लखनऊ :
भारत ने पहलगाम का लिया बदला,
पाकिस्तान के 9 आतंकी कैम्प ध्वस्त ।।
दो टूक : भारत ने जम्बूकश्मीर के पहलगाम मे हुए आतंकी हमले का बदला ले हेतु पाकिस्तान मे पल रहे 9 आतंकी कैम्पो को ध्वस्त कर लिया। सेना ने ऑपरेशन सिंदूर के तहत पाकिस्तान के टेरर कैंपों पर एयर स्ट्राइक कर जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा समेत 9 ठिकानों को तबाह कर दिया।
विस्तार :
ऑपरेशन सिंदूर पर विदेश मंत्रालय के
विदेश सचिव विक्रम मिस्त्री और
दो महिला आर्मी अफसर
कर्नल सोफिया क़ुरैसी और विंग कमाण्डर व्योमिका सिंह ने संयुक्त प्रेस वार्ता कर जानकारी दी।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत आतंकियों पर कार्रवाई की गई है आतंकियों के खिलाफ हमारी कार्रवाई नपी तुली थी, जांच एजेंसियों को आतंकियों का पाकिस्तान कनेक्शन मिला हुआ था।"पहलगाम में आतंकियों का हमला दंगा भड़काने का उद्देश्य था।
आपरेशन सिन्दूर के तहत जम्बूकश्मीर के पहलगाम मे हुए आतंकी हमला के बदले भारतीय सेना ने आतंकियों के 9 टेरर कैम्पो को मात्र 25 मिनट मे नस्तनाबूत कर दिया।
भारतीय सेना के इस बदले का नाम 'आपरेशन सिंदूर' (Operation Sindoor) दिया गया। भारत ने बहावलपुर में मसूद अजहर के ठिकाने सहित नौ आतंकी ठिकानों पर बमबारी की।
भारत सरकार द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (आईएसआई) द्वारा समर्थित लश्कर-ए-तैयबा, जैश-ए-मोहम्मद, हिजबुल मुजाहिदीन जैसे भारत विरोधी आतंकवादी संगठनों के सभी अड्डे इस मिसाइल अटैक में तबाह हो गए।
पहलगाम में हुए आतंकी हमले के 15 दिन बाद भारत ने पाकिस्तान और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) मे संचालित आतंकी कैम्पो मे सेना ने बुधवार रात 1.05 बजे से 1.30 बजे तक 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत बम बारी कर मिट्टी मे मिलाने का अंजाम दिया।
भारत ने इस एयर स्ट्राइक में दो दुश्मनों जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा के 9 ठिकानों को निशाना बनाया जिसमें पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (PoK) में आतंकियों के 5 ठिकानों और पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में 4 आतंकी ठिकानों को तबाह किया है।।
यह जानकारी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता एवं तीनो सेनाओं ने संयुक्त प्रेस कान्फ्रेंस कर दी है।
इस हमले में खास तौर से जैश के मुख्यालय को निशाना बनाया गया. यह मुख्यालय लगभग 200 एकड़ जमीन में फैला हुआ है, जिसमें मस्जिद, स्कूल, अस्पताल, फार्म, और एक ट्रेनिंग कैंप शामिल है वहीं लश्कर को भी भारी नुकसान होने की जानकारी सामने है
पहलगाम में हिन्दुओं का नरसंहार करने की जिम्मेदारी लेने वाला टीआरएफ इस लश्कर का मुखौटा था ऑपरेशन सिंदूर में लश्कर के कई टॉप आतंकी मारे गए हैं।
◆भारतीय सेना का पराक्रम,आतंकी कैम्प ध्वस्त।
1. बहावलपुर (पाकिस्तान)
यह जैश-ए-मोहम्मद (JeM) का मुख्यालय है जो अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 100 किमी अंदर है. मसूद अजहर यहीं से संगठन को संचालित करता है। यहीं से भारत के खिलाफ आतंकियों की ट्रेनिंग और लॉजिस्टिक ऑपरेशन चलाए जाते हैं.
2. मुरीदके (पंजाब, पाकिस्तान)
भारत की सीमा से महज 30 किमी की दूरी पर स्थित यह लश्कर-ए-तैयबा (LeT) का मुख्यालय है. 26/11 मुंबई हमले के आतंकी यहीं से प्रशिक्षित होकर भारत आए थे. यह स्थान आज भी लश्कर के लिए एक मुख्य रिक्रूटमेंट और ट्रेनिंग सेंटर है.
3. गुलपुर (PoJK, पुंछ-राजौरी के पास)
यह इलाका 20 अप्रैल 2023 को पुंछ में हुए आर्मी काफिले पर हमले और 24 जून 2024 को तीर्थयात्रियों की बस पर हमले से जुड़ा रहा है. गुलपुर जैश और लश्कर के संयुक्त लॉजिस्टिक और लॉन्चपैड के रूप में कार्य करता है।
4. सवाई कैंप (PoJK, तंगधार सेक्टर)
यह गुलमर्ग और सोनमर्ग में 2024 के आतंकी हमलों और 2025 के पहल्गाम हमले की जड़ों से जुड़ा है. यह लश्कर का हाई-एंड ट्रेनिंग कैंप है, जहां स्नो वारफेयर, घुसपैठ और आईईडी फेब्रिकेशन की ट्रेनिंग दी जाती है।
5. बिलाल कैंप।
यह जैश-ए-मोहम्मद का लॉन्चपैड है, जहां आतंकी अंतिम स्तर की तैयारी के बाद भारत में भेजे जाते हैं यह पूरी तरह से पाकिस्तानी सेना की निगरानी में चलता है।
6. कोटली कैंप (PoJK)
राजौरी के सामने स्थित यह लश्कर का बम एक्सपर्ट ट्रेनिंग सेंटर है, जिसकी क्षमता 50 आतंकियों की है. यहां आत्मघाती हमलावरों की ट्रेनिंग दी जाती है।
7. बरनाला कैंप।
राजौरी के सामने LOC से महज 10 किमी की दूरी पर स्थित इस कैंप को ‘फॉरवर्ड लॉन्चपैड’ के तौर पर जाना जाता है, जहां से घुसपैठ की गतिविधियां संचालित होती हैं।
8. सरजाल कैंप।।
यह जैश का एक और अहम कैंप है जो सांबा-कठुआ सेक्टर के सामने स्थित है भारत में कई हमलों की साजिशों की शुरुआत इसी कैंप से हुई।
9. महमूना कैंप (सियालकोट के पास)
यह हिजबुल मुजाहिदीन का ट्रेनिंग कैंप है, जो सीमा से 15 किमी दूर स्थित है. यहां घाटी में ऑपरेट करने वाले आतंकी तैयार किए जाते हैं।
भारत सरकार का साफ कहना है कि 26 निर्दोष लोगों की हत्या कोई मामूली बात नहीं है. इस तरह की बर्बरता को अब और बर्दाश्त नहीं किया जाएगा भारत अपनी जमीन और अपने नागरिकों की रक्षा के लिए किसी भी हद तक जा सकता है।।