अम्बेडकर नगर:
भोलेनाथ की पूजा व जलाभिषेक करने उमड़ें श्रद्धालु।।
सजे शिवालय, आज से चहुंओर गूंजेगा हर-हर बम-बम
।।ए के चतुर्वेदी।।
दो टूक : अंबेडकर नगर जनपद मे स्थित एतिहासिक धर्मस्थल शिव बाबा धाम में
श्रावण मास प्रारंभ होने पर भोलेनाथ की पूजा-अर्चना और जलाभिषेक करने के लिए शिव मंदिरों में श्रद्धालु उमड़ेंगे। इसके लिए प्रमुख शिव मंदिरों में जरूरी व्यवस्थाएं की गई हैं।श्रावण मास का प्रारंभ शुक्रवार को हुआ ,शिवालयों में भारी संख्या में श्रद्धालु उमड़े। भगवान शिव का जलाभिषेक करने के लिए सुबह से ही भक्तों की लाइन लग गई। शुक्रवार का दिन भगवान शिव का दिन है। वह भी सावन का शुक्रवार हो तो आस्था दोगुनी हो जाती है। इस बार श्रावण मास की शुरुआत शुक्रवार को हुई। जिस वजह से शुक्रवार को शिव मंदिरों में भीड़ उमड़ना स्वाभाविक था।आस्था और विश्वास का संगम धार्मिक स्थल 'शिवबाबा' पर सावन मास की शुरुआत शुक्रवार को श्रद्धालुओं का रेला उमड़ा। शिवभक्तों की भीड़ को देखते हुए अकबरपुर नगर से सटे पवित्र धाम शिवबाबा में तैयारियां की गई हैं।महिलाओं, पुरुषों के अलावा बच्चों ने भी विधि-विधान से भगवान शिव की पूजा अर्चना कर प्रतिमा पर पुष्प अर्पित किए। यहां सोमवार व शुक्रवार को साप्ताहिक मेला लगता है। श्रद्धालु इस पवित्र स्थान पर पहुंचकर विशालकाय वट वृक्ष के समक्ष माथा टेकते हैं और मनौती पूर्ण होने की फरियाद करते हैं। श्रावण मास प्रारंभ होने पर यहां जिले के अतिरिक्त गैर जनपदों के भी हजारों श्रद्धालु शिवबाबा की पवित्र समाधि स्थली पर शुक्रवार को माथा टेकने पहुंचे। पुजारी व महंत ओमप्रकाश गोस्वामी बताते हैं, मिन्नतें पूरी होने पर श्रद्धालुओं की ओर से यहां वट वृक्ष में घंटा बांधते की परंपरा बहुत पुरानी है। अनेक लोग हलवा-पूड़ी भी चढ़ाते हैं, जिसे स्थानीय भाषा में कढ़ाई कहते हैं। कहा जाता है कि एक पहुंचे हुए ब्राह्माण की इच्छा पर स्थानीय रियासतदार ने लगभग 152 बीघा भूमि दान किया था। इसके एक भाग पर यह धार्मिक स्थल स्थापित है। अंतत: उक्त सिद्ध पुरुष ने प्राण त्याग दिए। उनका अंतिम संस्कार भी यहीं किया गया। उनकी समाधि स्थली पर उगे वट वृक्ष की लोगों ने पूजा-अर्चना करना शुरू कर दिया, जो अब शिवबाबा के नाम से जाना जाता है। सुरक्षा को लेकर पुलिस कर्मी भी सजग रहे। उनकी चौकसी से छिनैती आदि की घटना प्रकाश में नहीं आई। जयकारों के साथ जब मंदिरों में भक्तों का रेला उमड़ रहा था तो व्यवस्थापकों के पसीने छूट जा रहे थे। जनपद मुख्यालय से सटे कस्बा शहजादपुर के प्राचीन शिव नर्वदेश्वर मंदिर पर श्रद्धालुओं का ताता लगा रहा। नर्वदेश्वर मंदिर की प्रसिद्धि पौराणिक काल से है। यहां बड़ी संख्या में श्रद्धालु श्रावण मास में भगवान का जलाभिषेक करते हैं। सुबह से ही श्रद्धालुओं का तांता लगा रहा। हर तरफ भगवान शिव के जयकारे लगाए जा रहे थे। गीत,संगीत की धुन पर लोग समूह में मंदिरों की तरफ आते देखे गए। जनपद के मंदिरों में यह क्रम पूरे श्रावण मास लगा रहेगा। हर तरफ भगवान शिव की भक्ति का वातावरण होगा।