शुक्रवार, 14 नवंबर 2025

गौतमबुद्धनगर: नोएडा ब्लाइंड मर्डर का खुलासा, बस ड्राइवर मोनू सोलंकी गिरफ्तार!!

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गौतमबुद्धनगर: नोएडा ब्लाइंड मर्डर का खुलासा, बस ड्राइवर मोनू सोलंकी गिरफ्तार!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक :: नोएडा पुलिस ने 06 नवंबर 2025 को उजागर हुए सनसनीखेज ब्लाइंड मर्डर केस का सफल खुलासा करते हुए आरोपी बस ड्राइवर मोनू सोलंकी को गिरफ्तार कर लिया है। थाना सेक्टर-39 क्षेत्र के नाले में एक महिला का क्षत-विक्षत शव मिलने के बाद यह मामला बेहद पेचीदा हो गया था—न तो शव की पहचान थी और न ही कोई प्रत्यक्ष सुराग। लेकिन एसीपी फर्स्ट प्रवीण कुमार के नेतृत्व में गठित टीमों ने लगातार तकनीकी निगरानी, फील्ड जांच और इंटेलिजेंस के संयोजन से आरोपी तक पहुँचकर इस जटिल मामले की गुत्थी सुलझा दी।

पुलिस ने इस केस के लिए 09 विशेष टीमें गठित कीं, जिन्होंने 5000 से अधिक CCTV फुटेज खंगाले, 1100 से ज्यादा वाहनों को स्कैन किया तथा 44 संदिग्ध वाहनों की गहन जांच की। इस दौरान बरौला निवासी प्रीति के अचानक लापता होने की जानकारी मिली, जिसने पुलिस को बड़ा सुराग दिया और जांच तेज़ी से आगे बढ़ी।

प्रीति और आरोपी के अवैध संबंध बने विवाद की जड़

पुलिस के अनुसार मृतका प्रीति (33) पति से अलग होकर दो बच्चों के साथ बरौला गांव में रहती थी। आरोपी मोनू सोलंकी, मूलरूप से एटा का रहने वाला और राधा स्वामी सत्संग मिशन की बस चलाता था। पूछताछ में मोनू ने बताया कि प्रीति और उसकी मां बरौला की एक जींस फैक्ट्री में काम करती थीं। इसी दौरान मोनू का उनके घर आना-जाना शुरू हो गया और उसके व प्रीति के बीच अवैध संबंध बन गए।

मोनू के अनुसार प्रीति लगातार उसे परेशान करती थी, उसकी कमाई का पैसा ले लेती थी और झगड़े अक्सर होते रहते थे। उसने पुलिस को बताया कि प्रीति उसे ब्लैकमेल करती थी और धमकी देती थी कि—
“मैं तुम्हारे पास कुछ नहीं छोड़ूँगी… तुम्हारी बेटी से भी गलत काम करवाऊंगी।”

इन्हीं धमकियों और विवादों से परेशान होकर मोनू ने प्रीति को रास्ते से हटाने की योजना बनाई।

5 नवंबर की रात बस में हत्या—मैगी-परांठे के बाद झगड़ा बढ़ा

आरोपी ने स्वीकार किया कि 5 नवंबर को वह पहले प्रीति के घर गया और वहाँ रखा एक गडांसा चोरी-छिपे अपने साथ ले आया। बाद में वह प्रीति को अपनी बस में बैठाकर ले गया। रास्ते में दोनों ने सेक्टर-105 से मैगी और परांठा खरीदा—मैगी प्रीति ने खाई जबकि परांठा मोनू ने।

बस में बैठकर खाना खाते समय दोनों के बीच फिर विवाद शुरू हो गया। इसी दौरान मोनू ने गुस्से में बस में पहले से छिपाकर रखे गडांसे से प्रीति की गर्दन काट दी और पहचान मिटाने के लिए उसके हाथ भी अलग कर दिए।

हत्या के बाद आरोपी ने अवशेष दो जगह फेंके—
मुख्य शव नोएडा के नाले में
सिर, हाथ और गडांसा (आला-कत्ल) गाजियाबाद के सिद्धार्थ विहार के पास सूखे नाले में

आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने बस, बस की मैट, गडांसा और सभी विच्छेदित अवशेष बरामद कर लिए। फोरेंसिक रिपोर्ट में सभी बरामद वस्तुओं पर मिले रक्त के धब्बों को मानव रक्त (Human Blood) पाया गया।

एसीपी प्रवीण कुमार की टीम का बेहतरीन नेतृत्व

इस ब्लाइंड मर्डर केस के खुलासे में एसीपी फर्स्ट प्रवीण कुमार और उनकी टीम की मेहनत एवं पेशेवर दक्षता निर्णायक साबित हुई। बिना किसी स्पष्ट पहचान, बिना चश्मदीद और केवल समय-सीमा तथा संदिग्ध वाहनों की तकनीकी पड़ताल के आधार पर आरोपी तक पहुँचकर टीम ने उत्कृष्ट पुलिसिंग का उदाहरण पेश किया।

आरोपी का विवरण

  • नाम: मोनू सोलंकी
  • उम्र: लगभग 34 वर्ष
  • पता: मूल निवासी—नेहरू नगर, एटा
    वर्तमान—बरौला, थाना सेक्टर-49, नोएडा

अभियोग

मु0अ0सं0 556/2025
धारा 103(1), 238 बीएनएस
थाना सेक्टर-39, नोएडा

निष्कर्ष

बिना पहचान वाले शव से शुरू हुआ यह ब्लाइंड मर्डर केस पुलिस की तकनीकी कुशलता, समन्वय व तेज़ कार्रवाई की मिसाल बन गया। आरोपी की गिरफ्तारी और वारदात का पूरा खुलासा—एसीपी प्रवीण कुमार के नेतृत्व और टीमवर्क की सफलता को दर्शाता है। यह केस भविष्य में भी एक बेहतरीन जांच-उदाहरण के रूप में याद किया जाएगा।।