लखनऊ :
STF टीम ने 50 हजार के इनामी बदमाश को मुठभेड़ में किया ढ़ेर।
दो टूक : यूपी एसटीएफ टीम मुखबिर की सूचना पर आजमगढ़ में शुक्रवार तड़के भोर में 50 हजार के इनामी गो-तस्कर वाकिब उर्फ वाकिफ को एनकाउंटर में मार गिराया। STF को सूचना मिली कि वाकिफ और उसके तीन साथी थाना रौनापार क्षेत्र मे घटना को अंजाम देने वाले है एसटीएफ ने स्थानीय पुलिस टीम के साथ इलाके मे घेरा बंदीकर पकड़ने की कोशिश की लेकिन बदमाशों फायरिंग कर दिया जबाबी कार्रवाई मे गोली लगने से बदमाश घायल हो गया । पुलिस उसे सीएचसी हरैया लेकर पहुंची, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। मृतक बदमश के पास से अवैध असलहा एवं जिंदा कारतूस एवं खोखा मिला है।
विस्तार :
जानकारी के अनुसार एस०टी०एफ०, उत्तर प्रदेश को फरार, पुरस्कार स्कार घोषित अपराधियों के सक्रिय होकर अपराध करने एवं अन्य अपराधों में लिप्त होने की सूचनायें प्राप्त हो रहीं थीं। इस सम्बन्ध में एस०टी०एफ० की विभिन्न इकाईयो,टीमों को अभिसूचना संकलन एवं कार्यवाही हेतु निर्देशित किया गया था. जिसके अनुक्रम में पुलिस उपाधीक्षक धर्मेश कुमार शाही के नेतृत्व में एस०टी०एफ० मुख्यालय की टीम एवं फील्ड इकाई गोरखपुर की टीम द्वारा अभिसूचना संकलन की कार्यवाही की जा रही थी। अभिसूचना संकलन के माध्यम से ज्ञात हुआ कि वाकिफ पुत्र कलीम निवासी उपरोक्त, कई वर्षों से गौ-तस्करी एंव पशु चोरी, लूट एवं अन्य आपराधिक कृत्यों में संलिप्त रहा है, इसके ऊपर जनपद आजमगढ से रू0 50,000/- का पुरस्कार घोषित किया गया है, जो सहनोपुर से जोकहरा जाने वाले रास्त थाना क्षेत्र रौनापार होते हुये आजमगढ में गौ वंश की खेप लेकर तस्करी हेतु अपने गैंग के साथ जाने वाला है। इस सूचना पर धर्मेश कुमार शाही, पुलिस उपाधीक्षक जो एसटीएफ टीम के साथ आपराधिक अभिसूचना संकलन हेतु भ्रमणशील थे, द्वारा तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए स्थानीय पुलिस को अवगत कराते हुए साथ लेकर सहनोपुर से जोकहरा जाने वाले रास्ते पर पहुँच कर अपने-अपने सरकारी वाहन को एक तरफ साइड में लगाकर चेकिंग करने लगे। कुछ समय पश्चात एक पिकअप आती हुए दिखाई दी, जिसे रोकने का प्रयास किया गया तो पिकअप सवार व्यक्ति ने अचानक पुलिस टीम पर जान से मारने की नियत से फायर करने लगा, जिसपर पुलिस टीम के सदस्य बाल बाल बचे। पुलिस टीम द्वारा अपराधियों को आत्मसमर्पण के लिये कहा गया, परन्तु पिकअप पर बैठा वह अपराधी पुलिस की टीम पर जान से मारने की नीयत से फायर करता रहा, जिसपर तत्काल प्रतिक्रिया करते हुए पुलिस टीम द्वारा साहस, संयम एवं व्यवसायिक दक्षता का परिचय देते हुए आत्मरक्षार्थ संतुलित एवं नियंत्रित फायरिंग की गई, जिसमें एक बदमाश को गोली लगी और वह गिर गया। अन्य बदमाश अन्धेरे एवं नदी, झाड़ियों का लाभ उठाकर मौके से फरार हो गये। घायल बदमाश को उपचार हेतु सी०एच०सी० हरैया ले जाया गया, वहाँ से प्राथमिक उपचार के बाद जिला अस्पताल भेजा गया, जहाँ घायल अपराधी की उपचार के दौरान मृत्यु हो गयी। मृतक की पहचान वाकिफ उपरोक्त के रूप में हुई। मौके से भागे बदमाशों की तलाश जारी है।
इस अपराधी द्वारा गौवंश की तस्करी के सम्बन्ध में थाना तरवा, जनपद आजमगढ़ पर मु0अ0सं0 275/2025 धारा 303 (2) बी०एन०एस० का पंजीकृत हुआ था। इसकी गिरफ्तारी हेतु पुलिस उपमहानिरीक्षक, आजमगढ़ परिक्षेत्र, आजमगढ़ द्वारा रू0 50,000/- का पुरस्कार घोषित किया गया था।उपरोक्त के अतिरिक्त वाकिफ के अन्य अभियोगों के सम्बन्ध में और जानकारी की जा रही है। उपरोक्त मुठभेड़ के सम्बन्ध में थाना रौनापार, जनपद आजमगढ पर मु०अ०सं० 419/2025 धारा 109/352 बी०एन०एस० व 3/25/27 आर्म्स एक्ट व 3/5ए/8 गोवध निवारण अधिनियम व 11 पशु क्रूरता क्रूरता अधि० का अभियोग पंजीकृत कराया गया है। अग्रिम वैधानिक कार्यवाही स्थानीय पुलिस द्वारा की जा रही है। वाकिफ पर गो-तस्करी, चोरी, हत्या और लूट जैसे गंभीर अपराधों के 48 से अधिक मुकदमे आजमगढ़, गोरखपुर और जौनपुर सहित कई जिलों में दर्ज थे। वह अपने गिरोह के साथ मिलकर पशुओं की चोरी और गोवंश की अवैध तस्करी करता था।
