अम्बेडकर नगर :
बिजली की आंख मिचौली,शाम को ऑन, जनता का पसीना ऑन।
।। ए के चतुर्वेदी ।।
दो टूक : अंबेडकरनगर जनपद में बिजली विभाग का नया खेल जारी है – दिन में सपने दिखाओ, शाम होते ही स्विच बंद कर दो! कर्मचारी गिनती के हैं, लाइनमैन बेचारे दिन-रात तार पकड़कर झूल रहे हैं, ऊपर से अफसर AC में बैठकर मीटिंग कर रहे हैं कि “जनता को निर्वाध बिजली कैसे न दी जाए?”गांव से लेकर कस्बे तक हर जगह लोग परेशान हैं – घरों में कूलर पंखा छोड़िए, बल्ब भी आंख मिचौली खेल रहा है। बिजली विभाग के पास न लाइनमैन हैं, न मिस्त्री – लेकिन बिल वसूलने वाले पूरे फॉर्म में हैं!
कर्मचारियों की कमी ऐसी कि एक लाइनमैन की 24 घंटे ड्यूटी – जैसे एक ही आदमी से तीन शादी करवा दी गई हो! ट्रिपिंग का टाइम टेबल भी पक्का – शाम होते ही कभी तार टूटेगा, कभी फॉल्ट निकलेगा, कभी लो वोल्टेज का बहाना मिलेगा।
जनता कह रही है – जब सरकार ने ‘हर घर बिजली’ का सपना दिखाया था तो क्या सपना भी ट्रिपिंग-ट्रिपिंग में ही देखना होगा? सवाल बड़ा है – जवाब देने वाला कौन?
अब जनता भी कह रही – बिजली विभाग वालों! फॉल्ट ठीक करो या कुर्सी छोड़ो, नहीं तो जनता का पारा और हाई होगा – और ये पारा बिजली से नहीं, आक्रोश से चलेगा!