गौतमबुद्धनगर: ओडिसी नृत्य ‘राधे राधे’ में डॉ. अतासी मिश्रा ने राधा-कृष्ण के मिलन और वियोग को किया सजीव!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक:: नोएडा// नई दिल्ली। कमानी ऑडिटोरियम में मंगलवार शाम कला कल्प सांस्कृतिक संस्थान द्वारा आयोजित ओडिसी नृत्य प्रस्तुति ‘राधे राधे’ ने दर्शकों को भक्ति, प्रेम और समर्पण की अद्भुत अनुभूति से भर दिया। ओडिसी नृत्यांगना एवं संस्थान की संचालिका डॉ. अतासी मिश्रा ने राधा-कृष्ण के दिव्य मिलन, वियोग और समर्पण के प्रसंगों को इतनी भावपूर्ण शैली में प्रस्तुत किया कि पूरा सभागार भक्ति के रंग में सराबोर हो गया।
इस कार्यक्रम का निर्देशन और नृत्य रचना गुरु डॉ. गजेन्द्र कुमार पांडा एवं पद्मश्री दातुक रामली इब्राहिम द्वारा किया गया, जबकि संगीत रचना गुरु गोपाल चन्द्र पांडा, पंडित लक्ष्मीकांत पाटिल और संगीता पांडा ने की। ताल और नाद का संयोजन गुरु सच्चिदानंद दास ने किया तथा रूपांतरण डॉ. श्यांतनु रथ द्वारा किया गया।
ओडिसी की शुद्धता, कोमल भावनाओं और शास्त्रीय निपुणता का अनूठा संगम इस प्रस्तुति में देखने को मिला। ‘राधे राधे’ कार्यक्रम में सूत्रा फाउंडेशन (मलेशिया) के कलाकारों ने कला कल्प संस्थान, दिल्ली के साथ मिलकर संयुक्त प्रस्तुति दी, जिसने भारतीय और अंतरराष्ट्रीय कला का सुंदर समन्वय प्रस्तुत किया।
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि के रूप में भारत में मलेशिया के हाई कमिश्नर दातो मुज़फ़्फ़र शाह मुस्तफ़ा उपस्थित रहे। इस अवसर पर मोहित माधव (उपाध्यक्ष, कला कल्प संस्थान), के.जी. सुरेश (निदेशक, इंडिया हैबिटेट सेंटर), डॉ. के. अनिल कुमार (विभागाध्यक्ष, आईजीएनसीए), रवींद्रनाथ प्रधान, निर्मल वैद (परिधि आर्ट ग्रुप), परवेज हयात (पूर्व पुलिस महानिदेशक) और गोबर्धन ढाल (निदेशक, ओडिया महामंच) सहित अनेक गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
डॉ. अतासी मिश्रा की मनमोहक प्रस्तुति ने दर्शकों के मन में राधा-कृष्ण की अमर प्रेम कथा को जीवंत कर दिया — जो ओडिसी नृत्य की गरिमा और भारतीय संस्कृति की समृद्ध परंपरा का अनुपम उदाहरण बनी।।
