शुक्रवार, 20 जून 2025

आजमगढ़ : सीएम योगी ने गोरखपुर लिंक एक्प्रेस वे किया लोकार्पण, सपा पर साधा निशाना।।Azamgarh: CM Yogi inaugurated Gorakhpur Link Expressway, targeted SP.||

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आजमगढ़ : 
सीएम योगी ने गोरखपुर लिंक एक्प्रेस-वे किया लोकार्पण,सपा पर साधा निशाना।।
बोले सीएम योगी - सपा विकास नहीं ,डी कंपनी दाऊद गिरोह के साथ करते थे साझेदारी।
।।सिद्धेश्वर पांडेय।।
दो टूक :  मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने  रोड कनेक्टिविटी की शानदार सौगात गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे का लोकार्पण फुलपुर तहसील के  सलारपुर टोलप्लाजा के पास किया। लोकार्पण के बाद सीएम ने जनसभा को संबोधित किया। इस दौरान सीएम ने आज़मगढ़ में सरकार द्वारा किए गए विकास कार्यों को गिनाया तो वही समाजवादी पार्टी पर जमकर हमला बोला।

जनसभा को संबोधित करते हुए सीएम ने कहा कि पूर्वी उत्तर प्रदेश के गोरखपुर से आजमगढ़ की अंबेडकर नगर और संत कबीर नगर को वर्ल्ड क्लास कनेक्टिविटी का उपहार आज आपको प्राप्त हो रहा है।  इसके लिए सीएम ने सभी  को बधाई देते हुए कहा कि देश के प्रधानमंत्री मोदी ने देशवासियों के सामने आजादी के अमृत महोत्सव वर्ष के अवसर पर जो लक्ष्य तय किया था और उसे लक्ष्य को प्राप्त करने के लिए कीवर्ष  2047 में भारत एक विकसित भारत होगा।  उसे विकसित भारत के लिए विकसित और आत्मनिर्भर उत्तर प्रदेश बनाने की दिशा में डबल इंजन की भारतीय जनता पार्टी की सरकार के द्वारा किए गए प्रयासों से आज  उत्तर प्रदेश एक्सप्रेस वे प्रदेश के रूप में अपनी पहचान बना रहा है   

 आज अदम्य साहस का गढ़ बन चुका है आजमगढ़

  सीएम ने कहा कि  आज से 8 वर्ष पहले पहचान का संकट होता था।  लोग आजमगढ़ का नाम लेने से घबराते थे । उत्तर प्रदेश का नाम लेने से घबराते थे।  आज़मगढ़ ने एक नहीं दो-दो मुख्यमंत्री दिए और इस आज़मगढ़ को पहचान का मोहताज होना पड़ा था।   लेकिन आज 8 वर्ष के अंदर प्रधानमंत्री मोदी जी के मार्गदर्शन में आजमगढ़ पहचान का मोहताज नहीं है। आज आजमगढ़ से अदम्य साहस का गढ़ बन चुका है।  अब यह विकास की मुख्य धारा के साथ जुड़ चुका है। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि याद करिए कितने विकास की योजनाएं पिछले 8 वर्ष में आजमगढ़ में आई। पूर्वांचल एक्सप्रेस वे का शिलान्यास भी जुलाई  2018  में प्रधानमंत्री जी ने किया था और उद्घाटन भी  2021 में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे का उद्घाटन भी  प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने किया था।  अब मैं देखता हूं आजमगढ, मऊ, गाजीपुर, बलिया  के लोग सुबह जाते हैं लखनऊ और दोपहर में अपना कार्य निपटा करके वापस अपने गांव , अपने शहर में शाम तक वापस आ जाते हैं । यह होती है गति और यही होती है प्रगति।

2017 में डेढ़ एक्सप्रेस वे , 2025 में 6 एक्सप्रेस वे

  जब हम लोग 2017 में आए थे हमारे पास डेढ एक्सप्रेसवे थे।  यमुना एक्सप्रेस वे और आगरा- लखनऊ एक्सप्रेसवे का काम  आधा हुआ था । आज मुझे बताते हुए प्रसन्नता है कि आधे काम को तो हमने पूरा किया ही, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे की यात्रा का साक्षी आप बन रहे हैं।  2021 से लगातार बना रहे हैं।  2022 में बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे चालू हो गया है।  300 किलोमीटर का है,  पूर्वांचल एक्सप्रेस वे 340 किलोमीटर का बनकर   पहले तैयार हो चुका है।  अब इसकी कनेक्टिविटी सीधे पटना तक के लिए पूरी  पूरी होने जा रही है ।  पटना से लेकर के लखनऊ तक और लखनऊ से लेकर दिल्ली तक की पूरी कनेक्टिविटी कितनी आसान हो जाएगी।

