लखनऊ :
किशोर ने फांसी लगाकर दी जान,मॉ पर टूटा दु:ख का पहाड़।।
दो टूक : लखनऊ के थाना निगोहां क्षेत्र के मस्तीपुर गांव में बीते मगंलवार को एक बालक ने घर के अन्दर फांसी लगाकर अपनी जान दे दी। देर शाम को मां काम से वापस लौटी ओर बेटे का शव घर के कमरे में साड़ी के फंदे के सहारे लटका देखा तो चीख पड़ी। सूचना पाकर मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर आवश्यक कार्रवाई कर पोस्टमार्टम के लिये भेजा दिया। इससे पहले पिता ने पिता ने फांसी लगाकर खुदकुशी कर लिया था।
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मिली जानकारी के अनुसार थाना निगोहां क्षेत्र के मस्तीपुर गांव में विधवा महिला पूनम अपने दो बेटो अंश (12वर्ष) व आदर्श (8वर्ष) के साथ रहती है। स्वलम्बी बनकर लालन पालन करती है
पूनम ने बताया वो पीजीआई के कुछ घरो में काम कर परिवार के लिये दो जून की रोटी का इन्तजाम करती थी मगंलवार को जब वो काम पर पीजीआई चली गयी तो बड़े बेटे अंश ने कमरे को अंदर से बंद कर छत में लगे लोहे के छल्ले में साड़ी के फंदे के सहारे फासी लगाकर आत्महत्या कर ली। शाम को जब काम से लौटी और काफी आवाज देने के बाद कमरे से कोई प्रतिक्रिया ना मिलने पर पड़ोसियो को बुलाकर दरवाजा तोड़ा तो अंदर फांसी के फंदे से बेटे का शव लटकता देख चीख चीख कर रोने लगी और बेहोश हो गई।
सूचना पर थाना प्रभारी अनुज कुमार तिवारी ने पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचकर मृतक किशोर के शव को कब्जे मे लेकर पीएम के लिये भेजा दिया।
परिजनो ने बताया मृतक छात्र अंश कक्षा सात में मालती नारायण इंटर कालेज मदाखेड़ा में पढता था। इससे पहले पिता ने भी फांसी लगाकर कर आत्महत्या कर लिया अब बेटे ने ऐसा कदम उठाकर स्तब्ध कर दिया।
परिजनो ने बताया छात्र अंश के पिता महेश ने भी ढाई साल पहले घर के कमरे में फांसी लगाकर जान दे दी थी। जिसके बाद से मां पूनम घरो में काम कर बेटो का पालन पोषण करती थी। लेकिन असमय बेटे की मौत से वो सदमें में आ गयी है।
खेलन कूदने और पढ़ने के समय बच्चे फांसी लगा रहे है यह सामाज के लिए चिंता और चिंतन का विषय है यह देश के भविष्य है बुद्धिजीवियों समय रहते इसका हल ढूढना होगा।
