गुरुवार, 30 अक्टूबर 2025

गौतमबुद्धनगर: “दंड से न्याय की ओर”: गौतमबुद्धनगर पुलिस ने शुरू किया नए आपराधिक कानूनों पर जनजागरूकता अभियान!!

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गौतमबुद्धनगर: “दंड से न्याय की ओर”: गौतमबुद्धनगर पुलिस ने शुरू किया नए आपराधिक कानूनों पर जनजागरूकता अभियान!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: नोएडा।
पुलिस कमिश्नर श्रीमती लक्ष्मी सिंह के निर्देशन में कमिश्नरेट गौतमबुद्धनगर पुलिस ने नए आपराधिक कानूनों — भारतीय न्याय संहिता 2023 (BNS), भारतीय नागरिक सुरक्षा संहिता 2023 (BNSS) एवं भारतीय साक्ष्य अधिनियम 2023 (BSA) — को लेकर “दंड से न्याय की ओर” शीर्षक से एक व्यापक जनजागरूकता अभियान की शुरुआत की है। इस अभियान का उद्देश्य नागरिकों को इन नए कानूनों के प्रमुख प्रावधानों से परिचित कराना और न्याय प्रणाली के प्रति विश्वास को सुदृढ़ करना है।

अपर पुलिस आयुक्त (कानून एवं व्यवस्था) डॉ. राजीव नारायण मिश्र के पर्यवेक्षण में चल रहे इस अभियान के अंतर्गत ‘अवेयरनेस वॉरियर्स’ नामक टीमों का गठन किया गया है। ये ऐसे नागरिक हैं जिन्हें पहले कानूनों के बारे में प्रशिक्षित किया गया था और अब वे आम लोगों को सरल भाषा में नए प्रावधानों की जानकारी दे रहे हैं।

गुरुवार को कमिश्नरेट क्षेत्र के सभी थानों के पुलिस अधिकारी और ‘अवेयरनेस वॉरियर्स’ मिलकर विभिन्न स्थानों पर पहुंचे। इनमें अतुल्यम सोसाइटी, बालाजीपुरम कॉलोनी, लुक्सर मार्केट, भंगेल मार्केट, सेक्टर-83, ग्रैंड ओमेक्स सोसाइटी, गौर यमुना सिटी, सेक्टर-88 समेत कई भीड़-भाड़ वाले इलाकों में जागरूकता सत्र आयोजित किए गए। इसके साथ ही भंगेल बाजार, गौर सिटी मॉल, SJM हॉस्पिटल और डी-स्क्वायर मॉल में स्क्रीन लगाकर वीडियो प्रेजेंटेशन के जरिए भी जनता को जानकारी दी गई।

इन सत्रों में बताया गया कि ये तीनों नए कानून भारत सरकार के उस दृष्टिकोण पर आधारित हैं, जिसके तहत दंडात्मक प्रणाली की जगह न्याय आधारित व्यवस्था को प्राथमिकता दी गई है। इससे न केवल न्याय प्रक्रिया पारदर्शी और त्वरित बनेगी, बल्कि नागरिकों के अधिकारों की भी बेहतर सुरक्षा सुनिश्चित होगी।

पुलिस अधिकारियों ने नागरिकों से अपील की कि वे इन कानूनों के बारे में जागरूकता अपने परिवार, मित्रों और समाज में फैलाएं, ताकि हर व्यक्ति अपने अधिकारों और दायित्वों के प्रति सजग हो सके।

यह पहल पुलिस और नागरिकों के बीच विश्वास व सहयोग को मजबूत करने के साथ-साथ न्याय व्यवस्था को जनसुलभ बनाने की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम साबित हो रही है।।