सुल्तानपु :
धरनारत कार्यकर्ताओं को सीएमएस ने समझाने का किया प्रयास।
●पुलिस हस्तक्षेप से कार्यकर्ताओं में रोष।
दो टूक : सुल्तानपुर जनपद के बिरसिंहपुर संयुक्त अस्पताल की जर्जर हालत और स्वास्थ्य सेवाओं की बदइंतज़ामी को लेकर आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे के नेतृत्व में जारी तीन दिवसीय धरना प्रदर्शन के दूसरे दिन शनिवार को प्रशासनिक दबाव की कोशिशें सामने आईं।
धरने के दूसरे दिन अस्पताल के मुख्य चिकित्सा अधीक्षक (CMS) ने स्थानीय पुलिस बल के साथ पहुँचकर धरने को समाप्त करने का प्रयास किया। इस दौरान पुलिस व पार्टी कार्यकर्ताओं के बीच तीखी कहा-सुनी भी हुई। कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि सरकार और प्रशासन जनता की आवाज़ को दबाने की कोशिश कर रहे हैं।
आम आदमी पार्टी के मुख्य प्रवक्ता वंशराज दुबे ने कहा कि, “जब अस्पताल में डॉक्टर, दवाइयाँ और उपकरण तक नहीं हैं, तब आवाज़ उठाने वालों पर दबाव बनाना प्रशासन की तानाशाही है। सरकार को शर्म आनी चाहिए कि वह जनता के स्वास्थ्य के मुद्दे पर भी सवाल सहन नहीं कर पा रही।”
धरने में शामिल कार्यकर्ताओं ने साफ कहा कि चाहे प्रशासन कितनी भी बाधाएँ डाले, आंदोलन तब तक जारी रहेगा जब तक बिरसिंहपुर अस्पताल की बदहाल स्थिति में सुधार नहीं किया जाता।
पार्टी ने दोहराया कि उनकी माँगें पूरी तरह जनहित में हैं —
1. अनुपस्थित चिकित्सकों पर कार्रवाई हो।
2. आवश्यक उपकरण, दवाएँ और लैब सुविधाएँ तत्काल उपलब्ध कराई जाएँ।
3. अस्पताल की सफाई और मरीजों की सुविधा सुनिश्चित की जाए।
4. मरीजों को बाहर की दवाएँ व जाँच लिखने पर रोक लगे।
5. आउटसोर्सिंग कर्मचारियों को लंबित वेतन तत्काल मिले।
वंशराज दुबे ने कहा कि “बिरसिंहपुर अस्पताल 27 करोड़ की लागत से बना था, लेकिन आज वेंटिलेटर पर है। जनता की सेवा की जगह सरकार दिखावे और दबाव की राजनीति कर रही है। जनता इसका जवाब ज़रूर देगी।
धरने में जिलाध्यक्ष सुरेश चंद्र, बृजेश सिंह, धर्मराज सिंह दिलीप यादव, जीतेन्द्र तिवारी, भास्कर देव, कुलदीप यादव, रौनक़ सिंह, फहीम, रमाशंकर, डीके जयसवाल समेत दर्जनों लोग मौजूद रहें!
