गौतमबुद्धनगर: नोएडा में उमड़ा आस्था का ज्वार: राम मंदिर ध्वजारोहण के साथ 11 लाख श्रद्धालुओं ने रचा भक्ति और संस्कृति का नया इतिहास!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक:: नोएडा, सेक्टर-110, रामलीला मैदान।
अयोध्या में राम मंदिर पर हुए ध्वजारोहण की ऐतिहासिक घड़ी ने मंगलवार को नोएडा को भक्ति, ऊर्जा और उत्साह के अद्वितीय संगम में बदल दिया। 108-कुण्डीय भारत उत्कर्ष महाय्ञ के अंतिम दिन जब अयोध्या से ध्वजारोहण का शुभ समाचार पहुंचा, उसी क्षण हजारों वैदिक मंत्रों की ध्वनि के बीच राम तारक यज्ञ की पूर्णाहुति अर्पित की गई। पूरा परिसर “जय श्री राम” के घोष से थर्रा उठा। ऐसा लगा जैसे अयोध्या की पवित्र भावना सीधे नोएडा की धरती पर उतर आई हो।
दस दिवसीय इस विराट महायज्ञ में 11 लाख से अधिक श्रद्धालुओं की उपस्थिति ने नया कीर्तिमान बनाया। यह प्रमाण है कि भारत उत्कर्ष महायज्ञ नोएडा का अब तक का सबसे विशाल, प्रेरणादायी और सर्वाधिक पवित्र धार्मिक आयोजन बन गया है। इतने बड़े पैमाने पर जनसहभागिता ने स्पष्ट कर दिया कि रामभक्ति की धारा आज भी उतनी ही सजीव है जितनी सदियों पहले थी।
देशभर से ही नहीं, बल्कि अमेरिका, कनाडा, मॉरीशस, नेपाल, ऑस्ट्रेलिया, फिजी और कई यूरोपीय देशों से आए भक्त इस पावन क्षण के साक्षी बने। लोगों ने कहा कि आज का दिन केवल धार्मिक अनुष्ठान का नहीं, बल्कि भारतीय संस्कृति के पुनर्जागरण और राष्ट्रीय आत्मगौरव का भी प्रतीक बन गया है। नोएडा में अयोध्या जैसा उत्सव और अयोध्या में नोएडा का उत्साह—दोनों ने मिलकर भक्ति का ऐसा अनूठा संगम प्रस्तुत किया, जिसकी मिसाल दुर्लभ है।
राघवाचार्य जी की दिव्य रामकथा ने भी सभी को गहराई से भावविभोर किया। कथा के दौरान हजारों लोग आंसुओं की नमी और भक्ति की लहरों में डूबे दिखाई दिए। वैदिक अनुष्ठानों की श्रंखला, अग्निकुण्डों से उठता पवित्र धुआँ, मंत्रों का सामूहिक उच्चारण और हजारों दीपों की रोशनी—इन सबने पूरे रामलीला मैदान को दिव्य आभा से आलोकित कर दिया।
आयोजन समिति की ओर से दस दिनों तक प्रतिदिन लाखों श्रद्धालुओं के लिए निःशुल्क भंडारे की व्यवस्था की गई, जहाँ समर्पण और सेवा का अद्भुत वातावरण देखने को मिला। यह भंडारा सिर्फ भोजन नहीं, बल्कि प्रेम और भाईचारे का संदेश था।
महर्षि संस्थान के अध्यक्ष श्री अजय प्रकाश श्रीवास्तव ने कहा—“अयोध्या में ध्वजा फहरने और नोएडा में पूर्णाहुति होने का यह समन्वय संयोग नहीं, बल्कि यह प्रमाण है कि रामभक्ति पूरे देश के हृदय को एक सूत्र में बांधती है। आज का दिन नोएडा ही नहीं, पूरे राष्ट्र के लिए गर्व का दिन है।”
संस्थान के उपाध्यक्ष श्री राहुल भारद्वाज ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और राम मंदिर ट्रस्ट के प्रति आभार जताते हुए कहा कि उनके संकल्प और प्रयासों ने भारत को यह गौरवशाली क्षण प्रदान किया। उन्होंने लाखों श्रद्धालुओं को भी धन्यवाद दिया, जिनकी आस्था और सहभागिता से भारत उत्कर्ष महायज्ञ एक “ऐतिहासिक और महासफल आयोजन” बन सका।
अंततः यह आयोजन केवल धार्मिक नहीं, बल्कि सांस्कृतिक, सामाजिक और आध्यात्मिक एकता का विराट अनुष्ठान सिद्ध हुआ। भारत उत्कर्ष महायज्ञ ने यह दिखा दिया कि जब संस्कृति, आस्था और राष्ट्रचेतना एक ही दिशा में प्रवाहमान होती हैं, तो इतिहास स्वयं बनता है—और आज वही इतिहास नोएडा की पवित्र भूमि पर स्वर्ण अक्षरों में लिखा गया।।
