गुरुवार, 6 नवंबर 2025

गौतमबुद्धनगर: निर्वाचन कार्य में लापरवाही पर डीएम मेधा रूपम सख्त — आईआईएमटी कॉलेज में विशेष पुनरीक्षण की समीक्षा बैठक, 93 बीएलओ और 27 सुपरवाइजरों पर कार्रवाई के आदेश!!

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गौतमबुद्धनगर: निर्वाचन कार्य में लापरवाही पर डीएम मेधा रूपम सख्त — आईआईएमटी कॉलेज में विशेष पुनरीक्षण की समीक्षा बैठक, 93 बीएलओ और 27 सुपरवाइजरों पर कार्रवाई के आदेश!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: गौतम बुद्ध नगर, 06 नवम्बर 2025।
गौतम बुद्ध नगर की जिला निर्वाचन अधिकारी एवं जिलाधिकारी मेधा रूपम की अध्यक्षता में आईआईएमटी कॉलेज, ग्रेटर नोएडा के ऑडिटोरियम में विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों की निर्वाचक नामावलियों के विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण कार्यक्रम की विस्तृत समीक्षा बैठक देर रात्रि आयोजित हुई। बैठक में जिले के सभी निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी, सहायक निर्वाचक रजिस्ट्रीकरण अधिकारी एवं सुपरवाइजर मौजूद रहे।

बैठक में जिलाधिकारी ने 4 नवम्बर 2025 से 4 दिसम्बर 2025 तक चल रहे गणना प्रपत्रों के वितरण एवं प्राप्ति कार्य की समीक्षा की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि निर्वाचन कार्य एक अत्यंत संवेदनशील एवं समयबद्ध प्रक्रिया है, अतः इसे सर्वोच्च प्राथमिकता के साथ पूर्ण किया जाए। उन्होंने कहा कि निर्वाचन आयोग के दिशा-निर्देशों का अक्षरशः पालन किया जाना चाहिए ताकि नामावलियों की शुद्धता, पारदर्शिता और विश्वसनीयता सुनिश्चित हो सके।

डीएम मेधा रूपम ने बैठक के दौरान कहा कि किसी भी स्तर पर लापरवाही, शिथिलता या विलंब को किसी भी सूरत में स्वीकार नहीं किया जाएगा। उन्होंने सभी संबंधित अधिकारियों को निर्देशित किया कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में गणना प्रपत्रों के वितरण और प्राप्ति कार्य की दैनिक समीक्षा करें और प्रगति रिपोर्ट नियमित रूप से प्रस्तुत करें। उन्होंने कहा कि निर्वाचन कार्य में शिथिलता बरतना एक गंभीर अनुशासनहीनता मानी जाएगी।

समीक्षा के दौरान जिलाधिकारी ने बताया कि कुछ स्थानों पर अपेक्षित गति से कार्य नहीं हो रहा है। इस पर उन्होंने सख्त रुख अपनाते हुए 93 बूथ लेवल अधिकारियों (BLO) और 27 अनुपस्थित सुपरवाइजरों के विरुद्ध विभागीय कार्रवाई के निर्देश दिए। डीएम ने कहा कि निर्वाचन कार्य की गुणवत्ता और पारदर्शिता से कोई समझौता नहीं किया जाएगा।

बैठक में अपर जिलाधिकारी (वित्त एवं राजस्व)/उप जिला निर्वाचन अधिकारी अतुल कुमार द्वारा पावर पॉइंट प्रजेंटेशन के माध्यम से सुपरवाइजरों को निर्वाचन प्रक्रिया की बारीकियों से अवगत कराया गया। उन्हें प्रशिक्षण देते हुए बताया गया कि कैसे प्रत्येक चरण की प्रगति का सटीक रिकॉर्ड रखा जाए और प्रत्येक पात्र मतदाता का नाम निर्वाचक नामावली में शामिल सुनिश्चित किया जाए।

डीएम ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि विशेष प्रगाढ़ पुनरीक्षण के दौरान युवाओं, महिलाओं और नये मतदाताओं के नाम जुड़वाने पर विशेष ध्यान दिया जाए। उन्होंने कहा कि यह जिम्मेदारी केवल सरकारी औपचारिकता नहीं, बल्कि लोकतंत्र को सशक्त बनाने का सबसे अहम कदम है।

बैठक में उप जिलाधिकारी सदर आशुतोष गुप्ता, उप जिलाधिकारी दादरी अनुज नेहरा, उप जिलाधिकारी जेवर अभय कुमार सिंह सहित निर्वाचन विभाग के समस्त संबंधित अधिकारी, कर्मचारी एवं सुपरवाइजर उपस्थित रहे।

डीएम मेधा रूपम ने अंत में कहा कि निर्वाचन कार्य में पारदर्शिता, समयबद्धता और जिम्मेदारी सर्वोपरि है — “हर पात्र नागरिक को मतदाता बनाना हम सबकी साझा जिम्मेदारी है। किसी भी स्तर पर लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जाएगी,” उन्होंने दृढ़ स्वर में कहा।।