गौतमबुद्धनगर: शीतलहर में गोवंश संरक्षण पर प्रशासन सख्त, डीएम ने गोआश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं की परखी हकीकत!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक:: गौतमबुद्धनगर में बढ़ती ठंड को देखते हुए निराश्रित गोवंश के संरक्षण को लेकर जिला प्रशासन पूरी तरह अलर्ट मोड में दिखाई दे रहा है। जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में कलेक्ट्रेट में जनपद स्तरीय अनुश्रवण एवं मूल्यांकन समिति की महत्वपूर्ण बैठक आयोजित की गई, जिसमें पशुपालन विभाग द्वारा संचालित सभी अस्थायी एवं स्थायी गोवंश आश्रय स्थलों की व्यवस्थाओं की गहन समीक्षा की गई।
बैठक के दौरान जिलाधिकारी ने स्पष्ट निर्देश दिए कि शीतलहर के चलते गोवंश को ठंड से बचाने के लिए किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी। सभी गोआश्रय स्थलों में अलाव, आवरण, पर्याप्त भूसा-हरा चारा, स्वच्छ पेयजल, स्वास्थ्य सेवाएं और सीसीटीवी निगरानी की प्रभावी व्यवस्था सुनिश्चित करने के निर्देश दिए गए। साथ ही नियमित निरीक्षण कर व्यवस्थाओं की सतत निगरानी और कमियों पर त्वरित कार्रवाई के आदेश भी दिए।
मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी डॉ. अरुण कुमार ने जानकारी दी कि जनपद के सभी गोआश्रय स्थलों में निराश्रित गोवंश सुरक्षित है और चारा-पानी की समुचित व्यवस्था की गई है। उन्होंने बताया कि लंपी स्किन डिजीज एवं खुरपका-मुंहपका रोग से बचाव हेतु टीकाकरण भी पूर्ण कराया जा चुका है।
बैठक में गोचर भूमि और हरा चारा उत्पादन को लेकर भी चर्चा हुई। कुछ क्षेत्रों में जलभराव एवं वृक्षारोपण के कारण चारा उत्पादन प्रभावित होने की जानकारी पर जिलाधिकारी ने संबंधित अधिकारियों को आवश्यक सुधारात्मक कार्रवाई के निर्देश दिए।
प्रशासन ने स्पष्ट संकेत दिए हैं कि शीतलहर के दौरान गोवंश संरक्षण को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाएगी और किसी भी प्रकार की लापरवाही पर जिम्मेदार अधिकारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।।
