मऊ :
ट्रेनों पर पत्थर फेंकना बन सकता है जानलेवा।
ए के सिंह प्रभारी निरीक्षक आर पी एफ मऊ।
दो टूक : मऊ जनपद के गांव-गांव जाकर लोगों को जागरूक कर रही आरपीएफ की टीम ट्रेनों पर पत्थर फेंकने की घटनाएं आरपीएफ के लिए चिंता का विषय बन चुकी हैं। जहां अराजक तत्व ट्रेनों पर पत्थर फेंककर यात्रियों की जान को खतरे में डाल सकते हैं। वहीं बच्चों और युवाओं द्वारा की जा रही यह शरारत किसी बड़ी दुर्घटना को जन्म दे सकती है।
आज 09 सितम्बर को ए के सिंह प्रभारी निरीक्षक आर पी एफ मऊ, SI इंद्रजीत यादव, SI विकास कुमार यादव साथ स्टॉफ द्वारा ट्रेनों पर स्टोन पेल्टिंग के घटनाओं की रोकथाम हेतु जागरूकता अभियान के अंतर्गत मऊ- खुरहट के मध्य रेल लाइन के पास स्थित हैदर नगर, कमहरिया, मुंशी पुरा मुहल्लों लोगों को जागरूक किया गया इसी सिलसिले में आरपीएफ ने जिले में एक जनजागरूकता अभियान चलाया है। इस अभियान के अंतर्गत आरपीएफ की टीम गांव-गांव जाकर लोगों को ट्रेनों पर पत्थर न फेंकने के लिए जागरूक कर रही हैं।आमजन को यह भी बताया जा रहा है कि अगर कोई ऐसी घटना देखता है तो वह 182 या 1512 हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दे सकता है। लेकिन यह घटनाएं कई बार जानलेवा साबित हो सकती हैं। चलती ट्रेन पर पत्थर लगने से खिड़कियां टूट सकती हैं और उसमें बैठे यात्रियों को गंभीर चोट आ सकती है। कुछ मामलों में यात्रियों की आंखों, सिर या शरीर के अन्य हिस्सों में गहरी चोट लग चुकी है। इसके चलते न सिर्फ यात्रियों की जान को खतरा होता है बल्कि रेलवे संपत्ति को भी नुकसान पहुंचता है। आरपीएफ मऊ थाना प्रभारी ने बताया कि ट्रेनों की सुरक्षा सिर्फ आरपीएफ या रेलवे की जिम्मेदारी नहीं है बल्कि यह हम सभी नागरिकों की सामूहिक जिम्मेदारी है