पटना से लेकर के दिल्ली तक की कनेक्टिविटी


1857 के प्रथम स्वतंत्र समर के नायक वीर कुंवर सिंह ने जब अंग्रेजों को पछाड़ने  के लिए आजमगढ़ तक अंग्रेजों का मुकाबला किया था , तब कनेक्टिविटी नहीं थी । अगर उस समय यह पूर्वांचल एक्सप्रेसवे होता तो आजमगढ़ के लोग वीर कुंवर सिंह के साथ मिलकर के अंग्रेजों को मार-मार करकेखदेड़े  होते और फिर यह देश 1857 में ही स्वाधीन हो गया होता ।  लेकिन आज पटना से लेकर के दिल्ली तक की कनेक्टिविटी पूर्वांचल एक्सप्रेसवे देने जा रही है । बुंदेलखंड एक्सप्रेसवे दिल्ली से आगरा होते हुए, हम इसको सीधे चित्रकूट तक जोड़ रहे हैं । 300 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे बन चुका है । यातायात फर्राटा भर रहा है । और आज 91 किलोमीटर का एक्सप्रेसवे  आजमगढ़ से गोरखपुर की कनेक्टिविटी को पूरा करने जा रहा है। बीच में अंबेडकर नगर जनपद और संत कबीर नगर जनपद में इसका लाभ प्राप्त करेगा । दिल्ली से मेरठ के बीच में एक्सप्रेसवे का निर्माण 12 लेन का एक्सप्रेस वे पहले ही प्रारंभ हो चुका है । एक्सप्रेसवे बनने के पहले दिल्ली से मेरठ की दूरी को तय करने में लगते थे 3 घंटे और आज एक्सप्रेस वे हो गया है तो मात्र 40 से 45 मिनट में दूरी को तय किया जा सकता है ।  गंगा एक्सप्रेसवे लगभग 600 किलोमीटर लंबा बन रहा है।  मेरठ से लेकर के प्रयागराज तक इसकी बेहतरीन कनेक्टिविटी हो रही है।  इस वर्ष के अंत तक हम उसको भी  प्रधानमंत्री जी के कर कमलों  से लोकार्पित करने वाले हैं । लखनऊ से कानपुर के बीच का एक्सप्रेस वे, बलिया लिंक एक्सप्रेस वे और इस प्रकार के लगभग 6 एक्सप्रेस वे निर्माणाधीन  है । शेष पर कार्य होने जा रहा है।  यानी इंफ्रास्ट्रक्चर को इतना मजबूत कर देंगे , इतना मजबूत कर देंगे कि  उत्तर प्रदेश को समृद्ध होने से कोई रोक नहीं सकता है, कोई वंचित नहीं कर सकता है । और यही तो इस नए भारत के नए उत्तर प्रदेश की पहचान है ।

2017 से पहले सड़क में गड्ढे या गड्ढे में सड़क

वर्ष  2017 के पहले पता ही नहीं लगता था, गड्ढे में सड़क है कि सड़क में गड्ढे।लेकिन आज गड्ढा मुक्त सड़के है। इंटर इस्टेट कनेक्टविट  फोरलेन के साथ है,हर जनपद मुख्यालय फोरलेन कनेक्टिविटी के साथ,  तहसील और ब्लॉक मुख्यालय टू लाइन की कनेक्टिविटी के साथ है। 

आज 16 एयरपोर्ट क्रियाशील

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि  याद करिए वर्ष 2017 के पहले दो एयरपोर्ट थे आज उत्तर प्रदेश के अंदर 16 एयरपोर्ट क्रियाशील है । उसमें से चार इंटरनेशनल एयरपोर्ट है,  अयोध्या का इंटरनेशनल एयरपोर्ट महर्षि वाल्मीकि के नाम पर है और   सफलतापूर्वक संचालित हो रहा है एक्सप्रेसवे के किनारे औद्योगिक क्लस्टर विकसित किया जा रहा है। उद्योग यही लगेंगे, यहीं पर इसका लाभ मिलेगा पहचान का मोहताज नहीं होना पड़ेगा।  हमारे यहां के नौजवानों को उसी के गांव उसी के क्षेत्र में  रोजगार भी मिलेगा ।  प्रधानमंत्री मोदी जी के संकल्प के अनुसार विकसित भारत के सपने को साकार करने का जो लक्ष्य उन्होंने हमें दिया है उसे लक्ष्य को प्राप्त करने में उत्तर प्रदेश अपनी भूमिका का निर्माण करेगा।  आज इंफ्रास्ट्रक्चर इसी को लेकर के आपको समर्पित किया जा रहा है।  

