लखनऊ :
पत्रकार पर जानलेवा हमले को लेकर
पत्रकारों का विरोध-प्रदर्शन घबराया पुलिस प्रशासन।
पत्रकार पर हुए जानलेवा हमले से पत्रकारों में भारी आक्रोश।
दो टूक : राजधानी लखनऊ मे आए दिन पत्रकारों पर हो रहे हमले को लेकर शनिवार को पत्रकारो का सब्र का बांध टूट गया और आक्रोशित सैकड़ों पत्रकारों ने हजरतगंज मे जमकर विरोध प्रदर्शन करते हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर धरना देकर आरोपियों की गिरफ्तारी की मांग करते हुए पत्रकारों की सुरक्षा की मांग की है। इस दौरान पुलिस और पत्रकारों मे नोक झोक भी हुई।
विस्तार :
बताते चले कि पत्रकार सुशील अवस्थी राजन पर हुए जानलेवा हमले के मामले में पुलिस की ढीली कार्रवाई से नाराज़ पत्रकार संगठनों ने शनिवार को हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर एकत्रित होकर ज़ोरदार प्रदर्शन करते हुए पुलिस प्रशासन के विरुद्ध नारेबाजी की और आरोपियों की जल्द गिरफ्तारी की माँग करते हुए पत्रकारों की सुरक्षा के मांग की है
भारतीय पत्रकार एवं मानवाधिकार परिषद् के राष्ट्रीय अध्यक्ष जितेन्द्र बहादुर सिंह के नेतृत्व में तमाम पत्रकार संगठन लखनऊ हजरतगंज स्थित गांधी प्रतिमा पर आक्रोशित सैकडों पत्रकारों ने धरना दिया।
इस दौरान बड़ी संख्या में पत्रकार एकजुट होकर गांधी प्रतिमा से राजभवन तक पैदल मार्च निकाल कर न्याय की मांग की है।
विरोध प्रदर्शन से घबराए पुलिस प्रशासन ने पत्रकारों के साथ अभ्रता अभद्रता पूर्ण ब्यवहार किया। पत्रकार संगठनों ने पुलिस अफसरों की शिकायत सूबे के मुख्यमंत्री से करने की बात कही है।
●जितेन्द्र बहादुर ने कहा कि यदि पुलिस असली दोषियों को जल्द से जल्द गिरफ्तार नहीं करती है, तो हम पत्रकार संगठन मुख्यमंत्री आवास का घेराव करने को बाध्य होगे।
●वरिष्ठ पत्रकार शेखर श्रीवास्तव ने पुलिस द्वारा आनन-फानन में एक आरोपी की गिरफ्तारी पर असहमति व्यक्त की। उन्होंने कहा कि ऐसा प्रतीत होता है कि गिरफ्तार किया गया व्यक्ति इस वारदात में शामिल नहीं था और पुलिस की कार्रवाई संतोषजनक नहीं है।
● वरिष्ठ पत्रकार संगठन के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमरु हुदा ने कहा कि ऐसा लग रहा है की पुलिस सत्ता में बैठे किसी ताकतवर व्यक्ति को बचाने का प्रयास कर रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
● वरिष्ठ पत्रकार श्यामल त्रिपाठी ने चिंता व्यक्त की कि जो पत्रकार निडरता से किसी को बेनकाब करने का प्रयास करता है, उसे निशाने पर लिया जाता है। यदि ऐसा होता रहा तो पत्रकारिता करना मुश्किल हो जाएगा।
●गौरतलब हो कि एक प्रतिष्ठित चैनल के कैमरा मैन पत्रकार सुशील अवस्थी राजन के द्वारा सत्ता में बैठे कुछ लोगों के कार्यों की आलोचना के बाद उन पर जानलेवा हमला किया गया था। थाना मानक नगर पुलिस ने एफआईआर दर्ज कर एक आरोपी को गिरफ्तार कर उसे जेल भेज दिया। लेकिन पत्रकारों का आरोप है कि घटना की वीडियो, फोटो और गाड़ी नंबर पुलिस को दिए जाने के बावजूद पुलिस उचित कार्रवाई नहीं कर रही है।
●हजरतगंज गॉधी प्रतिमा पर धरना देते हुए पत्रकार।
● धरना प्रदर्शन की वीडियो।
