लखनऊ :
सड़क हादसे मे घायलों को देखने अस्पताल पहुची मेयर,ली हेल्थ की जानकारी।
आपदा प्रबंधन के अंतर्गत रोगियों को त्वरित उपचार एवं चिकित्सालय प्रशासन की तत्परता।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के
लोक बंधु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय के द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार लखनऊ आगरा एक्सप्रेस- वे पर बीते गुरुवार की मध्यरात्रि के पश्चात लगभग 03:00 बजे एक भीषण सड़क दुर्घटना हुई, जिसमें एक बस के पलट जाने से बड़ी संख्या में यात्री घायल हो गए।
घायलों की संख्या लगभग 47 रही, जिन्हें पुलिस एवं 108 एम्बुलेंस सेवा की सहायता से लोक बंधु राज नारायण संयुक्त चिकित्सालय लखनऊ लाया गया। सभी घायलों को तत्काल प्राथमिक उपचार प्रदान किया गया, जिनमें से सभी मरीजों को उपचार उपरांत डिस्चार्ज कर दिया गया, जबकि 3 मरीजों को उच्च चिकित्सा केंद्र हेतु रेफर किया गया। वर्तमान में 2 मरीज उपचार हेतु अस्पताल में भर्ती हैं, जिनकी स्थिति नियंत्रण में है।
अस्पताल पहुँचने पर ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक, नर्सिंग स्टाफ, पैरामेडिकल कर्मी तथा विभिन्न विभागों के कर्मचारियों ने पूर्ण तत्परता के साथ सभी मरीजों को त्वरित एवं समुचित चिकित्सा सेवा प्रदान की।
घटना की जानकारी मिलने पर नगर महापौर श्रीमती सुषमा खरकवाल, महानगर अध्यक्ष श्री आनंद द्विवेदी,अस्पताल पहुँचे और मरीजों का कुशलक्षेम जाना। उन्होंने अस्पताल प्रशासन द्वारा किए गए प्रभावी आपदा प्रबंधन कार्यों की भूरि-भूरि प्रशंसा की।
चिकित्सा अधीक्षक डॉ. अजय शंकर त्रिपाठी ने बताया कि,“अस्पताल पूर्व में भी आपदा प्रबंधन (Disaster Management) के क्षेत्र में उत्कृष्ट कार्य करता रहा है। चिकित्सालय हर प्रकार की आपदा से निपटने के लिए सदैव तैयार रहता है। इसके लिए समय-समय पर Mock Drills आयोजित की जाती हैं, जिससे स्टाफ की तत्परता और दक्षता सुनिश्चित रहती है।”
उन्होंने यह भी बताया कि अस्पताल के आपातकालीन विभाग में सक्रिय ट्रायेज सिस्टम (Triage System) के माध्यम से मरीजों की स्थिति की प्राथमिकता के अनुसार तत्काल उपचार सुनिश्चित किया जाता है।
निदेशक एवं प्रमुख अधीक्षक डॉ. संगीता गुप्ता ने इस सफल आपदा प्रबंधन एवं उत्कृष्ट टीमवर्क के लिए सभी चिकित्सा कर्मियों की सराहना की। उन्होंने कहा,
“हमारा चिकित्सालय सदैव उत्कृष्ट टीमवर्क के लिए जाना जाता है। इस आपदा प्रबंधन में भी सभी कर्मचारियों ने समर्पण, लगन और मेहनत से कार्य कर अस्पताल की गरिमा को बनाए रखा। हमें आशा है कि भविष्य में भी स्टाफ इसी उत्साह और जिम्मेदारी के साथ कार्य करता रहेगा।”
विशेष रूप से उल्लेखनीय है कि वैभव कुमार (स्टाफ नर्स) एवं रोहित सिंह (वार्ड बॉय), जो उस समय ड्यूटी पर नहीं थे, जानकारी मिलते ही तुरंत अस्पताल पहुँचे और आपातकालीन उपचार प्रक्रिया में सक्रिय सहयोग दिया।