सत्ता में आने पर सपा के लोग परिवार की करते हैं बात 

सीएम ने समाजवादी पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा कि  विकास का कोई विकल्प नहीं हो सकता।  जो लोग जाति के नाम पर बांटने वाले लोग हैं यह वही लोग हैं जिनको सत्ता मिली थी। जाति के नाम पर तो बांधते थे लेकिन जब सत्ता में आते थे तो सत्ता में आने पर तब यह लोग अपने परिवार की बात करते थे।  अभी आप मुझे बताइए 60244 पुलिस भर्ती हुई है ना । आजमगढ़ के लोग भर्ती हुए हैं कि नहीं हुए हैं, मुझे बताओ आप मुझे बताओ किसी से कोई पैसा मांगा है क्या।  कोई सिफारिश करवानी पड़ी है क्या।  अरे हर जाति हर संप्रदाय से जुड़े हुए लोग भर्ती हुए हैं ,और इसमें भी 12045 केवल बेटियां भर्ती हुई है । उनकी ट्रेनिंग भी होने जा रही है।   उत्तर प्रदेश का नौजवान एक साथ 60244 एक साथ भर्ती हो गया, कोई सिफारिश नहीं । वर्ष 2017 के पहले हुआ होता तो चाचा और भतीजा झोला लेकर के वसूली के लिए निकल गए होते। यानी वहा पर भी भेद होता था।  पैसा लेकर के किसी की भर्ती नहीं होती थी उसके बगैर तो होती नहीं थी।  लेकिन अब कोई भेदभाव नहीं ।अब तो सबकी अवसर मिल रहा है । सबका साथ और सबके विकास का यही भाव है।  जिसमें सब की भागीदारी होगी कोई भेदभाव नहीं होगा अब तो आजमगढ़ का नौजवान कहीं जाएगा देश के अंदर और दुनिया के अंदर केवल उत्तर प्रदेश से हूं तो लोग बड़े सम्मान के साथ देखेंगे।  उत्तर प्रदेश जिसने विरासत विकास का एक अद्भुत संबंध में स्थापित किया है, महाकुंभ प्रयागराज  अयोध्या में राम जन्म भूमि पर भगवान राम लाल के भव्य मंदिर का निर्माण होना, काशी में काशी विश्वनाथ धाम का होना, मां विंध्यवासिनी धाम का विकसित होना, चित्रकूट धाम का विकसित होना यह सभी आज एक नई पहचान दिला  रहे हैं और अब तो मथुरा वृंदावन की तरफ हम भिड़ चुके हैं।  मथुरा वृंदावन में भी हमारा कार्य प्रारंभ हो चुका है।  

सीएम योगी ने कहा कि  एक्सप्रेस वे और हाईवे, रेलवे की कनेक्टिविटी, एयर कनेक्टिविटी ,महाराज सुहेलदेव के नाम पर आजमगढ़ में आज विश्वविद्यालय बन गया है।  यहां के मेडिकल कॉलेज में नर्सिंग कॉलेज का भी निर्माण हो चुका है। 

निरहुआ और नीलम के जीतने पर द्रुत गति से हुआ था विकास

सीएम ने सपा पर हमला बोलते हुए कहा  कि इन्होंने अपने परिवार की चिंता की, अपनी जाति की भी चिंता नहीं कि केवल परिवार की चिंता की। किसी गैर सफाई वासी को यहां से सांसद बनाकर के भेजने का काम किया था, तो भारतीय जनता पार्टी ने ही किया था । निरहुआ, नीलम सोनकर सांसद बानी तो आज़मगढ़ में विकास द्रुत गति से आगे बढ़ा।

पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के नाम पर पूर्व सीएम ने बनाया था  बेवकूफ

