सोमवार, 12 मई 2025

लखनऊ :भारत के सामाजिक उन्नयन में आर्य समाज की महती भूमिका : बृजेश पाठक।।||Lucknow:Arya Samaj has played a vital role in the social upliftment of India: Brijesh Pathak.||

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लखनऊ :
भारत के सामाजिक उन्नयन में आर्य समाज की महती भूमिका : बृजेश पाठक।।
समाज की सहभागिता, प्यार और उत्साह मेरी ताकत : मनमोहन तिवारी
दो टूक : आर्य समाज गणेशगंज, लखनऊ में महर्षि दयानन्द प्रशाल का उ‌द्घाटन प्रदेश के उपमुख्यमंत्री श्री ब्रजेश पाठक के कर कमलों द्वारा सम्पन्न हुआ।
आर्य समाज गणेशगंज के मंत्री मनमोहन तिवारी ने उपमुख्यमंत्री का स्वागत करते हुए बताया कि यह समाज स्वामी दयानन्द सरस्वती के कर कमलों द्वारा 09 मई, 1880 में स्थापित किया गया था। मेरे पितामह स्वतंत्रता संग्राम सेनानी पंडित रास बिहारी तिवारी, पिता पंडित मृगु दत्त तिवारी, चाचा पंडित चन्द्र दत्त तिवारी की परम्पराओं और मूल्यों को आगे बढ़ाते हुए आर्य समाज के नवीनीकृत वातानुकूलित प्रशाल का उद्घाटन माननीय उपमुख्यमंत्री के द्वारा सम्पन्न हुआ। आर्य समाज के प्रधान डॉ सत्यकाम आर्य ने अंगवस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह देकर माननीय उपमुख्यमंत्री को सम्मानित किया।
श्री ब्रजेश पाठक ने स्वामी दयानन्द के जीवन पर प्रकाश डालते हुए कहा कि स्वामी जी ने आर्य समाज की स्थापना करके समाज को नयी दिशा, मजबूती और आत्मविश्वास दिया तथा समाज को शिक्षित करने के उद्देश्य से देश भर में डीएवी कॉलेजों की स्थापना करायी। गौरव की बात है कि लखनऊ में भी डीएवी कॉलेज मनमोहन तिवारी के प्रबनधकत्व में उत्कर्ष को छू रहा है। मैं सदैव इन संस्थाओं की प्रगति के लिए हर प्रकार का सहयोग प्रदान करता रहूँगा।
अन्त में आर्य समाज गणेशगंज के उपमंत्री आनन्द मोहन तिवारी ने सभी के प्रति आभार व्यक्त किया। शान्ति पाठ के साथ सभा समाप्त हुई।
इस अवसर पर डीएवी पीजी कॉलेज के प्राचार्य प्रो राजीव कुमार त्रिपाठी, इण्टर कॉलेज के प्रधानाचार्य श्री संजय मिश्र, बालिका विद्यालय इंटरमीडिएट कॉलेज, मोती नगर की प्रधानाचार्या डॉ लीना मिश्र, प्रबन्ध समिति के उपाध्यक्ष डॉ केके पाण्डेय, श्री अजय सिंह, देवेन्द्र नाथ मिश्र, सुधा शर्मा, शिक्षक संघ के महामंत्री श्री नरेन्द्र कुमार वर्मा और डॉ शकुंतला मिश्रा राष्ट्रीय पुनर्वास विश्वविद्यालय लखनऊ के वरिष्ठ शिक्षक एवं प्रख्यात चित्रकार अवधेश मिश्र सहित विभिन्न स्थानीय गणमान्य व्यक्ति एवं आर्य समाजों के आर्यगण महाविद्यालय एवं विद्यालय के शिक्षक व शिक्षिकाएं एवं शिक्षणेत्तर कर्मचारी उपस्थित थे।