रविवार, 23 नवंबर 2025

गौतमबुद्धनगर: शंकराचार्य के आगमन से महायज्ञ में उमड़ी भक्ति, राम वन गमन प्रसंग पर भाव-विभोर हुए श्रद्धालु!!

शेयर करें:

गौतमबुद्धनगर: शंकराचार्य के आगमन से महायज्ञ में उमड़ी भक्ति, राम वन गमन प्रसंग पर भाव-विभोर हुए श्रद्धालु!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: नोएडा, सेक्टर-110, रामलीला मैदान।
भारत उत्कर्ष महायज्ञ के सातवें दिन यज्ञ स्थल पर आध्यात्मिकता और भक्ति का अद्भुत वातावरण देखने को मिला। 140 करोड़ आहुतियों के संकल्प के साथ देश-भर से आ रहे श्रद्धालुओं का सैलाब पूरे दिन उमड़ता रहा। वैदिक मंत्रों की गूंज और पवित्र धुएँ की सुगंध से पूरा परिसर दिव्य ऊर्जा से परिपूर्ण दिखाई दिया।

महायज्ञ के दौरान आज एक विशेष क्षण तब उपस्थित हुआ जब जगद्गुरु शंकराचार्य स्वामी वासुदेवानंद सरस्वती जी महाराज यज्ञ स्थल पर पहुँचे। जैसे ही उन्होंने यजमानों को आशीर्वाद दिया, श्रद्धालुओं में उत्साह और श्रद्धा की लहर दौड़ गई। उन्होंने कहा, “यज्ञ केवल धार्मिक अनुष्ठान नहीं, बल्कि राष्ट्र कल्याण और विश्वशांति का सामूहिक संकल्प है।” उनके आगमन को भक्तों ने सौभाग्य का क्षण बताया।

दूसरी ओर, कथा पंडाल में राघवाचार्य जी द्वारा प्रस्तुत राम वन गमन प्रसंग आज के कार्यक्रम का मुख्य आकर्षण रहा। भगवान श्रीराम, माता सीता और लक्ष्मण के वनगमन का वर्णन करते ही पूरा पंडाल भक्ति रस में डूब गया। कई श्रद्धालु भावुक होकर अश्रु बहाते नजर आए। कथा के दौरान वातावरण में भक्ति, संवेदना और आध्यात्मिकता की लहरें एक साथ महसूस हुईं।

महर्षि महेश योगी संस्थान द्वारा आयोजित यह दस दिवसीय महायज्ञ सनातन संस्कृति, अध्यात्म और राष्ट्र उत्थान के संदेशों से परिपूर्ण है। आयोजन समिति ने बताया कि निरंतर बढ़ रही श्रद्धालुओं की संख्या इस बात का प्रमाण है कि जनता आध्यात्मिक शक्ति और सांस्कृतिक मूल्यों के प्रति पहले से अधिक जागृत और समर्पित है।

यज्ञ स्थल पर दिनभर भंडारा, सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ, वैदिक अनुष्ठान और कथावाचन का क्रम चलता रहा। समिति ने भक्तों से राष्ट्र कल्याण एवं विश्वशांति हेतु आहुतियाँ देने की अपील करते हुए कहा कि यह महायज्ञ समाज में सकारात्मक परिवर्तन का मार्ग प्रशस्त करेगा।।