अम्बेडकर नगर :
अन्तर महाविद्यालयीय तैराकी प्रतियोगिता हुई सम्पन्न।।
विजेता खिलाड़ियों को पदक देकर किया गया सम्मानित।।
।।ए के चतुर्वेदी।।
दो टूक : अंबेडकर नगर जनपद के अकबरपुर एकलव्य स्टेडियम में आयोजित दो दिवस तैराकी प्रतियोगिता का मंगलवार को पुरस्कार वितरण कर समापन किया गया। इस प्रतियोगिता में लगभग 11 महाविद्यालयों ने प्रतिभाग किया जिनमें श्री विनायक पी.जी.कॉलेज खजुराहट अयोध्या, डॉ राम मनोहर लोहिया अवध विश्वविद्यालय अयोध्या, नंदिनी नगर स्नातकोत्तर महाविद्यालय गोंडा, साकेत पी.जी. कॉलेज अयोध्या , देव इन्द्रावती महाविद्यालय, कटेहरी अम्बेडकर नगर , उर्मिला महाविद्यालय फैजाबाद, बी.एन.के.बी. महाविद्यालय अकबरपुर, अंबेडकर नगर व अन्य महाविद्यालयों के प्रतिभागियों ने विभिन्न प्रतियोगिताओं में प्रतिभाग किया।
इस प्रतियोगिता में 50 मी. बैक स्ट्रोक में नंदिनी नगर पी.जी. कॉलेज के विराट चौहान प्रथम स्थान, 100 मी बैक स्ट्रोक में नंदिनी नगर पी.जी. कॉलेज के विराट चौहान ने प्रथम स्थान, 200 मी बैक स्ट्रोक में अमन यादव- प्रथम स्थान पर रहे। महिला वर्ग में 200 मीटर फ्री स्टाइल में प्रथम स्थान- सृष्टि, 100 मीटर ब्रेस्ट स्टोक में पलक साहनी-प्रथम स्थान, जबकि पुरुष वर्ग में 200 मी आई.एम. महेश- प्रथम स्थान, 400 मी आई.एम.- महेश प्रथम स्थान, 200 मीटर फ्री स्टाइल में नंदिनी नगर के शिवाजीत को प्रथम स्थान, 1500 मीटर फ्री स्टाइल में नंदिनी नगर के अमित कनौजिया ने प्रथम स्थान प्राप्त किया।
पर्यवेक्षक के रूप में डॉ सिमेंद्र विक्रम सिंह तथा शिवकरण सिंह ने अपनी महती भूमिका का निर्वाह किया। निर्णायक के रूप में सुधांशु सिंह, राजेश सिंह ,चंद्रिका मिश्रा, सानू श्रीवास्तव तथा अभय मिश्रा ने निर्णयन के दायित्वों का सम्यक निर्वहन किया । प्रतियोगिता के आयोजन सचिव कृष्ण कुमार विश्वकर्मा ने सभी प्रतिभागियों, अतिथियों व अन्य के प्रति धन्यवाद ज्ञापित किया। प्रतियोगिता का संचालन डॉ सीमा यादव ने किया। इस अवसर पर डॉ महाविद्यालय के समस्त प्राध्यापक व कर्मचारी तथा प्रतिभागी उपस्थित रहे।
प्रतियोगिता के समापन अवसर पर महाविद्यालय की प्राचार्य व संरक्षक प्रो. शेफाली सिंह ने कहा कि तैराकी प्रतियोगिताएं समग्र शारीरिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए बेहद उपयोगी हैं, क्योंकि ये हृदय संबंधी फिटनेस को बढ़ावा देती हैं । हृदय और फेफड़ों की बीमारियों के जोखिम को कम करती हैं, ये मांसपेशियों को मजबूत करती हैं और शरीर का बेहतर विकास करती हैं। ये सामाजिक और मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद है, साथ ही ये चिंता और अवसाद को भी कम करती है और आत्म-विश्वास बढ़ाती हैं।
पदक पाकर खिलाड़ियों के खिल उठे चेरे।