गौतमबुद्धनगर: वीर बाल दिवस पर नोएडा में विशेष आयोजन, पीएम का संबोधन सुना गया!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक:: गौतम बुद्ध नगर, 26 दिसम्बर 2025।
वीर बाल दिवस के पावन अवसर पर शुक्रवार को जनपद गौतम बुद्ध नगर के शैक्षणिक एवं सामाजिक संस्थानों में विशेष कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस दौरान नोएडा के विभिन्न सरकारी, निजी एवं स्वैच्छिक संस्थानों में माननीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का प्रेरणादायी संबोधन सजीव प्रसारण के माध्यम से सुना गया।
राजकीय बालिका इंटर कॉलेज होशियारपुर सेक्टर-51, राजकीय बालिका गृह सेक्टर-62 नोएडा सहित समस्त राजकीय एवं स्वैच्छिक संस्थाओं, आंगनबाड़ी केंद्रों तथा निजी एवं सरकारी विद्यालयों में बच्चों, शिक्षकों एवं स्टाफ ने कार्यक्रम में सहभागिता की। प्रधानमंत्री ने अपने संबोधन में वीर साहिबज़ादों के अद्वितीय साहस, बलिदान और राष्ट्रभक्ति को स्मरण करते हुए कहा कि आज का बालक और युवा ही देश के उज्ज्वल भविष्य की नींव है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने समाज में व्याप्त कुरीतियों के उन्मूलन पर जोर देते हुए बालिकाओं की शिक्षा, सुरक्षा और सशक्तिकरण को राष्ट्र निर्माण के लिए आवश्यक बताया। उन्होंने सभी से सामाजिक जिम्मेदारी निभाने और बाल अधिकारों की रक्षा के लिए आगे आने का आह्वान किया।
कार्यक्रम के दौरान उपस्थित बालिकाओं, शिक्षिकाओं, आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं एवं अन्य स्टाफ सदस्यों द्वारा बाल विवाह जैसी सामाजिक बुराई को समाप्त करने हेतु सामूहिक शपथ ली गई। सभी ने यह संकल्प लिया कि वे न केवल स्वयं बाल विवाह से दूर रहेंगे, बल्कि समाज में इसके विरुद्ध जागरूकता फैलाने में भी सक्रिय भूमिका निभाएंगे।
कार्यक्रम में बालिकाओं ने अनुशासन और उत्साह के साथ भाग लिया। अधिकारियों एवं शिक्षकों द्वारा उन्हें उनके अधिकारों, शिक्षा के महत्व तथा सुरक्षित एवं आत्मनिर्भर भविष्य के प्रति जागरूक किया गया। यह आयोजन बालिकाओं में आत्मविश्वास, सामाजिक चेतना और राष्ट्रप्रेम की भावना को मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण पहल साबित हुआ।
कार्यक्रम का समापन बाल विवाह मुक्त समाज और राष्ट्र निर्माण में बालिकाओं की सशक्त भूमिका के संकल्प के साथ किया गया। इस अवसर पर बाल संरक्षण अधिकारी विभा त्रिपाठी, सीडब्ल्यूसी अध्यक्ष डॉ. के.सी. विरमानी, चाइल्ड लाइन कोऑर्डिनेटर, विद्यालयों के प्रधानाचार्य, शिक्षकगण तथा बड़ी संख्या में बालक-बालिकाएं उपस्थित रहीं।।
