सिद्धेश्वर पाण्डेय
दो टूक ,आजमगढ़। अहरौला थाना क्षेत्र के कंदरी गांव निवासी जुबेर अहमद द्वारा 23 बीघा जमीन हड़पने की प्राथमिकी दर्ज कराने के मामले में नया ट्विस्ट आ गया है।दर्ज मुकदमे के अभियुक्तों में जिलाधिकारी आजमगढ़ के साथ ही साथ मुख्यमंत्री को पत्र लिख कर निष्पक्ष जांच की मांग की है।
ज्ञात हो कि छःअप्रैल को अहरौला थाने में जुबेर अहमद द्वारा अपने चचेरे भाई नैयर हुसैन,और उनकी पत्नी कुलसुम और सफदर हुसैन,अम्बर हुसैन गुलाम हुसैन और उनके सहयोगी क्षेत्र के मोलनापुर निवासी मुशीर अहमद पर गांव की 20 बीघा और क्षेत्र के इमाम गढ़ की तीन बीघा जमीन उसके पिता सहजाद को निसंतान दिखा कर फर्जी दस्तावेज तैयार कर राजस्व अभिलेखों में अपने नाम कराने का आरोप लगाते हुए प्राथमिकी दर्ज करवाया था।
मुकदमा दर्ज होने की सूचना मिलने के बाद नैयर हुसैन ने दर्ज मुकदमे को झूठा बताते हुए निष्पक्ष जांच की मांग की है।जिलाधिकारी व मुख्यमंत्री को दिए गए पत्र में नैयर हुसैन आदि का कहना है कि जब उनके चचा शहजाद की मृत्यु 2010 में हो गई तो उस समय उसके पिता निसार हुसैन जिंदा थे।चाचा की मृत्यु के बाद उनकी चाची दूसरी जगह शादी करने की जिद पर अड़ी थी ।उसके बाद आठ अप्रैल 2013 को मुंबई वाले घर पर चाची और उसके पिता निसार हुसैन के बीच एक परिवारिक समझौता हुआ जिसमें चाची को मुंबई में दो फ्लैट और उनके हिस्से के रूपए दिए गए।नैयर हुसैन ने शिकायती पत्र में आगे कहा कि उस समय यह सब लेकर चाची अपने पुत्र जुबेर के साथ चली गई और वहां जाकर एक व्यक्ति से शादी कर उसके साथ रहने लगी और कही कि हम अब कही कोई हिस्सा या जमीन की मांग भविष्य में नहीं करेंगे।उसी पारिवारिक समझौते के आधार पर 2020 में कंदरी गांव की जमीन की वरासत प क 11 के तहत हुई और उसका और उसके परिवार का नाम राजस्व अभिलेखों में दर्ज हुआ।
नैयर ने शिकायती पत्र में यह कहा कि जिस समय यह समझौता हुआ उस समय जुबेर अहमद नाबालिक थे बालिग होने के बाद एक व्यक्ति के बहकावे में आकर करोड़ो की संपत्ति की लालच में उन्होंने राजस्व विभाग और पुलिस को गुमराह करके तथ्यों को छुपा कर प्राथमिकी दर्ज कराई है।उन्होंने मांग की कि दर्ज मुकदमे की निष्पक्ष जांच करा कर दूध का दूध पानी का पानी किया जाय और इस झूठे मुकदमे से मुक्ति दिलाई जाए।
इस संबंध में क्षेत्राधिकारी बुढ़नपुर किरन पाल सिंह का कहना है कि उपजिलाधिकारी फूलपुर के आदेश पर उक्त लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई है।पुलिस निष्पक्ष विवेचना कर रही।विवेचना में जो भी तथ्य सामने आयेगे विधि सम्मत कार्यवाही होगी।किसी भी दशा में कोई निर्दोष नहीं फसेगा।