सुल्तानपुर :
डॉ राम प्यारे प्रजापति को मिला शब्द साधक सम्मान।।
दो टूक : सुलतानपुर जनपद की धरती साहित्य के क्षेत्र में सदा ही उर्वर रही है। जहां राम नरेश त्रिपाठी, त्रिलोचन शास्त्री,मान बहादुर सिंह जैसे साहित्यकार और मजरुह सुलतानपुरी जैसे गीतकार ने अपने समय में जनपद को गौरवान्वित किया।आज भी बहुत से नामचीन साहित्यिक हस्तियां जनपद को ऊंचाई दे रही हैं।उसी कड़ी में एक नाम डॉ राम प्यारे प्रजापति का है।
जनपद की लम्भुआ तहसील क्षेत्र के गांव जमखुरी निवासी डॉ राम प्यारे प्रजापति मार्च 2019 में दामोदर इंटर कालेज पाण्डेयपुर लम्भुआ सुलतानपुर से प्रधानाचार्य पद से रिटायर हुए।इनकी लिखी पुस्तकें बारुदों का ढेर,अपना गांव, मुक्तिकामी शिलाएं,माँ जिन्दा है,पैंसठ सीढ़ियां प्रकाशित हो चुकी हैं, इन्होंने जनकवि मान बहादुर सिंह पर शोध कार्य किया है। इनके द्वारा लिखित आईसीएसई बोर्ड की हिंदी की हाईस्कूल की पाठ्य-पुस्तक बाला जी प्रकाशन के सौजन्य से विद्यार्थी अध्ययन कर रहे हैं। इनके कृतित्व का आंकलन करते हुए देश की सम्मानित साहित्यिक संस्थाओं से लगभग 60 सम्मान प्राप्त हैं।23-11-2025 को सीतापुर की साहित्यिक संस्था काव्यकला सेवा संस्थान द्वारा ब्लिश इंटरनेशनल स्कूल निकट तहसील महोली सीतापुर में हुए बार्षिकोत्सव में डॉ राम प्यारे प्रजापति को अंगवस्त्र , पुष्प पत्र,और सम्मान पत्र-शब्द साधक सम्मान 2025 से अलंकृत किया गया।इस उपलब्धि से सुलतानपुर के साहित्यिक विद्वानों ,शिक्षकगणों ने बधाई दिया।
