लखनऊ :
निराश्रित बच्चों का आत्मविश्वास की जीवंत अभिव्यक्ति हम भी है।।
दो टूक : ह्यूमन यूनिटी मूवमेंट, लखनऊ के तत्वावधान में मंगलवार को बौद्ध संस्थान ऑडिटोरियम, गोमती नगर में प्रेरणादायक सांस्कृतिक कार्यक्रम“हम भी का आयोजन किया गया।
यह कार्यक्रम लखनऊ के विभिन्न बालगृहों में रह रहे बच्चों की प्रतिभा, संवेदनशीलता और आत्मविश्वास को अभिव्यक्त करने का एक सशक्त मंच बना।
कार्यक्रम की शुरुआत न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना (सेवानिवृत्त), उच्च न्यायालय इलाहाबाद वा सुश्री अपर्णा नेवतिया ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
हम भी कुछ कर सकते हैं।
संगठन के अध्यक्ष अंशुमालि शर्मा ने कहा—
यह केवल एक कार्यक्रम नहीं है, बल्कि यह एक आवाज़ है, एक विश्वास है, एक भावना है — कि हम भी कुछ कर सकते हैं, हम भी सपने देख सकते हैं, हम भी इस समाज का हिस्सा हैं।
इस अवसर पर मुख्य अतिथि के रूप में मा० न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना (सेवानिवृत्त) एवं डॉ. ए. पी. महेश्वरी, आईपीएस (सेवानिवृत्त), पूर्व महानिदेशक, सीआरपीएफ उपस्थित रहे।
अपने प्रेरणादायक उद्बोधन में डॉ. ए. पी. महेश्वरी ने कहा—प्रत्येक बालक के अंदर एक दिव्य शक्ति निहित है। प्रत्येक बालक के भीतर विराजमान ‘ईश’ को मैं नमन करता हूँ। इन बच्चों में वह आंतरिक प्रकाश है जो समाज और देश को नई दिशा दे सकता है।”
न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना ने कार्यक्रम की सराहना करते हुए कहा—इन बच्चों को प्रशिक्षित करने वाले शिक्षकों को मैं नमन करता हूँ। इतने छोटे-छोटे बच्चों के प्रदर्शन में एक भी त्रुटि न होना, प्रशिक्षण की गुणवत्ता को दर्शाता है। इन बच्चों में असीम संभावनाएँ हैं, और यह जिस भी क्षेत्र में जाएंगे, देश का नाम अवश्य रोशन करेंगे।
कार्यक्रम के दौरान बच्चों ने एक से बढ़कर एक प्रस्तुतियाँ दीं —
राजकीय बालगृह शिशु का हनुमान चालीसा डांस। आशालयम का नुक्कड़ नाटक “हम भी बहुत कुछ करने का दम रखते हैं”
स्नेहालय की माइम“नशा कैसे नाश हुआ”। दृष्टि सामाजिक संस्थान,अमाइकस अकादमी,नई आशा,और ,जोश अकादमी मलिहाबाद की प्रस्तुतियों ने कला, अनुशासन और ऊर्जा का उत्कृष्ट संगम प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम के समापन पर अपूर्वा, गौरी, शाश्वत, सुष्मिता, शिप्रा सहित सभी प्रशिक्षकों एवं सहयोगियों को सम्मानित किया गया।
बंगाली वेलफेयर फाउंडेशन डॉ. बेबी चाइल्ड केयर और महाउदय सोसाइटी के सहयोग के लिए आयोजकों ने आभार व्यक्त किया।
इस अवसर पर यह भी उल्लेख किया गया कि लगभग 26–27 वर्ष पूर्व प्रारंभ हुई “ह्यूमन यूनिटी मूवमेंट, जिसकी स्थापना एवं संचालन डॉ. संगीता शर्मा और अंशुमालि शर्मा द्वारा किया गया था, अब तक हज़ारों बच्चों के जीवन को दिशा और उज्ज्वल भविष्य प्रदान कर चुकी है।
यह कार्यक्रम में संस्था की वरिष्ठ सदस्य श्रीमती अंजली शर्मा को भी श्रद्धांजलि अर्पित की गई, जिनका एक वर्ष पूर्व निधन हो गया था। संस्था ने कहा कि वे आज भी अपने कार्यों और समर्पण के माध्यम से “हम” का अभिन्न हिस्सा हैं।
इस अवसर पर माननीय न्यायमूर्ति सुधीर कुमार सक्सेना,डॉ. ए. पी. महेश्वरी,तथा ह्यूमन यूनिटी मूवमेंट के कार्यकर्ता — विवेक शर्मा, अशोक शुक्ला, विनोद मिश्रा, संदीप शुक्ला,श्रीमती अनीता त्रिपाठी,एवं डॉ. सुनील त्रिपाठी,सहित अनेक गणमान्यजन उपस्थित रहे।
कार्यक्रम ने यह संदेश दिया कि —
●“हर बच्चा समाज की अमूल्य धरोहर है। उसे अवसर, विश्वास और स्नेह मिले, तो वह अपने भीतर के प्रकाश से स्वयं अपना और देश का भविष्य आलोकित कर सकता है।”
कार्यक्रम का संचालन तो फिर से रश्मि सोनी वह अशोक शुक्ला द्वारा किया गया
◆कार्यक्रम मे अद्भुत स्नेह।