सीएम ने कहा कि आपने मुख्यमंत्री को जीतकर भेजा वे भी विश्विद्यालय, पूर्वांचल एक्सप्रेस वे  नहीं दे पाए थे। कितना बेवकूफ बनाया था पूर्वांचल एक्सप्रेसवे के नाम पर । 340 किलोमीटर का लंबा एक्सप्रेस शिलान्यास कर दिया, एलाइनमेंट भी नहीं पता और जमीन एक भी इंच नहीं खरीदी।  जब 6 महीने के बाद 20 17 में में आया मैंने कहा कि क्या हुआ क्या प्रोग्रेस है तो पता चला जीरो तो  बनेगा कहां पर , मैंने कहा फिर यह टेंडर कैसे हो गए टेंडर कर दिए गए थे।  15200 करोड़ के एक्सप्रेसवे की चौड़ाई थी मात्र 110 मीटर।  हमने चौड़ाई को  110 नहीं 120 मीटर चौड़ा किया। जिससे की  बाई चांस हमें एक्सप्रेसवे के साथ  जब हम हाई स्पीड सेमी हाई स्पीड ट्रेन का संचालन भी करेंगे, उसके लिए हमें जमीन चाहिए होगी ।  हम उसके साथ एक्सप्रेसवे के साथ उसको भी दौड़ा सके । हमने जमीन खरीदे, पुराने टेंडर को कैंसिल किया  और फिर इस कार्य को आगे बढ़ाते हुए  वही एक्सप्रेस में 11800 करोड रुपए में बना करके हमने समर्पित कर दिया। ये  3000- 4000 करोड रुपए की डकैती डालने वाले कौन लोग थे । यह वही लोग हैं जो आज आपको गुमराह करने के लिए फिर से ईमानदारी का चेहरा दिखाने के लिए आपके पास आएंगे। 

विकास नहीं दाऊद को पालते व पार्टनरशिप करते थे

सीएम ने समाजवादी पार्टी पर जोरदार हमला बोलते हुए कहा किवे पूर्वांचल एक्सप्रेस वे नहीं बनवाये,  महाराज सुहेलदेव के नाम पर विश्वविद्यालय नहीं बनाये। वे  विकास नहीं करते थे,  वे  तो मुंबई की डी कंपनी को पालते थे।  दाऊद गिरोह को पालते थे, पार्टनरशिप करते थे । उनके साथ मिलकर बंदरबांट  करते थे,  सुरक्षा में सेंध लगते थे, कोई आतंकी वारदात होती थी बदनाम आजमगढ़ होता था। पहचान का संकट मेरे नौजवानों के सामने आता था । आज तो ऐसा नहीं है।  देश की सुरक्षा में सेंध कोई लगाएगा तो आज़मगढ़ की पहचान पर संकट नहीं आएगा बल्कि संकट पैदा करने वालो   को पहले से ही जहन्नुम का टिकट दे दिया जाएगा ।  

  यह है नया भारत  

देश की सुरक्षा पर कोई खिलवाड़ नहीं यह नया भारत है। प्रधानमंत्री मोदी जी ने ऑपरेशन सिंदूर के माध्यम से देश के दुश्मनों को स्पष्ट संदेश भी दे दिया है, कि  कोई भारत की सुरक्षा में सेंध  लगाएगा, आतंकवाद को भड़काएगा,  प्रेरित और प्रोत्साहित करेगा तो घुस करके मारेंगे चाहे वह सर्जिकल स्ट्राइक, एयर स्ट्राइक हो या ऑपरेशन सिंदूर हो।  भारत के बहादुर जवान दुश्मन की मांद में घुसकर के निकाल बाहर  करेंगे और देश के सुरक्षा वालों का काम तमाम करेंगे। 

गौरतलब है कि पूर्वांचल एक्सप्रेस-वे से जुड़े गोरखपुर लिंक एक्सप्रेसवे की कुल लंबाई 91.35 किमी है। यह गोरखपुर के एनएच-27 पर जैतपुर के पास शुरू होकर आजमगढ़ के सलारपुर में पूर्वांचल एक्सप्रेसवे से मिलता है।

चार जिलों गोरखपुर,संतकबीरनगर, आंबेडकरनगर और आजमगढ़ से होकर गुजरने वाला यह एक्सप्रेस-वे भविष्य में छह लेन तक विस्तारित किया जा सकता है। एक्सप्रेस-वे निर्माण के लिए भूमि अधिग्रहण सहित 7283.28 करोड़ रुपये की लागत आई है। इसका निर्माण दो भाग में गोरखपुर के जैतपुर से अंबेडकरनगर के फुलवरिया तक (48.317 किमी) और फुलवरिया से आजमगढ़ के सलारपुर तक (43.035 किमी) किया गया है।