शनिवार, 25 अक्टूबर 2025

गौतमबुद्धनगर: सूरजकुंड में गुर्जर महोत्सव 2025 की तैयारी शुरू, किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत होंगे मुख्य अतिथि!!

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 गौतमबुद्धनगर: सूरजकुंड में गुर्जर महोत्सव 2025 की तैयारी शुरू, किसान नेता चौधरी राकेश टिकैत होंगे मुख्य अतिथि!!

 !!वरिष्ठ संवाददाता देव गुर्जर!!

दो टूक:: नोएडा/मुजफ्फरनगर।

गुर्जर समाज की संस्कृति, एकता और शौर्य को समर्पित भव्य गुर्जर महोत्सव 2025 का आयोजन आगामी 12, 13 और 14 दिसंबर को सूरजकुंड, फरीदाबाद में किया जाएगा। इस आयोजन की तैयारियां अब ज़ोरों पर हैं।

शनिवार को भारतीय किसान यूनियन (भाकियू) नोएडा के जिलाध्यक्ष अशोक भाटी ने इस महोत्सव के लिए प्रसिद्ध किसान नेता और भाकियू के राष्ट्रीय प्रवक्ता चौधरी राकेश टिकैत से मुलाकात कर उन्हें मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का निमंत्रण दिया।

इस मौके पर महाराष्ट्र से आए किसान प्रतिनिधि चंद्रशेखर पाटिल और राहुल शाह ने भी अशोक भाटी के नेतृत्व में किसानों की राजधानी सिसौली, मुजफ्फरनगर का दौरा किया। यहां उन्होंने शहीद मनीष मलिक की पुण्यतिथि पर श्रद्धांजलि अर्पित की और किसान मसीहा बाबा महेंद्र सिंह टिकैत की समाधि पर भावपूर्ण पुष्पांजलि दी। उपस्थित किसानों ने अमर ज्योति के दर्शन किए और किसान एकता के संकल्प को दोहराया।

सभा की अध्यक्षता गौरव टिकैत ने की। इस अवसर पर आयोजित किसान सभा में कृषि के भविष्य, पर्यावरण संरक्षण और प्राकृतिक खेती पर विस्तार से चर्चा की गई। महाराष्ट्र से आए प्रतिनिधियों ने किसानों को रासायनिक खाद से होने वाले नुकसान और हर्बल खाद के उपयोग के लाभों के बारे में जानकारी दी।
किसानों को स्वस्थ मिट्टी और शुद्ध उत्पादन के लिए प्रेरित करते हुए 100 किसानों को निःशुल्क हर्बल खाद भी वितरित की गई, जिससे वे इसका प्रयोग कर प्राकृतिक खेती की दिशा में कदम बढ़ा सकें।

सभा में एनसीआर अध्यक्ष परविंदर अवाना, अमित चौधरी, दिनेश नागर, शांत प्रधान (शामली) सहित सैकड़ों किसान मौजूद रहे।


इस दौरान अशोक भाटी ने चौधरी राकेश टिकैत से नोएडा प्राधिकरण से जुड़ी किसानों की कई ज्वलंत समस्याओं और संगठन के मुद्दों पर विस्तार से चर्चा की।
उन्होंने कहा कि किसानों की जमीन, मुआवजा और पुनर्वास जैसे सवालों पर ठोस कदम उठाने की जरूरत है, और भाकियू हमेशा किसानों के अधिकारों की लड़ाई लड़ती रहेगी।

सभा के अंत में राकेश टिकैत ने गुर्जर महोत्सव 2025 में मुख्य अतिथि के रूप में शामिल होने का निमंत्रण स्वीकार किया और कहा —

“गुर्जर समाज ने हमेशा देश की मिट्टी, संस्कृति और किसान हितों की रक्षा की है। सूरजकुंड का यह महोत्सव न सिर्फ समाज की परंपरा का प्रतीक होगा, बल्कि आने वाली पीढ़ियों को अपनी जड़ों से जोड़ने का एक संदेश भी देगा।”

सभा में उपस्थित किसानों ने जयकारों के साथ उनका स्वागत किया। कार्यक्रम का समापन किसान एकता जिंदाबाद और गुर्जर समाज अमर रहे के नारों के साथ हुआ।

गुर्जर महोत्सव 2025 को लेकर पूरे एनसीआर और पश्चिमी उत्तर प्रदेश में उत्साह का माहौल है। यह आयोजन गुर्जर समाज की संस्कृति, लोकपरंपरा, और ग्रामीण विकास की भावना को आगे बढ़ाने का प्रतीक बनेगा।

साथ ही किसानों में प्राकृतिक खेती, पर्यावरण संरक्षण और स्वदेशी उत्पादों के प्रति जागरूकता का नया अध्याय भी खोलेगा।।