मंगलवार, 6 मई 2025

लखनऊ : ज्वलंत मुददों पर संसद के विशेष सत्र में राष्ट्रहित में चर्चा कराया जाना आवश्यक है।||Lucknow : It is necessary to discuss burning issues in the national interest in a special session of Parliament.||

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लखनऊ
ज्वलंत मुददों पर संसद के विशेष सत्र में राष्ट्रहित में चर्चा कराया जाना आवश्यक है।ध्रक
दो टूक : राज्यसभा में विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने पहलगाम में आतंकवादी हमले के बारह दिन बीत जाने के बावजूद निर्णायक कदम न उठाये जाने को चिंताजनक बताया है। 
उन्होनें कहा कि आतंकवादी हमले में देश के बेगुनाह नागरिकों की जघन्य हत्या में क्रूरता और बर्बरता की सारी हद पार की गयी। राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि छब्बीस परिवारों ने इस कायरतापूर्ण हमले में अपना सब कुछ खो दिया। उन्होने सवाल उठाया कि पूरा देश जब इस हमले को लेकर दुखी और चिंतित है तब सरकार की तरफ से कठोरतम कदम उठाए जाने मे विलम्ब क्यों हो रहा है। कांग्रेस के राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कांग्रेस कार्यसमिति की ताजा हुई बैठक का हवाला देते हुए कहा कि पार्टी ने अपना दृढ़ प्रतिज्ञ संकल्प फिर दोहराया है कि वह आतंकवाद को खत्म करने में पूरी तरह से सरकार के साथ खड़ी है। उन्होने कहा कि सरकार को बिना विलम्ब किये आतंकवादी हमले को लेकर आतंकवाद की नर्सरी और इसके आका के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई हर हाल में सुनिश्चित करनी चाहिए। उन्होने कहा कि दुर्भाग्यपूर्ण है कि इतने घिनौने आतंकवादी हमले से उपजी गंभीर परिस्थितियों में भी प्रधानमंत्री राजनैतिक गोटें बिछाने को लेकर परेशान है। केरल में एक उदघाटन समारोह में वहां के मुख्यमंत्री और स्थानीय सांसद की एक साथ उपस्थिति को लेकर पीएम के ताजा बयान को विपक्ष के उपनेता प्रमोद तिवारी ने प्रधानमंत्री पद की गरिमा के विपरीत करार दिया है। उन्होनें कहा कि सर्वदलीय बैठक में सरकार ने बुलाया पर पीएम मोदी को इस बैठक से ज्यादा बिहार में राजनैतिक अटटहास में समय देना आखिर कैसे वाजिब लगा। उन्होने कहा कि आतंकवादी घटना के बाद उपजे हालात पर सरकार को विपक्ष की मांग के अनुरूप राज्यसभा और लोक सभा का विशेष सत्र फौरन आहूत करना चाहिए। वहीं जाति गणना को लेकर राज्यसभा सदस्य प्रमोद तिवारी ने कहा कि सरकार ने घोषणा तो कर दी पर इस जनगणना के लिए बजट और तारीख का अभी तक ऐलान नहीं कर सकी है। उन्होने कहा कि इन ज्वलंत मुददों पर संसद के विशेष सत्र में राष्ट्रहित में चर्चा कराया जाना आवश्यक है।