गौतमबुद्धनगर: भाजपा नेता की हनक के आगे झुकी खाकी : हूटर उतरवाना पड़ा भारी, एसएचओ और एसआई दोनों लाइन हाजिर!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
नोएडा से बड़ी खबर — सत्ता के रसूख के आगे एक बार फिर पुलिस व्यवस्था सवालों के घेरे में
दो टूक:: नोएडा। उत्तर प्रदेश के हाईटेक शहर नोएडा में कानून व्यवस्था को बेहतर बनाने के लिए पुलिस लगातार सख्ती दिखा रही है, लेकिन सत्ता की हनक के आगे खाकी एक बार फिर झुकती नजर आई। बुधवार रात भाजपा नेता के बेटे को हूटर बजाकर चलने पर रोकना थाना प्रभारी फेज-3 ध्रुव भूषण दुबे और एसआई अरुण कुमार को भारी पड़ गया। दोनों को अगले ही दिन लाइन हाजिर कर दिया गया।
सूत्रों के मुताबिक, भाजपा के जिला मंत्री का बेटा हूटर लगी कार से सेक्टर-71 स्थित बाबा बालकनाथ मंदिर के पास से गुजर रहा था। पुलिस टीम को हूटर की आवाज सुनाई दी तो उन्होंने कार को रोक लिया और पूछताछ के लिए थाने ले आए। इसके बाद राजनीतिक दबाव का दौर शुरू हो गया। देर रात भाजपा नेता खुद थाने पहुंचे, जहां पुलिस से नोकझोंक भी हुई।
मामला बढ़ने पर प्रभारी मंत्री और वरिष्ठ भाजपा पदाधिकारियों तक शिकायत पहुंची। गुरुवार सुबह तक पुलिस कमिश्नर लक्ष्मी सिंह तक यह मामला पहुंच गया, जिसके बाद डीसीपी ने थाना प्रभारी ध्रुव भूषण दुबे और एसआई अरुण कुमार को तत्काल प्रभाव से पुलिस लाइन भेजने के आदेश दे दिए।
हालांकि पुलिस अधिकारियों ने इस कार्रवाई के पीछे “जनता से दुर्व्यवहार और कार्य में लापरवाही” को वजह बताया है, लेकिन अंदरखाने चर्चा यही है कि मामला सीधे सत्ता की नाराजगी से जुड़ा हुआ है।
यह पहला मौका नहीं है जब हूटर उतरवाने पर किसी पुलिस अधिकारी पर कार्रवाई हुई हो। सपा शासनकाल में भी सेक्टर-20 की थाना प्रभारी रीता यादव को इसी तरह हूटर लगी गाड़ी पर कार्रवाई करने के बाद लाइन हाजिर कर दिया गया था।
इस घटना ने एक बार फिर यह सवाल खड़ा कर दिया है कि क्या कानून का डंडा आम लोगों के लिए ही सख्त है और सत्ता से जुड़े लोगों पर ढीला पड़ जाता है?
कुल मिलाकर कहा जा सकता है — “अब न सपा, न भाजपा, हनक के आगे खाकी झुकती ही है।”

