लखनऊ :
निजी हास्पिटल ने इलाज के नाम पर लाखों की लूट,सही सर्जरी न करने का आरोप।
दो टूक : राजधानी लखनऊ के थाना पीजीआई मे बिहार के मरीज के परिवारीजनों न वृंदावन योजना में स्थित है निजी सुपरस्पेशयलिटी अस्पताल लखनऊ के खिलाफ शिकायत किया है।
परिवारीजनों ने आरोप लगाया कि मरीज के दिल के तीन ब्लॉकेज में से एक ब्लॉकेज की सर्जरी की गई, जबकि रुपये अधिक वसूले गए। विरोध किया तो अस्पताल प्रशासन और डॉक्टर ने मिलकर गालियां देते हुए धमकाया।
विस्तार :
मिली जानकारी के अनुसार बिहार प्रान्त के जनपद गोपालगंज करैया बगही बाजार निवासी मणि प्रकाश पांडेय (55) के रिस्तेदार वीरेंद्र कुमार मिश्रा ने बताया कि मणि प्रकाश पीजीआई अस्पताल मे दिखाया गया था जहाँ मरीज की जांच हुई थी। जांच में पता चला कि मरीज के दिल की तीन नसें ब्लॉक हैं। बाईपास सर्जरी करनी पड़ेगी। परिवारीजन मरीज को ओपीडी में दिखाने के बाद कुछ दिन पहले घर लेकर चले गए। मरीज आयुष्मान योजना का पात्र है। इसी बीच मरीज को सांस लेने में तकलीफ होने पर परिवारीजन उन्हें लेकर वृंदावन स्थित सुपरस्पेशियलिटी अस्पताल लखनऊ ले आए।
इनका आरोप है कि अस्पताल की ओर से बताया गया कि 1,82,000 रुपए आयुष्मान योजना से कटेगा, जबकि एक लाख रुपए नकद जमा करना होगा। परिवारीजनों ने रुपए जमा किए तो ऑपरेशन हुआ। उसके बाद 18 अक्तूबर को मरीज को डिस्चार्ज करके बताया कि एक नस की बाईपास सर्जरी की गई है। इस पर परिवारीजनों ने नाराजगी जताई। तो अस्पताल के कर्मचारियों ने गाली गलौज करते हुए धमकी देने लगे। मरीज के लाचार परिजनों ने थाना पीजीआई पहुचकर पुलिस से लिखित शिकायत कर रखी है।
इस मामले पर अस्पताल प्रशासन का पक्ष जानने की कोशिश की गई लेकिन हो सका।
वहीं पुलिस घटना क्रम का अवलोकन कर रही है।
