शुक्रवार, 3 अक्टूबर 2025

मऊ :बुराई का प्रतीक रावण का पुतला धू-धू कर जल उठा।।|Mau:The effigy of Ravana, the symbol of evil, was burnt to ashes.||

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मऊ :
बुराई का प्रतीक रावण का पुतला धू-धू कर जल उठा।।
।।देवेन्द्र कुशवाहा।।
दो टूक  : बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देने वाले विजयादशमी पर्व  बृहस्पतिवार को जिले भर में धूमधाम से मनाया गया। विजयादशमी के मौके पर जिले के मऊ और कोपागंज ,दोहरीघाट,मधुबन, मोहम्मद ,अंदरी में रावण के पुतला दहन का बड़ा आयोजन किया गया।
. बुराई पर अच्छाई की जीत का संदेश देने वाले विजयादशमी पर्व बृहस्पतिवार को जिले भर में धूमधाम से मनाया गया। विजयादशमी के मौके पर जिले के मऊ और कोपागंज में रावण के पुतला दहन का बड़ा आयोजन किया गया। बृहस्पतिवार की शाम  में बुराई के प्रतीक रावण का राम ने वध कर दिया। आकर्षक लाइटों से जगमगाता हुआ कोपागंज के लोग रावण दहन देखने के लिए उमड़़े और अपने-अपने मोबाइलों में सेल्फी कैद की। भगवान श्रीराम और रावण का युद्ध देखकर भगवान श्रीराम के जयकारे गूंजने लगे।
वाण चलाकर जलाया
25 फिट के रावण के पुतले को 50 मीटर दूर से वाण चलाकर जलाया गया।  जिससे कि वाण सीधे पुतले के सीने में जा लगा और धू-धू कर रावण का पुतला जलने लगा। दशहरे में भारी जनसमूह इस कार्यक्रम को देखने के लिए उमड़ा था। प्रभु श्रीराम ने अहंकारी दशानन रावण के पुतले की नाभि में जैसे ही अग्नि बाण मारा, वैसे ही वह धरती पर गिर पड़ा। रामचरित मानस की चौपाई- ‘डोली भूमि गिरत दसकंधर, सुबित सिंधु सर दिग्गज भू धर’ सजीव हो उठी, उसके बाद रावण के पुतले में आग लग गई, तो वह धू-धू कर जल उठा। आतिशबाजी शुरू हो गई। जिसकी गूंज दूर तक सुनाई दी।
25 फीट का रावण जलकर हुआ खाक
25 फीट का रावण बनाया गया। रावण के पुतले में पैरों के जूतों की हाइट ढ़ाई फिट, दोनों पैर 10-10 फीट के, पेट 11फीट की हाइट वाला और 12 फीट चौड़ा था। 12 फीट चौड़ा और 12 फीट लंबा सीना। 3 फीट की गर्दन और ढ़ाई फिट का मुकुट बनाया गया था। इसको बनाने में 65 मीटर कपड़े का इस्तेमाल किया गया। इस में आग लगते ही आतिशबाजी शुरू हुई। मात्र 1 मिनट में रावण का पुतला खाक में मिल गया। कार्यक्रम को सफलबनने के लिए कोपागंज नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि अरशद रियाज नगर पंचायत के कर्मचारी के साथ लग रहे घोसी क्षेत्र अधिकारी जितेंद्र सिंह कोपागंज थाना अध्यक्ष महिला और पुरुष यस आई, पुलिसकर्मियों  के साथ  रामलीला कमेटी क सभी पदाधकारी वजूद रहे