गोंडा- आखिरकार अनुभवहीनों को उस समय मुंह की खानी पड़ी, जब न्यायालय ने भी माना कि ग्रामसभा और बंजर की जमीन पर केसीआईटी पब्लिक स्कूल का अवैध कब्जा नहीं है। बल्कि स्कूल के प्रबंधक कमलेश कुमार पटेल के पिता कैलाश नाथ वर्मा को वर्ष 1988 में प्रगनाधिकारी गोंडा द्वारा आवंटित किय गए पट्टे की भूमि व पट्टेदारो से खरीदे गए भूमि पर संचालित हो रहा है। उप्र श्रमजीवी पत्रकार यूनियन के गोण्डा जिलाध्यक्ष कैलाश नाथ वर्मा ने बताया की कुछ कथित पत्रकारो ने उनकी लोकप्रियता को धूमिल करने एवं बदनाम करने की साजिश रचकर आसमान पर थूकने का प्रयास किया था। चूंकि साजिशकर्ता के विरुद्ध नगर कोतवाली में धोखाधड़ी, वसूली के कई केस दर्ज है जो न्यायालय में विचाराधीन है, उनके द्वारा एक पत्रकार यूनियन के जिलाध्यक्ष से साजिश कर केसीआईटी पब्लिक स्कूल और खुद उनके यानी (कैलाश नाथ वर्मा) के विरुद्ध ग्रामसभा खैरा में ग्रामसभा और बंजर भूमि की भूमि पर अवैध कब्जा करने का आरोप ही नहीं बल्कि भूमाफिया कहकर 9 माह पूर्व के आदेश पर खबर चलाकर बदनाम करने का प्रयास किया गया था। जबकि अनुभवहीनों द्वारा तत्काल की स्थित का ब्योरा नहीं दिया गया था। कैलाश नाथ वर्मा ने कहा की उक्त आदेश के बाद, जानकारी होने पर वाजदायर कर आदेश को चुनौती दी गई थी, इसका साजिशकर्ताओ ने जिक्र न कर अनुभवहीनता का परिचय दिया था। न्यायिक तहसीलदार ने अपने 2 मई 2025 के आदेश में 11जून 24 के आदेश को वापस लेकर यह मान लिया है और आदेश में जिक्र किया है कि केसीआईटी पब्लिक स्कूल का ग्रामसभा व बंजर की भूमि पर कोई कब्जा नहीं है। प्रबंधक कमलेश पटेल के पिता कैलाश नाथ वर्मा को 1988 में परगनाधिकारी द्वारा आबंटित भूमि व पट्टे दारो से खरीदे गए भूमि पर विद्यालय संचालित है।