मंगलवार, 9 दिसंबर 2025

गौतमबुद्धनगर: नोएडा प्रशासन सख्त: अस्पतालों की सुरक्षा व आपदा तैयारी की गहन समीक्षा, लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई!!

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गौतमबुद्धनगर: नोएडा प्रशासन सख्त: अस्पतालों की सुरक्षा व आपदा तैयारी की गहन समीक्षा, लापरवाही पर होगी कड़ी कार्रवाई!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: गौतम बुद्ध नगर, 09 दिसंबर 2025।
जिलाधिकारी मेधा रूपम के निर्देश पर जिले के सभी अस्पतालों में सुरक्षा मानकों और आपदा प्रबंधन तैयारियों की समीक्षा हेतु आज विकास भवन सभागार में विस्तृत बैठक आयोजित की गई। बैठक की अध्यक्षता अपर जिलाधिकारी वित्त एवं राजस्व अतुल कुमार ने की। इस समीक्षा बैठक में स्वास्थ्य, अग्निशमन, पुलिस तथा जिला आपदा प्रबंधन प्राधिकरण के अधिकारी शामिल रहे।

बैठक का मुख्य उद्देश्य अस्पतालों में आग, दुर्घटना या किसी भी अप्रत्याशित आपदा की स्थिति में त्वरित एवं प्रभावी प्रतिक्रिया सुनिश्चित करना तथा मरीजों व आमजन की सुरक्षा को सर्वोच्च प्राथमिकता देना था।

अपर जिलाधिकारी अतुल कुमार ने अस्पताल संचालकों को निर्देश दिया कि निर्धारित सुरक्षा मानकों का शत-प्रतिशत पालन अनिवार्य है। उन्होंने अग्निशमन यंत्रों की कार्यशीलता, बाधामुक्त आपात निकास, सीसीटीवी निगरानी, विद्युत सुरक्षा, ऑक्सीजन प्लांट/स्टोरेज, पार्किंग प्रबंधन और भीड़ नियंत्रण सहित सभी मानकों को सुव्यवस्थित रखने पर जोर दिया। उन्होंने स्पष्ट निर्देश दिए कि प्रत्येक अस्पताल इमरजेंसी इंचार्ज नामित कर उसकी जानकारी जिला प्रशासन को उपलब्ध कराए।

इसके साथ ही उन्होंने प्राथमिक उपचार सामग्री, पब्लिक एड्रेस सिस्टम, फायर अलार्म, स्ट्रेचर/व्हीलचेयर, दिव्यांगजनों की सुविधाएं, सक्रिय कंट्रोल रूम, एम्बुलेंस कनेक्टिविटी तथा पुलिस व फायर सेवा का अद्यतन संपर्क विवरण उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। आपदा प्रबंधन क्षमता बढ़ाने हेतु नियमित मॉक ड्रिल और प्रशिक्षण कार्यक्रम अनिवार्य बताए गए।
उन्होंने स्पष्ट चेतावनी दी कि समय-समय पर निरीक्षण किए जाएंगे और लापरवाही पाए जाने पर कठोर कार्रवाई की जाएगी।

बैठक में विस्तृत चेकलिस्ट पर चर्चा करते हुए संकट प्रबंधन टीम गठन, प्रभावी प्रतिक्रिया योजना, प्रवेश-निकास मार्ग का सुरक्षित चिह्नीकरण, ओपीडी एवं इमरजेंसी में कतार व्यवस्था, स्ट्रेचर गलियारा, आगंतुकों के प्रवेश नियंत्रण जैसी व्यवस्थाओं को मजबूती से लागू करने के निर्देश दिए गए।

फायर सुरक्षा में एक्सटिंग्विशर, स्प्रिंकलर सिस्टम, फायर एस्केप मैप और नियमित फायर ड्रिल अनिवार्य बताए गए। मेडिकल इमरजेंसी तैयारी के तहत ट्रॉमा वार्ड, वेंटिलेटर, जीवनरक्षक दवाएं, ब्लड बैंक समन्वय, अतिरिक्त बेड और प्रशिक्षित एम्बुलेंस स्टाफ की उपलब्धता सुनिश्चित करने पर जोर दिया गया। साथ ही बिजली आपूर्ति, मेडिकल गैस लाइन, पानी व्यवस्था जैसी तकनीकी सेवाओं की नियमित जांच को अत्यंत महत्वपूर्ण माना गया।

बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर नरेंद्र कुमार, मुख्य अग्निशमन अधिकारी प्रदीप चौबे, जिला आपदा विशेषज्ञ ओमकार चतुर्वेदी सहित संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित रहे।।