रविवार, 16 नवंबर 2025

गौतमबुद्धनगर: लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन: फार्मा सेक्टर में एआई नवाचारों पर वैश्विक विशेषज्ञों का मंथन!!

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गौतमबुद्धनगर: लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स में अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन: फार्मा सेक्टर में एआई नवाचारों पर वैश्विक विशेषज्ञों का मंथन!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: गौतम बुद्ध नगर, 15 नवंबर 2025
ग्रेटर नोएडा स्थित लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (फार्मेसी) में आज “एम्ब्रेसिंग एआई इन फार्मा” विषय पर पाँचवें वार्षिक अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन का भव्य आयोजन किया गया। लॉयड ग्रुप (फार्मेसी) तथा आईबीएम बिज़नेस एनालिटिक्स लैब के संयुक्त तत्वावधान में आयोजित यह प्रतिष्ठित सम्मेलन फार्मा शिक्षा, शोध और उद्योग में कृत्रिम बुद्धिमत्ता के बढ़ते उपयोग, नवाचार और भविष्य की संभावनाओं को लेकर बेहद महत्वपूर्ण रहा।

कार्यक्रम के मुख्य अतिथि डॉ. डी. पी. सिंह (एजुकेशन एडवाइजर, मुख्यमंत्री उत्तर प्रदेश सरकार) रहे, जबकि सम्मेलन की अध्यक्षता डॉ. जी. एन. सिंह (एडवाइजर, मुख्यमंत्री, उत्तर प्रदेश सरकार/पूर्व ड्रग कंट्रोलर जनरल ऑफ इंडिया) ने की। गेस्ट ऑफ इमिनेंस के रूप में विपुल गुप्ता (सिप्ला), डॉ. आर. के. खार (पूर्व डीन, जामिया हमदर्द) और प्रो. रमेश कुमार गोयल (पूर्व कुलपति, डीपीएसआरयू) शामिल हुए। पारंपरिक दीप-प्रज्वलन और विद्यार्थियों के स्वागत नृत्य के साथ कार्यक्रम का शुभारंभ किया गया।

लॉयड ग्रुप की चीफ स्ट्रैटेजिस्ट ऑफिसर एवं हेड ग्रोथ डॉ. वंदना अरोड़ा सेठी ने बताया कि सम्मेलन का उद्देश्य वैश्विक शिक्षाविदों, वैज्ञानिकों, शोधकर्ताओं और उद्योग विशेषज्ञों को एक साझा मंच उपलब्ध कराना है, जहाँ वे एआई आधारित नवाचारों, शोध निष्कर्षों और तकनीकी प्रगति पर अपने विचार साझा कर सकें। उन्होंने कहा कि इस वर्ष की थीम “रिडिफाइनिंग एजुकेशन, रिसर्च एंड इंडस्ट्री थ्रू इंटेलिजेंट इनोवेशन” केवल एक विषय नहीं, बल्कि स्वास्थ्य सेवा और फार्मा उद्योग के भविष्य का विज़न है।

एआई आधारित तकनीकों के दवा खोज, डिलीवरी सिस्टम, पर्सनलाइज्ड मेडिसिन, रोग-निदान, क्वॉलिटी कंट्रोल और रेगुलेटरी प्रक्रियाओं में तेजी से विस्तार को देखते हुए सम्मेलन को अत्यंत प्रासंगिक माना गया।

इस वर्ष सम्मेलन में भारत के 14 राज्यों के 100 से अधिक विश्वविद्यालयों—जिनमें जामिया हमदर्द, डीपीएसआरयू, जामिया मिलिया इस्लामिया, नाइपर, आईपी यूनिवर्सिटी, एलएनसीटी यूनिवर्सिटी और गलगोटिया यूनिवर्सिटी शामिल हैं—के 1200 से अधिक प्रतिभागियों ने पंजीकरण कराया। कार्यक्रम में 500 से अधिक शोध पत्र और पोस्टर प्रस्तुत किए गए।

सम्मेलन में चार प्रमुख प्लेनरी सेशन आयोजित हुए, जिनमें

  • एआई-असिस्टेड ड्रग डिलीवरी
  • डेटा-आधारित डोज़ेज़ फॉर्म्स
  • हेल्थकेयर में एआई के अनुप्रयोग
  • ग्लोबल फार्मा रेगुलेशन्स में एआई की भूमिका
    जैसे विषयों पर प्रो. रूप खार, प्रो. वंदना बी. पात्रावले, प्रो. संजु नंदा, डॉ. त्रिदेव सास्त्री, डॉ. जय प्रकाश, प्रो. हरविंदर पॉपिल, भानुसाहेब पाटिल, डॉ. राजेश अग्रवाल, गीता‍ंजलि पंकज बेक्टोर, प्रो. कमला पाठक और प्रो. विजय भल्ला जैसे प्रतिष्ठित विशेषज्ञों ने संबोधित किया।

इसके साथ दो विशेष पैनल चर्चा आयोजित हुईं, जिनमें मीनल भट्ट, डॉ. सौरभ अरोड़ा, डॉ. खालिद रज़ा और अन्य उद्योग विशेषज्ञों ने एआई की चुनौतियों, उसके भविष्य और फार्मा सेक्टर में उसके व्यावहारिक उपयोग पर विस्तार से बातचीत की। कार्यक्रम में कुल 55 से अधिक स्पीकर और इवैल्युएटर शामिल हुए।

सम्मेलन के दौरान प्रो. वंदना बी. पात्रावले को “एक्ज़ेम्प्लरी फ़ार्मेसी प्रोफेशनल अवार्ड” तथा प्रो. अरुण नंदा (एम.डी.यू. रोहतक) को “लाइफ़टाइम अचीवमेंट अवार्ड” से सम्मानित किया गया। बेस्ट पेपर और बेस्ट पोस्टर के लिए उत्कृष्ट प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया गया। सम्मेलन की स्मारिका का विमोचन किया गया तथा चयनित शोध पत्रों को स्कोपस इंडेक्स्ड जर्नल में प्रकाशित करने की घोषणा भी की गई।

लॉयड ग्रुप ऑफ इंस्टीट्यूशन्स (फार्मेसी) का यह अंतर्राष्ट्रीय सम्मेलन फार्मेसी, हेल्थकेयर, शोध और उद्योग जगत में आर्टिफ़िशियल इंटेलिजेंस आधारित नवाचार को नई दिशा देने वाला एक महत्वपूर्ण मंच साबित हुआ, जिसने वैश्विक विशेषज्ञों के ज्ञान, अनुभव और शोध को एक ही छत के नीचे लाकर एक ऐतिहासिक पहल की।