नई दिल्ली में गुर्जर–जाट महासम्मेलन ऐतिहासिक रूप से सम्पन्न, समाज के सर्वांगीण विकास व एकता के संकल्प के साथ गूंजा मावलंकर हॉल!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक:: नई दिल्ली। राजधानी के कॉन्स्टिट्यूशन क्लब ऑफ इंडिया के मावलंकर हॉल में अखिल भारतीय गुर्जर महासभा एवं अखिल भारतीय जाट महासभा के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित गुर्जर–जाट महासम्मेलन भव्यता और ऐतिहासिक एकता का अद्वितीय उदाहरण बनकर सम्पन्न हुआ। यह सम्मेलन न केवल समाज के ऐतिहासिक संबंधों का प्रतीक रहा, बल्कि शिक्षा, रोजगार, सामाजिक प्रतिनिधित्व, एकता और राजनीतिक सशक्तिकरण के नए युग की घोषणा भी साबित हुआ।
सर छोटूराम जी की जयंती के अवसर पर आयोजित इस महत्वपूर्ण सम्मेलन में दोनों समाजों के गौरवशाली इतिहास और भविष्य की साझा रणनीति पर व्यापक चर्चा की गई। वक्ताओं ने कहा कि जाट और गुर्जर समाज आज भी ग्रामीण भारत की रीढ़ हैं और देश के विकास, कृषि, सेना तथा सामाजिक न्याय की लड़ाई में अग्रणी भूमिका निभाते आए हैं। अब समय है कि दोनों समाज संगठित होकर नई पीढ़ी को अवसर तथा नेतृत्व प्रदान करें।
सम्मेलन की भव्य अध्यक्षता और संयोजन
कार्यक्रम की अध्यक्षता सरपंच रामेश्वर गुर्जर ने की, जबकि सम्मेलन के कुशल संचालन की जिम्मेदारी संभाली अखिल भारतीय गुर्जर महासभा गौतमबुद्ध नगर के जिला अध्यक्ष श्री अशोक भाटी (सलारपुर) ने। संचालन के दौरान उन्होंने कहा कि—
“आज का यह महासम्मेलन केवल बैठक नहीं बल्कि समाज के भविष्य का मार्गदर्शन है। जाट और गुर्जर समाज जब एकजुट होते हैं तो इतिहास बदलने की क्षमता रखते हैं। शिक्षा, रोजगार, युवाओं के नेतृत्व और सामाजिक सम्मान के लिए हमें एक साथ आगे बढ़ना होगा।”
अशोक भाटी ने जोर देकर कहा कि समाज का उत्थान तभी संभव है जब युवा अपनी जड़ें पहचानें, इतिहास समझें और एकता की शक्ति को अपना हथियार बनाएं। उन्होंने सम्मेलन में आए प्रमुख अतिथियों एवं जनसमूह का हृदय से अभिनंदन करते हुए कहा कि ऐसी ऐतिहासिक बैठकों से नई ऊर्जा और सकारात्मक परिवर्तन की शुरुआत होती है।
मुख्य अतिथि और वक्ताओं ने दिया एकता और विकास का संदेश
सम्मेलन में देशभर से शामिल हुए प्रमुख वक्ताओं में शामिल थे—
- डॉ. यशवीर सिंह – राष्ट्रीय अध्यक्ष, अखिल भारतीय गुर्जर महासभा
- चौधरी युद्धवीर सिंह – राष्ट्रीय महासचिव, अखिल भारतीय जाट महासभा
- हरीश चंद्र भाटी – कार्यकारी राष्ट्रीय अध्यक्ष, पूर्व मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार
- पूर्व केंद्रीय मंत्री चौधरी वीरेंद्र सिंह
- राकेश टिकैत – प्रवक्ता, भारतीय किसान यूनियन
- राजाराम मील – प्रदेशाध्यक्ष, राजस्थान जाट महासभा
- डॉ. मोहनलाल वर्मा, राजपाल सिंह कसाना, डॉ. रूप सिंह गुर्जर,
शैतान सिंह गुर्जर, बाबू सिंह आर्य, सुभाष गुर्जर,
मेनपाल सिंह चौहान, सुल्तान सिंह नागर, सुभाष चौधरी सहित देशभर से आए सामाजिक कार्यकर्ता, बुद्धिजीवी एवं युवा प्रतिनिधि।
सभी वक्ताओं ने कहा कि जाट और गुर्जर समाज का संकल्प है कि वे शिक्षा, कृषि, खेल, सुरक्षा, प्रशासन और लोकतांत्रिक राजनीति में एक साथ आगे बढ़कर नई पीढ़ी के लिए मजबूत आधार तैयार करेंगे।
एकता का शानदार प्रदर्शन
हॉल “गुर्जर–जाट एकता जिंदाबाद” के नारों से गूंज उठा। उपस्थित सभी प्रतिनिधियों ने समाजिक एकता को मजबूत करने का संकल्प लिया और कहा कि आने वाले समय में दोनों समाज संयुक्त निर्णय मंच तैयार करेंगे तथा राष्ट्रनिर्माण में अपनी भूमिका और मजबूत करेंगे।
अशोक भाटी ने व्यक्त किया आभार
सम्मेलन के सफल आयोजन पर जिलाध्यक्ष अशोक भाटी ने कहा—
“यह आयोजन केवल एक सम्मेलन नहीं, बल्कि इतिहास में दर्ज होने वाला सामाजिक संकल्प है। मैं उन सभी नेताओं, अतिथियों, वरिष्ठजनों, मातृशक्ति, युवा साथियों और देशभर से पहुंचे प्रत्येक समर्थक का हृदय से आभार प्रकट करता हूं। हम मिलकर समाज के उज्ज्वल भविष्य के लिए निरंतर कार्य करते रहेंगे।”
अंत में सभी प्रतिनिधियों ने एक संयुक्त प्रस्ताव पारित करते हुए शिक्षा, रोजगार, युवाओं के नेतृत्व विकास और आगामी कार्यक्रमों के लिए साझा कार्ययोजना बनाने की घोषणा की।
नई दिल्ली में गुर्जर–जाट महासम्मेलन ऐतिहासिक रूप से सम्पन्न। समाज की एकता, सम्मान और सशक्त भविष्य के लिए लिया बड़ा संकल्प। गुर्जर–जाट एकता जिंदाबाद।।
