बनकर रह जता है।
ताजा मामला ग्राम बस्ती भुजबल परगना कौड़िया तहसील बूढ़नपुर आजमगढ़ का है।
विस्तार :
बताते चले कि बीते जून माह की 13 तारिख को ग्राम बस्ती भुजबल, परगना कौड़ियां, तहसील बूढ़नपुर जिला आजमगढ़ में गाटा संख्या 161 रकबा 0.024 हे० की नवीन परती/सरकारी भूमि पर नीरज गुप्ता ऊर्फ नीरज मोदनवाल पुत्र दिनेश मोदनवाल और दिनेश मोदनवाल, योगेन्द्र यादव ऊर्फ बाबूलाल यादव अपने सहयोगियों के साथ राजस्व कर्मियों एव पुलिस की मिलीभगत से अवैध कब्जा किया जा रहा है। जिसकी सूचना जागरूक नागरिक अंसल ने एन्टी भू माफिया पर शिकायत करते हुए वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों से किया था जिसकी जांच क्रम लेखपाल कानूनगो ने आरोपी को ही गवाह बनाते हुए नवीन परती पर कोई कब्जा न होने और नहर की पटरी की फोटो लगाकर रिपोर्ट लगा दिया।
वहीं सी ओ बूढ़नपुर ने घटना के दिन की फोटो लगाकर काम रुकवाने और कोई कब्जा न होने की रिपोर्ट लगाया है। जबकि मौके पर दिवाल उठाकर कब्जा किया गया है।
◆कानून गो ने धमकाया,पुलिस ने की शांति भंग में कार्रवाई।
राजस्व कर्मचारियों के द्वारा भ्रामक रिपोर्ट लगाने पर शिकायत कर्ता ने पुन: मुख्मयंत्री पोर्टल पर शिकायत किया तो बौखलाए राजस्व निरीक्षक ने शिकायत कर्ता से काल कर अभद्रता भाषा का प्रयोग किया।
वहीं स्थानीय पुलिस थाना अहरौला ने शिकायत कर्ता के पिता पर शांति भंग की कार्रवाई कर दी। शिकायत कर्ता के पिता लखनऊ मे रहते है।
शिकायत कर्ता के पिता दयाशंकर चौबे ने आजमगढ़ के राजस्व कर्मचारी एवं पुलिस की भ्रामक रिपोर्ट लगाने को लेकर मुख्यमंत्री से लिखित शिकायत किया है।