गौतमबुद्धनगर: नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे पर आपात तैयारी की समीक्षा — AEPC बैठक में मजबूत समन्वय और त्वरित प्रतिक्रिया पर जोर!!
!!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!
दो टूक:: गौतमबुद्ध नगर, 30 अक्टूबर 2025।
नोएडा अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डे (NIA) के लिए हवाई अड्डा आपातकालीन योजना समिति (Airport Emergency Planning Committee - AEPC) की महत्वपूर्ण बैठक आज डीएम वार रूम, गौतमबुद्ध नगर में संपन्न हुई। बैठक में आपातकालीन प्रतिक्रिया प्रणाली, चिकित्सा समन्वय, और आपदा प्रबंधन ढांचे को और सुदृढ़ करने पर गहन मंथन किया गया।
बैठक की अध्यक्षता एनआईए के मुख्य कार्यकारी अधिकारी क्रिस्टोफ सैल्मन ने की, जबकि सह-अध्यक्षता अपर जिलाधिकारी भू-अ- बच्चू सिंह ने की। इस अवसर पर नागरिक उड्डयन मंत्रालय, DGCA, हवाई अड्डा स्वास्थ्य अधिकारी (APHO), भारतीय हवाई अड्डा प्राधिकरण (AAI), पुलिस, अग्निशमन एवं आपातकालीन सेवाएँ, मुख्य चिकित्सा अधिकारी और स्थानीय प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारी मौजूद रहे।
समिति ने नागरिक उड्डयन मंत्रालय की आपदा प्रबंधन योजना (2016) और DGCA के दिशा-निर्देशों के अनुरूप हवाई अड्डे की आपात तैयारी की रूपरेखा की समीक्षा की। बैठक में ICAO अनुलग्नक-14 तथा संबंधित नियामक प्रावधानों के तहत हवाई अड्डे की संरचना, संचालन और आपात प्रतिक्रिया प्रणाली को अद्यतन करने पर जोर दिया गया।
बैठक के दौरान आपात संचालन केंद्र (Emergency Operations Center), पुनर्मिलन क्षेत्र (Reunion Area) और मीडिया केंद्र के लेआउट व उनकी कार्यप्रणाली पर विशेष चर्चा हुई, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित और समन्वित कार्रवाई सुनिश्चित की जा सके।
स्वास्थ्य और चिकित्सा सहायता के मोर्चे पर सामूहिक दुर्घटनाओं एवं संभावित आपदाओं के दौरान अस्पतालों, एम्बुलेंस सेवाओं और हवाई अड्डा स्वास्थ्य अधिकारियों के बीच और बेहतर तालमेल के लिए रणनीति बनाई गई। वहीं आपातकालीन चेतावनी एवं सूचना प्रणाली को लेकर डीडीएमए नियंत्रण कक्ष, पुलिस, अग्निशमन और आपात सेवाओं के बीच एकीकृत संचार तंत्र के विकास पर भी विचार-विमर्श हुआ।
अप्रैल से अक्टूबर 2025 के बीच आयोजित विभिन्न मॉक ड्रिल्स और आपात अभ्यासों की समीक्षा भी बैठक का अहम हिस्सा रही। इन अभ्यासों में आपातकालीन सिमुलेशन, नागरिक सुरक्षा, जल बचाव अभियानों और निकासी ड्रिलों के जरिये संबंधित एजेंसियों की तत्परता और समन्वय क्षमता में उल्लेखनीय सुधार देखा गया है।
बैठक के समापन पर समिति ने कहा कि हवाई अड्डे पर उच्चस्तरीय आपात तैयारी बनाए रखने के लिए नियमित प्रशिक्षण, तकनीकी उन्नयन और विभागीय समन्वय अत्यावश्यक है। AEPC ने यह भी दोहराया कि किसी भी संकट की स्थिति में समयबद्ध, प्रभावी और एकीकृत प्रतिक्रिया सुनिश्चित करने के लिए सभी एजेंसियों का सामूहिक प्रयास आवश्यक होगा।।

