मंगलवार, 25 नवंबर 2025

गौतमबुद्धनगर: 366 प्लॉट रद्द करने की तैयारी: यीडा ने सैकड़ों उद्यमियों को भेजे नोटिस, 30 दिन में करें रजिस्ट्री वरना आवंटन रद्द!!

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गौतमबुद्धनगर: 366 प्लॉट रद्द करने की तैयारी: यीडा ने सैकड़ों उद्यमियों को भेजे नोटिस, 30 दिन में करें रजिस्ट्री वरना आवंटन रद्द!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: ग्रेटर नोएडा। यमुना एक्सप्रेसवे औद्योगिक विकास प्राधिकरण (यीडा) ने औद्योगिक विकास को गति देने के लिए बड़ा और कड़ा कदम उठाया है। प्राधिकरण ने 366 औद्योगिक भूखंडों के आवंटन रद्द करने की प्रक्रिया शुरू कर दी है। यह निर्णय उन आवंटियों पर लागू होगा जिन्होंने चेकलिस्ट जारी होने के बावजूद आज तक रजिस्ट्री नहीं कराई है। सभी को 30 दिन का अंतिम मौका दिया गया है—इसके बाद प्लॉट सीधे निरस्त कर दिए जाएंगे और दोबारा आवंटन की प्रक्रिया शुरू होगी।

3000 से अधिक प्लॉट आवंटित, लेकिन उत्पादन शुरू सिर्फ 15 इकाइयों ने

यीडा के अनुसार सेक्टर-24, 24A, 28, 29, 30 और 32 में अब तक 3,000 से अधिक औद्योगिक प्लॉट आवंटित किए गए हैं।
लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि वर्षों बीत जाने के बावजूद केवल 15 कंपनियों ने ही उत्पादन शुरू किया है।
यमुना सिटी में किए गए सर्वे में सामने आया कि 3,476 में से 3,264 प्लॉट यानी 94% अभी भी खाली पड़े हैं, जिससे क्षेत्र का औद्योगिक विकास बुरी तरह प्रभावित हो रहा है।

एयरपोर्ट शुरू होने से पहले तेज़ी से आगे बढ़ाया जा रहा विकास

दिसंबर में नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट से उड़ानें शुरू होने वाली हैं। इसे देखते हुए यीडा चाहता है कि क्षेत्र में उद्योगों की गतिविधियां तेजी से शुरू हों।
प्राधिकरण का कहना है कि—

  • रजिस्ट्री पूरी होने के बाद ही कब्जा दिया जाएगा
  • लेआउट पास होगा
  • और उद्योग निर्माण में अनावश्यक देरी खत्म होगी

स्पष्ट है कि एयरपोर्ट संचालन के साथ यहां इंडस्ट्रियल एक्टिविटी का दबाव बढ़ने वाला है।

उद्यमियों ने जताई नाराजगी: ‘हम कैसे शुरू करें उद्योग, सुविधाएं तो अधूरी हैं’

यमुना एक्सप्रेसवे उद्यमी संघ के अध्यक्ष रिषभ निगम ने कहा कि नोटिस मिलना ठीक है, लेकिन रजिस्ट्री न होने की वजह उद्यमियों की गलती नहीं है।

उद्यमियों के अनुसार—

  • कई प्लॉटों का नो ड्यूज सर्टिफिकेट जारी नहीं किया गया
  • सेक्टर-32 और 33 की 2013 की योजना के 115 प्लॉट अभी तक अधिग्रहण अधूरे होने के कारण लटके
  • 75 मीटर और 30 मीटर की मुख्य सड़कें अधूरी
  • सीवरेज, ड्रेनेज, पानी, बिजली की सुविधाएं पूरी नहीं
  • सेक्टर-33 की मुख्य प्रवेश सड़क निर्माणाधीन

उद्यमियों का कहना है कि जब तक बुनियादी सुविधाएं पूरी नहीं होंगी, उद्योग शुरू करना संभव नहीं है।

यीडा का जवाब: लापरवाही बर्दाश्त नहीं, क्षेत्र को सख्त नियमों में ढाला जाएगा

अपर मुख्य कार्यपालक अधिकारी नागेंद्र प्रताप ने कहा कि जो आवंटी रजिस्ट्री नहीं करा रहे, उन पर कड़ी कार्रवाई तय है।
उन्होंने कहा—

  • सुरक्षा व्यवस्था मजबूत की जा रही है
  • औद्योगिक सेक्टरों को व्यवस्थित किया जा रहा है
  • और नियमों का सख्ती से पालन कराया जाएगा

यीडा का साफ संदेश है—खाली पड़े प्लॉटों पर अब कोई रियायत नहीं, विकास में बाधा डालने वालों पर सख्त कार्रवाई होगी।।